पेशावर, 30 जुलाई : पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बाजौर जिले की खार तहसील में जमीयत उलेमा इस्लाम-फजल (जेयूआई-एफ) सम्मेलन में हुए विस्फोट में कम से कम 20 लोग मारे गए, जबकि 150 से अधिक घायल हो गए। इसकी पुष्टि स्थानीय प्रशासन ने किया है। पुलिस ने बताया कि यह विस्फोट बाजौर के खार में जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल (जेयूआई-एफ) के कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान यह धमाका हुआ है।

पुलिस ने कहा कि इस विस्फोट में 150 से अधिक लोग घायल हो गए और उन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस प्रशासन ने इलाके की घेराबंदी कर दी है। रेस्क्यू 1122 के प्रवक्ता बिलाल फैजी ने बताया कि पांच एंबुलेंस घटनास्थल पर पहुंच गई है।

बाजौर जिला आपातकालीन अधिकारी साद खान ने 20 से अधिक मरने वाले और बड़ी संख्या में घायलों की संख्या की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि खार में जेयूआई-एफ के एक प्रमुख नेता मौलाना जियाउल्लाह जान की भी विस्फोट में मृत्यु हो गई। अधिकारी ने बताया कि घायल लोगों को पेशावर और टिमरगेरा के अस्पतालों में ले जाया जा रहा है। विस्फोट स्थल पर मौजूद चश्मदीद ने बताया कि कि घायलों में एक स्थानीय पत्रकार भी शामिल है।

इस बीच, टेलीविजन फुटेज में विस्फोट के बाद घबराए हुए लोग घटनास्थल पर एकत्र होते दिख रहे हैं और घायलों को अस्पतालों में ले जाने के लिए एंबुलेंस आ रही है। बाद में, एक बड़ी पुलिस टुकड़ी ने इलाके की घेराबंदी की।

जेयूआई-एफ प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान ने पार्टी के मीडिया सेल द्वारा जारी एक बयान में घटना पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और केपी सरकार से हमले की जांच की मांग की।

इससे पहले, जेयूआई-एफ नेता हाफिज हमदुल्ला ने कहा कि उन्हें आज सम्मेलन में शामिल होना था, लेकिन कुछ व्यक्तिगत काम के चलते नहीं आ सके थे। उन्होंने कहा कि वो विस्फोट की कड़ी निंदा करते हैं और इसके पीछे के लोगों को संदेश देना चाहता हूं कि यह जिहाद नहीं बल्कि आतंकवाद है। उन्होंने कहा कि आज की घटना मानवता और बाजौर पर हमला है। जमात-ए-इस्लामी के सीनेटर मुश्ताक अहमद ने भी विस्फोट की निंदा की और मौतों पर संवेदना व्यक्त की।

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