Headline
नारद बाबा के आश्रम पर श्री सहस्त्रचण्डी महायज्ञ को लेकर कलश यात्रा की तैयारी पूरी
दिल्ली की मंत्री आतिशी का अनशन तीसरे दिन भी जारी, कहा हरियाणा से नहीं आ रहा पानी
लोकसभा का सत्र सोमवार से, महताब को प्रोटेम स्पीकर बनाये जाने पर सदन में शोरगुल के आसार
महाराष्ट्र: नीट पेपर लीक मामले में दो शिक्षक गिरफ्तार
अब मोतिहारी में गिरा निर्माणाधीन पुल, एक हफ्ते में तीसरी घटना
इसरो का एक और कीर्तिमान, दोबारा इस्तेमाल हो सकने वाले विमान की तकनीक का तीसरा परीक्षण भी सफल
बिहार में 26 जून से होने वाली शिक्षक सक्षमता परीक्षा स्थगित, जल्द घोषित की जाएगी नई तिथि
निष्पक्षता से प्रश्न पत्र लीक मामले की हो जांच, नहीं तो राजद करेगी खुलासा : तेजस्वी
बिहार के सीवान जिले में गंडक नहर पर बना 30 फीट लंबा पुल गिरा

हमारे तीसरे कार्यकाल में भारत निश्चित तौर पर तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था होगा: मोदी

नई दिल्ली, 02 फरवरी: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि देश तेजी से आगे बढ़ रहा है और उनकी सरकार के तीसरे कार्यकाल में यह निश्चित रूप से दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा। इस साल अप्रैल-मई में आम चुनाव होने वाले हैं।

प्रधानमंत्री ने यहां ‘भारत मोबिलिटी’ वैश्विक प्रदर्शनी को संबोधित करते हुए ट्रक और टैक्सी चालकों के लिए राष्ट्रीय राजमार्गों के किनारे पहले चरण में 1,000 आधुनिक विश्राम गृह बनाये जाने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा, ”हमारी सरकार के तीसरे कार्यकाल में भारत का दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनना निश्चित है।”

मोदी ने कहा कि वर्ष 2014 के पहले करीब 10 साल में 12 करोड़ वाहन बिके थे। लेकिन 2014 के बाद से देश में 21 करोड़ से अधिक वाहन बेचे जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि 10 साल पहले करीब 2,000 इलेक्ट्रिक वाहन बेचे जा रहे थे जबकि अब 12 लाख इलेक्ट्रिक वाहन बेचे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 10 साल में यात्री वाहनों के मामले में लगभग 60 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।

इस दौरान प्रधानमंत्री ने बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में भारत की प्रगति का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, ”हम समुद्र और पहाड़ों को चुनौती देते हुए रिकॉर्ड समय में ‘इंजीनियरिंग करिश्मा’ तैयार कर रहे हैं। अटल सुरंग से लेकर अटल सेतु तक, भारत का ढांचागत विकास नए रिकॉर्ड बना रहा है। पिछले 10 साल में, 75 नये हवाई अड्डे बनाये गये हैं। लगभग चार लाख ग्रामीण सड़कें बनाई गई हैं।” उन्होंने उद्योग जगत से स्थानीय स्तर पर उपलब्ध कच्चे माल का उपयोग करके बैटरी बनाने के लिए अनुसंधान और विकास को आगे बढ़ाने को भी कहा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top