सियालकोट, 15 मई : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के दिमाग की बत्ती उस समय जली जब भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऑपरेशन सिंदूर के तुरंत बाद पंजाब के आदमपुर एयरबेस पर पहुंचे और देश की रक्षा में लगे सैनिकों से मिले। प्रधानमंत्री की तस्वीरें जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी तो पड़ोसी देश पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ की नींद भी टूटी और वो बिना देरी किए सियालकोट और पस्रूर में स्थित सेना के एयरबेस पर सैनिकों से मिलने पहुंच गए। इन एयरबेस को भारत की जवाबी कार्रवाई के दौरान खूब नुकसान पहुंचा है।

भारतीय सेना के पराक्रम के बाद पाकिस्तानी सेना के चीफ जनरल आसिम मुनीर की बोलती बंद हो गई। अगले ही दिन सुबह पाकिस्तान ने डीजीएमओ स्तर पर बातचीत शुरू कर सीजफायर का ऐलान कर दिया। शहबाज शरीफ की सियालकोट और पस्रूर एयरबेस यात्राएं यह दर्शाती हैं कि पाकिस्तान भारत के सैन्य संदेशों को हल्के में नहीं ले सकता। ये बेस हाल ही के संघर्ष के बाद जर्जर हो गया है। शरीफ की सेना प्रमुख और रक्षा मंत्री के साथ की गई यात्रा केवल आंतरिक एकजुटता दिखाने का प्रयास है। मोदी ने यह स्पष्ट किया कि ऑपरेशन सिंदूर भारत की नई नीति है, और इसे सिर्फ रोका गया है, खत्म नहीं किया गया।

घबराए-घबराए से नजर आ रहे शहबाज

जबसे भारत ने ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत की है पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ कुछ घबराए-घबराए से नजर आ रहे हैं। राष्ट्र के नाम संबोधन में भी शरीफ के चेहरे पर भारतीय फौज का डर साफ नजर आया था। इसी तर्ज पर अब वो पीएम मोदी को कॉपीकैट करते हुए पाकिस्तानी एयरबेस पर जरूर पहुंचे लेकिन चेहरे पर वही तनाव एक बार फिर नजर आया। शहबाज शरीफ जब सेना के जवानों से मिलने पहुंचे तो उनके साथ असिम मुनीर, उप प्रधानमंत्री इशाक डार, रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ और अन्य भी शामिल थे। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने सियालकोट एयर बेस पर पीएएफ कर्मियों से भी मुलाकात की। हालांकि पीएम मोदी जब आदमपुर एयरबेस पर नजर आ रहे थे तो उनके पीछे बैकग्राउंड में राफेल विमान और एस-400 तैनात दिख रहा था। जो यह सीधा संकेत था कि पाकिस्तान जिस एस-400 सिस्टम और राफेल विमान को गिराने का दावा कर रहा है, वो पूरी तरह झूठा और बेबुनियाद है।

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