नई दिल्ली, 13 नवंबर: दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बुधवार सुबह सिविल लाइंस स्थित दिल्ली स्पोर्ट्स स्कूल का दौरा कर छात्रों से मुलाकात की। दिल्ली स्पोर्ट्स स्कूल में कक्षा छठी और नौवीं के लिए भारत के अलग-अलग राज्यों में टैलेंट स्काउटिंग के जरिए खेल प्रतिभाओं को चुना जाता है और इस आवासीय स्पोर्ट्स स्कूल में उन्हें 10 ओलंपिक खेलों के लिए ट्रेनिंग और सुविधाएं दी जाती हैं।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि, अबतक देश में हमेशा पढ़ाई और खेल को अलग-अलग माना गया। यही कारण है कि इतनी बड़ी जनसंख्या होने के बावजूद ओलंपिक में जब पदक तालिका देखी जाती है तो हम बहुत नीचे होते हैं। दिल्ली सरकार इस अवधारणा को बदलने का काम कर रही है। हम दिल्ली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी और इसके अंतर्गत दिल्ली स्पोर्ट्स स्कूल के द्वारा ये माहौल बनाने का प्रयास कर रहे है जहां खिलाड़ियों का खेल ही उनकी पढ़ाई होगी और देश का हर आदमी कह सकेगा कि खेल भी पढ़ाई है।
वहीं, मनीष सिसोदिया ने स्पोर्ट्स स्कूल के छात्रों से कहा कि स्पोर्ट्स स्कूल मेरे लिए एक सपने जैसा था, जिसे सच होता देखना भावुक पल है। उन्होंने साझा किया कि एक समय था जब यहां एक टूटी-फूटी बिल्डिंग होती थी लेकिन आज यहां वर्ल्ड क्लास सुविधाओं से लैस ये शानदार स्पोर्ट्स स्कूल है, जिसकी कोई कल्पना नहीं कर सकता है।