नई दिल्ली, 25 अप्रैल : जम्मू के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर पूरे देश में आक्रोश है। आतंकी हमले के विरोध में लोग सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं, जुमे की नमाज को लेकर दिल्ली में जामा मस्जिद पर जुटे मुसलमानों ने पहलगाम में मारे गए लोगों को श्रद्धाजंलि दी। इस दौरान जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने कहा कि बेगुनाहों के कत्ल को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जिस तरह हिंदू-मुसलमान हो रहा, वह गलत है। करोड़ों मासूमों की जान पूरी दुनिया में जा चुकी हैं। आज भी आप दुनिया पर निगाह डाले तो जंग जैसा माहौल है, इंसान ही इंसान को मारकर अपनी कामयाबी तलाश रहा है।

पाकिस्तान के जरिए जो दहशतगर्द हिंदुस्तान की सरहद दाखिल कराए गए, जिन्होंने मासूमों का कत्ल किया, उसे सही नहीं ठहराया जा सकता है। पाकिस्तान के इस कृत्य से भारत के करोड़ों मुसलमानों को शर्मिंदा होना पड़ता है। इसके चलते देश में नफरत का माहौल बढ़ता जा रहा है। कहा कि देश के करोड़ों मुसलमानों को परेशानी क्या नहीं होगी, इसका जवाब क्या है पाकिस्तान के पास?

उन्होंने कहा कि नवाज शरीफ से पूछा था कि वहां आपकी सरकार, यहां भाजपा की। बेहतर होगा कि हिंदुस्तान के साथ संबंध बेहतर करने की कोशिश कीजिए। हमें जिस हालात से गुजरना पड़ता है वह दिल चीर कर दिखा नहीं सकते। आप भारत की वजीर ए आजम से बात कीजिए, यहीं बात मैंने पाकिस्तान दौरे पर परवेज मुशर्रफ से की थी।

दहशतगर्द किसी मसले का हल नहीं

शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने कहा हमारे लिए भारत में मुश्किलात क्यों पैदा कर रहे हैं, करतूत लश्कर-ए-तैयबा से करते हैं, जेलों में भारत के मुसलमानों को डाला जाता है। पाकिस्तान का कंट्रोल आईएसआई के पास है जो हमारे लिए मुश्किल हालात पैदा करते हैं। कहा जंग और दहशतगर्द किसी मसले का हल नहीं। उन्होंने कहा इराक और सीरिया को देख लीजिए। ये माहौल पूरी दुनिया का बनता जा रहा है, इससे पूरी दुनिया परेशान है।

घरों में हिंदू मेहमानों को पनाह दी

उन्होंने कहा कि कश्मीर में चुन-चुनकर हिंदुओं को मारा गया। वहीं, एक मुसलमान आदिल जिसने देखा कि उसके घोड़े पर मेहमान सवार तो दहशतगर्दों से लोहा लिया और अपनी जान गंवाई। उसका कहीं जिक्र नहीं, मीडिया नहीं बता रही, क्या वह इंसान नहीं था। इसी तरह कश्मीरी आवाम की बात करूं तो उन्होंने अपने घरों में हिंदू मेहमानों को पनाह दी। उनके लिए व्यवस्था की।

एक इंसान का कत्ल पूरी इंसानियत का कत्ल

कहा कि कश्मीरियों ने दहशतगर्दी के खिलाफ जुलूस निकाले। पर्यटकों को फ्री में एयरपोर्ट पहुंचाया। कहा कि इंसानियत आज भी जिंदा है। हमारी हजारों साल पुरानी तारीख, तहजीब, जिसकी वजह से हम साथ है। उन्होंने कहा कि एक इंसान का कत्ल पूरी इंसानियत का कत्ल है। आम लोगों को मारना ना काबिले माफी जुर्म है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद का समर्थन नहीं किया जा सकता। लोगों के कपड़े उतार कर हिंदू होने का पता किया गया। यह इस्लाम में नहीं। इसकी इजाज़त नहीं दी जा सकती। यह समय हिंदू-मुसलमान करने का नहीं बल्कि देश के लिए एक चटान की तरह खड़ा होने का है।

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