Headline
सीएम आतिशी ने रंगपुरी पहाड़ी का किया दौरा, जल्द समस्याओं के समाधान का दिया भरोसा
किसानो को सिंचाई के लिए बिजली का कनेक्शन देना सर्वोच्च प्राथमिकता: ऊर्जा सचिव
संभल में तीर्थ प्रकट हो रहे हैं मतलब भगवान कल्की अवतार लेने वाले हैं: आचार्य कृष्णम
सरकार एयरपोर्ट्स पर शुरू करेगी यात्रियों के लिए सस्ती कैंटीन, संसद में राघव चड्ढा ने उठाया था महंगे खानपान का मुद्दा
भाजपा ने की केजरीवाल के पूर्वांचल के लोगों को बंगलादेशी और रोहिंग्या से जोड़ने की कड़ी निंदा
सोमवार से महिला सम्मान और संजीवनी योजना का रजिस्ट्रेशन
आम आदमी पार्टी के पिछले 10 वर्षों के कुशासन ने दिल्ली को बदहाल कर दिया है : विजेंद्र गुप्ता
‘महिला सम्मान’ और ‘संजीवनी’ योजना केजरीवाल का चुनावी जुमला : बांसुरी स्वराज
तेजस्वी ने प्रदर्शनकारियों से मुलाकात की, बीपीएससी परीक्षा रद्द करने की मांग का किया समर्थन

बिहार नगर निगम चुनाव : 805 पदों के लिए मतगणना जारी

पटना, 11 जून : बिहार में 31 नगर निकायों के लिए रविवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतगणना जारी है। राज्य निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि वार्ड पार्षदों, महापौरों और उप महापौरों के 805 पदों के लिए सुबह आठ बजे जिन 58 केंद्रों पर मतगणना शुरू हुई, वहां शांतिपूर्ण और निष्पक्ष मतगणना प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए सशस्त्र पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।

बिहार में 31 नगर निकायों के लिए नौ जून को चुनाव हुए थे।

बिहार नगर निकाय चुनाव में इस बार कुल 4431 (पुरुष- 2197 और महिला- 2234) उम्मीदवार मैदान में हैं। नौ उम्मीदवारों को पहले ही निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया जा चुका है।

बिहार राज्य निर्वाचन आयोग (एसईसी) ने कहा कि पटना, बक्सर, रोहतास, औरंगाबाद, वैशाली, नालंदा, नवादा, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, दरभंगा, मधुबनी, किशनगंज, मुंगेर, लखीसराय, सहरसा, जमुई और बांका जिलों में मतदान हुआ।

पहली बार एसईसी ने मतदाताओं की पहचान की पुष्टि के लिए चेहरे की पहचान प्रणाली (एफआरएस) का इस्तेमाल किया।

अधिकारियों ने कहा कि 31 शहरी स्थानीय निकायों में 24 ऐसे निकाय शामिल हैं जहां दिसंबर में पिछले शहरी चुनावों में चुनाव नहीं हुए थे। अन्य सात नगर निकायों के बोर्ड का पांच साल का कार्यकाल जून में खत्म हो जाएगा। इसमें सहरसा और मधुबनी नगर निगम शामिल हैं।

इसके अलावा, शहरी स्थानीय निकायों के उन सात वार्ड में उपचुनाव हुए थे, जहां निर्वाचित प्रतिनिधियों ने दिसंबर के शहरी चुनावों के बाद पिछले कुछ महीनों में इस्तीफा दे दिया था।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top