काहिरा, 25 जून : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविवार को दुनिया के सात अजूबों में शामिल मिस्र की राजधानी के बाहरी इलाके में गीजा के पिरामिड देखने पहुंचे।
मिस्र के प्रधानमंत्री मुस्तफा मैडबौली के साथ मोदी ने उत्तरी मिस्र में अल-जिजा (गीजा) के पास नील नदी के पश्चिमी तट पर स्थित एक चट्टानी पठार पर बने तीन पिरामिड को देखा।
मिस्र के प्रधानमंत्री मुस्तफा मैडबौली के साथ मोदी ने उत्तरी मिस्र में अल-जिजा (गीजा) के पास नील नदी के पश्चिमी तट पर स्थित एक चट्टानी पठार पर बने तीन पिरामिड को देखा। इसका निर्माण मिस्र के चौथे राजवंश के समय में हुआ था।
मोदी ‘गीजा के ग्रेट पिरामिड’ के बारे में जानकारी लेते हुए दिखे, जो मिस्र का सबसे बड़ा पिरामिड है। यह पुराने साम्राज्य के चौथे राजवंश के शासक खुफू की कब्र पर बना है।
प्रधानमंत्री ने अपनी यात्रा की कुछ तस्वीरों के साथ ट्वीट किया, ”मैं पिरामिड की यात्रा पर मेरे साथ आने के लिए प्रधानमंत्री मुस्तफा मैडबौली को धन्यवाद देता हूं। हमने अपने राष्ट्रों के सांस्कृतिक इतिहास और आने वाले समय में इन संबंधों को कैसे गहरा किया जाए, इस पर गहन चर्चा की।”
पिरामिड प्राचीन विश्व के सात अजूबों में से सबसे पुराना है, जिसका निर्माण 26वीं शताब्दी ईसा पूर्व की शुरुआत में लगभग 27 वर्षों की अवधि में हुआ था। यह एकमात्र ढांचा है, जो काफी हद तक मूल स्वरूप में बरकरार है।
राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी के निमंत्रण पर मोदी ने मिस्र की दो दिवसीय राजकीय यात्रा की।