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देश को विकसित बनाने की जिम्मेदारी युवा पीढ़ी पर : प्रधानमंत्री

ग्वालियर, 21 अक्टूबर: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि हमने अगले 25 वर्षों में देश को विकसित बनाने का संकल्प लिया है। इस संकल्प को पूरा करने की जिम्मेदारी भारत की युवा पीढ़ी की है। हमें इस युवा पीढ़ी के सामर्थ्य पर भरोसा है और हम आशा करते हैं कि इस सपने को संकल्प में बदलकर हम सिद्धि प्राप्त करने तक नहीं रुकेंगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने आज शाम ग्वालियर में सिंधिया स्कूल के 125वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने बहुउद्देशीय खेल परिसर की आधारशिला रखी और प्रतिष्ठित पूर्व छात्रों और शीर्ष उपलब्धि हासिल करने वालों को पुरस्कार प्रदान किये। इस अवसर पर केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी उनके साथ रहे। सिंधिया स्कूल की स्थापना 1897 में हुई थी और यह ऐतिहासिक ग्वालियर किले के ऊपर स्थित है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार प्रयास कर रही है कि देश में एक ऐसा माहौल हो, जिसमें युवा पीढ़ी के पास अवसरों की कमी ना हो। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार को 10 साल होने जा रहे हैं और इस दौरान उन्होंने दीर्घकालिक योजनाएं बनाते हुए फैसले लिये हैं।

प्रधानमंत्री ने सिंधिया स्कूल के 125 वर्ष पूरे होने पर सभी को बधाई दी। उन्होंने कहा कि आज ही आजाद हिंद सरकार का स्थापना दिवस भी है। उन्होंने कहा कि सिंधिया स्कूल और ग्वालियर शहर का भी अपना एक इतिहास है। ऋषि ग्वालिपा, संगीत सम्राट तानसेन, श्रीमंत महादजी सिंधिया जी, राजमाता विजयराजे जी, अटल जी और उस्ताद अमजद अली खां तक, ग्वालियर की ये धरती, पीढ़ियों को प्रेरित करने वालों का निर्माण करती रही है।

उन्होंने कहा कि महाराजा माधो राव सिंधिया प्रथमजी की भी सोच तात्कालिक लाभ की नहीं बल्कि आने वाली पीढ़ियों के भविष्य को उज्ज्वल बनाने की थी। सिंधिया स्कूल उनकी इसी दूरगामी सोच का परिणाम था। वे जानते थे कि मानव संसाधान की ताकत क्या होती है। बहुत कम लोगों को पता होगा कि माधो राव जी ने जिस भारतीय परिवहन कंपनी की स्थापना की थी, वो आज भी दिल्ली में डीटीसी के रूप में चल रही है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत की धाक पूरी दुनिया में जम गई है। भारत अंतरिक्ष में स्पेस स्टेशन बनाने की योजना बना रहा है। हाल ही में मानव को अंतरिक्ष में भेजने से जुड़े प्रथम प्रशिक्षण अभियान को सफलता मिली है। इन सब से लगता है कि भारत के लिए कुछ भी नामुमकिन नहीं है। आज हर क्षेत्र में नई संभावनाएं पैदा हो रही हैं। स्पेस और डिफेंस जैसे क्षेत्र निजी क्षेत्र के लिए खोल दिए गए हैं।

प्रधानमंत्री ने इस दौरान सिंधिया स्कूल के छात्रों से 9 कार्य पूरा करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण, गांव में डिजिटल लेनदेन, वोकल फॉर लोकल, नेचुरल फार्मिंग, श्रीअन्न और खेल के प्रति वे जागरूकता फैलाएं। इसके अलावा पहले भारत भ्रमण करें फिर दुनिया देखने जाएं और कोशिश करें कि किसी गरीब का हाथ थाम सकें।

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