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नई दिल्ली, 08 सितंबर : ‘इंडी गठबंधन’ के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बीच हुई मुलाकात पर सियासत तेज हो गई है। भाजपा के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने दोनों की फोटो शेयर कर सवाल किया है। उन्होंने कहा कि रिटायर्ड जजों और संवैधानिक नैतिकता के स्वघोषित रक्षकों की चुप्पी उनकी पाखंडी सोच को उजागर करती है।

अमित मालवीय ने सोमवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “पूर्व सुप्रीम कोर्ट जज और ‘इंडी गठबंधन’ के संयुक्त उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी ने हाल ही में चारा घोटाले के दोषी लालू प्रसाद से मुलाकात की, जो न तो संसद सदस्य हैं और न ही उपराष्ट्रपति चुनाव में उनका कोई वोट है। यह सिर्फ खराब छवि की बात नहीं है, बल्कि एक उच्च संवैधानिक पद की उम्मीदवारी करने वाले व्यक्ति की सार्वजनिक जीवन में ईमानदारी पर सवाल उठाता है।” उन्होंने आगे कहा, “इससे भी अधिक चौंकाने वाली बात रिटायर्ड जजों और संवैधानिक नैतिकता के स्वघोषित रक्षकों की चुप्पी है, जो उनकी पाखंडी सोच को उजागर करती है।”

चुनाव आयोग द्वारा जारी विवरण के अनुसार, 7 नामांकन पत्र दाखिल किए गए थे, जिनमें से अधिकांश आवश्यक दस्तावेजों की कमी के कारण अस्वीकार कर दिए गए थे। उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव 9 सितंबर को होगा और उसी दिन नतीजे घोषित किए जाएंगे।

उपराष्ट्रपति चुनाव में ‘इंडी’ गठबंधन के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी का सीधा मुकाबला एनडीए के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन से है। सुदर्शन रेड्डी का एक लंबा और प्रतिष्ठित कानूनी करियर रहा है, जिसमें आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के न्यायाधीश, गुवाहाटी हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में कार्य शामिल है।

बी. सुदर्शन रेड्डी का जन्म 8 जुलाई 1946 को आंध्र प्रदेश के रंगारेड्डी जिले के आकुला मायलावरम गांव में हुआ। वे किसान परिवार से जुड़े हुए हैं। उन्होंने हैदराबाद में पढ़ाई की और 1971 में उस्मानिया विश्वविद्यालय, हैदराबाद से विधि की डिग्री प्राप्त की।

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