Headline
सीएम आतिशी ने रंगपुरी पहाड़ी का किया दौरा, जल्द समस्याओं के समाधान का दिया भरोसा
किसानो को सिंचाई के लिए बिजली का कनेक्शन देना सर्वोच्च प्राथमिकता: ऊर्जा सचिव
संभल में तीर्थ प्रकट हो रहे हैं मतलब भगवान कल्की अवतार लेने वाले हैं: आचार्य कृष्णम
सरकार एयरपोर्ट्स पर शुरू करेगी यात्रियों के लिए सस्ती कैंटीन, संसद में राघव चड्ढा ने उठाया था महंगे खानपान का मुद्दा
भाजपा ने की केजरीवाल के पूर्वांचल के लोगों को बंगलादेशी और रोहिंग्या से जोड़ने की कड़ी निंदा
सोमवार से महिला सम्मान और संजीवनी योजना का रजिस्ट्रेशन
आम आदमी पार्टी के पिछले 10 वर्षों के कुशासन ने दिल्ली को बदहाल कर दिया है : विजेंद्र गुप्ता
‘महिला सम्मान’ और ‘संजीवनी’ योजना केजरीवाल का चुनावी जुमला : बांसुरी स्वराज
तेजस्वी ने प्रदर्शनकारियों से मुलाकात की, बीपीएससी परीक्षा रद्द करने की मांग का किया समर्थन

योग किसी पंथ या समूह विशेष का नहीं, बल्कि समस्त मानवता की अनमोल विरासत : ओम बिरला

नई दिल्ली, 21 जून: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने योग को भारत की ओर से दुनिया को दिया गया एक अनुपम उपहार करार देते हुए बुधवार को कहा कि योग किसी पंथ या समूह विशेष का नहीं है, बल्कि समस्त मानवता की अनमोल विरासत और स्वस्थ विश्व का आधार है।

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसद भवन परिसर में योग अभ्यास कार्यक्रम का नेतृत्व किया।

इस अवसर पर लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि योग लोगों, समाज और सम्पूर्ण विश्व को जोड़ता है तथा भारत पूरे विश्व को जोड़ने के लिए शांति, स्थिरता एवं शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का पुनीत कार्य कर रहा है।

उन्होंने कहा कि योग के रूप में भारत ने दुनिया को एक अनुपम उपहार दिया है तथा सभी को स्वस्थ तन और स्वस्थ मन की उपयोगिता बताई है।

लोकसभा सचिवालय के बयान के अनुसार, बिरला ने कहा कि जिस प्रकार लोकतंत्र भारत की प्राचीन संस्कृति है, उसी तरह योग देश की जीवन शैली और चिंतन शैली है, जिसे आज दुनिया अपना रही है।

बिरला ने कहा, ‘‘योग किसी पंथ या समूह विशेष का नहीं है, बल्कि समस्त मानवता की अनमोल विरासत है और एक स्वस्थ विश्व का आधार है।” उन्होंने कहा कि योग शारीरिक और मानसिक अनुशासन का संयोजन है जो शरीर को मजबूत और स्वस्थ बनाता है तथा इससे मन को शांत और नियंत्रित करने में सहायता मिलती है।

योग के फायदे गिनाते हुए बिरला ने कहा कि योग मनुष्य की कार्य कुशलता व कार्यक्षमता को बढ़ाता है, तथा कार्यशैली को बेहतर बनाता है। उन्होंने लोगों से ‘योग से सहयोग तक’ की धारणा को आत्मसात करते हुए मानव कल्याण को सुनिश्चित करने का आह्वान किया। उन्होंने आगे कहा कि आज के बदलते परिप्रेक्ष्य में विश्व ‘इलनेस’ से ‘वेलनेस’ की ओर जा रहा हैं और योग सभी लोगों को इसके लिए समर्थ बना रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top