पटना, 23 जनवरी: बिहार की राजनीति में बाहुबली छवि के लिए चर्चित पूर्व विधायक अनंत सिंह पर हमले के बाद मोकामा और बाढ़ इलाके में गैंगवार के भड़कने की आशंका बढ़ गई है। अनंत सिंह पर हमला तब हुआ जब वे मोकामा के नौरंगा गांव में एक विवाद सुलझाने पहुंचे थे। उनका दावा है कि गांव के कुछ गरीब लोगों ने उनसे मदद की गुहार लगाई थी, जिनके घरों पर कुछ प्रभावशाली लोगों ने जबरन ताले लगा दिए थे। उन्होंने अपने समर्थकों को ताले खोलने का निर्देश दिया और संबंधित लोगों को बुलाने को कहा।
इस दौरान सोनू-मोनू नामक व्यक्तियों और उनके समर्थकों ने फायरिंग शुरू कर दी। वीडियो फुटेज में ताबड़तोड़ गोलीबारी देखी गई, जिसमें दावा किया जा रहा है कि लगभग 70 राउंड गोलियां चलीं। घटना में अनंत सिंह के एक समर्थक को गर्दन पर गोली लगने की भी खबर है। घटना के बाद मीडिया से बातचीत में अनंत सिंह ने कहा कि “सोनू-मोनू किडनैपर और चोर हैं। उनके पिता भी डकैत थे। ये लोग लोगों के खेत लूटते हैं और पिस्टल लेकर घूमते हैं। अगर पुलिस ने समय पर कार्रवाई की होती, तो यह घटना नहीं होती।”
उन्होंने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ने उनकी शिकायत पर कार्रवाई नहीं की और पैसे लेकर मामले को दबा दिया। अनंत सिंह ने कहा कि “मैं सुरक्षा की मांग नहीं करता। यह सरकार पर है कि मुझे जेल भेजे या ना भेजे। मुझे अपने खिलाफ केस से कोई फर्क नहीं पड़ता। मैं हमेशा गरीबों के साथ खड़ा रहूंगा।”
वहीं सोनू और मोनू के पिता ने आरोप लगाया है कि अनंत सिंह ने ही गोलीबारी शुरू की थी। उनके अनुसार, अनंत सिंह पर पहले से ही एफआईआर दर्ज है।