अयोध्या/नई दिल्ली, 30 दिसंबर: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को देश के नागरिकों से 22 जनवरी को अयोध्या नहीं आने की अपील करते हुए कहा कि (राम लला का प्राण प्रतिष्ठा का) कार्यक्रम विधिपूर्वक हो जाने के बाद, वे अपनी सुविधा के अनुसार अयोध्या आएं।
प्रधानमंत्री मोदी ने 22 जनवरी के राम मंदिर ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह से पहले शनिवार को अयोध्या का दौरा किया और एक रैली को संबोधित किया। अयोध्या में राम मंदिर निर्माणाधीन है, जिसका प्राण प्रतिष्ठा समारोह 22 जनवरी को होगा जिसमें मोदी शामिल होंगे।
मोदी ने रैली को संबोधित करते हुए कहा, ”मेरी सभी देश वासियों से एक करबद्ध प्रार्थना है कि 22 जनवरी को अयोध्या आने का मन न बनाएं। हर किसी की इच्छा है कि 22 जनवरी का साक्षी बनने के लिए वे (लोग) स्वयं अयोध्या आएं लेकिन आप भी जानते हैं कि हर किसी का आना संभव नहीं है।”
उन्होंने कहा, ”अयोध्या में सबका पहुंचना बहुत मुश्किल है, इसलिए देश भर के राम भक्तों को, विशेषकर उत्तर प्रदेश के राम भक्तों से हाथ जोड़कर प्रणाम के साथ प्रार्थना है, आग्रह है कि 22 जनवरी को विधि पूर्वक कार्यक्रम हो जाने के बाद 23 जनवरी के बाद अपनी सुविधा के अनुसार अयोध्या आएं। अयोध्या आने का मन 22 जनवरी को न बनाएं।”
सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए मोदी ने कहा, ”प्रभु राम जी को तकलीफ हो, ऐसा हम भक्त कर नहीं सकते। प्रभु श्री राम जी पधार रहे हैं तो हम भी कुछ दिन इंतजार करें। साढ़े पांच सौ साल इंतजार किया है तो कुछ दिन और इंतजार करें। इसलिए सुरक्षा और व्यवस्था के लिहाज से मेरी आप सबसे बार-बार प्रार्थना है कि कृपा करके आप प्रभु राम के दर्शन, अयोध्या का नव्य, भव्य, दिव्य मंदिर आने वाले सदियों तक दर्शन के लिए उपलब्ध है।”
उन्होंने कहा, ”मैं 140 करोड़ देशवासियों से अयोध्या की इस पवित्र भूमि से प्रार्थना कर रहा हूं, प्रभु राम की नगरी से प्रार्थना कर रहा हूं कि आप 22 जनवरी को जब अयोध्या में प्रभु राम विराजमान हों तो अपने घरों में भी श्रीराम ज्योति जलाएं, दीपावली मनाएं। शाम पूरे हिंदुस्तान में जगमग जगमग होनी चाहिए।”
उन्होंने खासतौर से अयोध्या वासियों से देश दुनिया के अतिथियों के स्वागत के लिए तैयार होने की अपील की। मोदी ने अयोध्या को स्वच्छ बनाने का अनुरोध किया और देश भर के लोगों से प्रार्थना की कि भव्य राम मंदिर निर्माण से पहले देश के सभी तीर्थ स्थलों पर 14 जनवरी से 22 जनवरी तक स्वच्छता का एक बड़ा अभियान चलाया जाए। उन्होंने लोगों से 14 जनवरी से 22 जनवरी तक स्वच्छता अभियान चलाने की अपील करते हुए कहा कि मकर संक्रांति के दिन से स्वच्छता का एक बड़ा अभियान चलाया जाना चाहिए।