नई दिल्ली, 26 अगस्त: शिक्षा मंत्री आतिशी ने केजरीवाल सरकार के सिरी फोर्ट स्थित जीजा बाई वीमेन आईटीआई का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने फैशन डिजाइन एंड टेक्नोलॉजी लैब, टेक्सटाइल डिजाइनिंग लैब, हॉस्पिटैलिटी मैनेजमेंट लैब, इन्फॉर्मेशन एंड टेक्नोलॉजी लैब का निरीक्षण किया और वहां मौजूद छात्राओं के साथ बातचीत की।
तकनीकी शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि केजरीवाल सरकार के आईटीआई संस्थानों से ट्रेनिंग लेकर निकलने वाले हुनरमंद छात्रों का भविष्य काफी उज्ज्वल होगा। हमारा देश विकसित तभी बनेगा जब देश का हर युवा स्किल्ड हो इसलिए डिग्री हासिल करने के साथ युवाओं को हुनरमंद भी बनना होगा। आतिशी ने कहा कि तकनीकी शिक्षा में महिलाओं की भागीदारी उन्हें आर्थिक रूप से स्वतंत्र और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक सकारात्मक पहल है।
खुशी है कि जिस सेक्टर को केवल पुरुषों के लिए ही माना जाता था, वहां भी अब हमारी छात्राएं शानदार प्रदर्शन करते हुए अपनी प्रतिभा को निखारने का काम कर रही हैं। लेकिन अभी हमारे आईटीआई संस्थानों में छात्राओं की भागीदारी को और बढ़ाने की जरूरत है। तकनीकी शिक्षा मंत्री ने अधिकारियों को आने वाले सत्र के लिए संबंधित विभागों द्वारा अभी से आउटरीच प्लान डिजाइन कराने और दिल्ली सरकार के स्कूलों में जाकर छात्राओं को आईटीआई के आधुनिक पाठ्यक्रमों के बारे में बताने का निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि तकनीकी शिक्षा और तकनीकी व्यवसाय दोनों क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी पुरुषों की तुलना में कम है। इसे बढ़ाने के लिए केजरीवाल सरकार अपने आईटीआई संस्थानों में लड़कियों को फ्री स्किल एजुकेशन देती है। साथ ही छात्राओं को बेहतर एक्सपोजर दिलाने के लिए आईटीआई को और ज्यादा इंडस्ट्री के साथ जोड़ने का निर्देश दिया।
गौरतलब है कि केजरीवाल सरकार के आईटीआई में पिछले कुछ सालों में इंडस्ट्री व बाजार की जरूरतों को देखते हुए बहुत से आधुनिक पाठ्यक्रमों कि शुरुआत की गई है। इन पाठ्यक्रमों के माध्यम से बच्चों में 21वीं सदी के जरूरी स्किल विकसित किए जा रहे हैं।
आईटीआई करने वाले छात्र सीधे डिग्री-डिप्लोमा कोर्स में ले सकते हैं दाखिला
साथ ही केजरीवाल सरकार अलग-अलग उद्योगों से नॉलेज पार्टनरशिप करने का काम भी कर रही है। उल्लेखनीय है कि केजरीवाल सरकार की स्किल यूनिवर्सिटी में आईटीआई करने वाले छात्रों के आईटीआई कोर्स को 11वीं-12वीं की मान्यता मिलती है और वे सीधे डिग्री, डिप्लोमा पाठ्यक्रमों में दाखिला ले सकते हैं।
इससे छात्रों का यह डर दूर हो जाता है कि अगर 10वीं के बाद सीधे आईटीआई में आ गए तो उनकी 11वीं-12वीं का क्या होगा। दिल्ली स्किल एंड आंत्राप्रेन्योरशिप यूनिवर्सिटी ने आईटीआई के छात्रों के इस डर को दूर करने का काम किया है और उनके आत्मविश्वास को बढ़ाया है।