नई दिल्ली, 22 अप्रैल: विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता की अध्यक्षता में मंगलवार को बैठक हुई। इसमें विशेषज्ञों और अधिकारियों के साथ विधानसभा भवन के संरक्षण और संवर्धन के लिए समग्र विकास योजना तैयार करने पर चर्चा हुई। इस दौरान विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि विधानसभा भवन केवल दिल्ली ही नहीं, बल्कि पूरे देश की लोकतांत्रिक विरासत का प्रतीक है। दिल्ली विधानसभा स्वतंत्र भारत की पहली संसद थी।

विधानसभा को एक जीवंत विरासत स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। जो भारत में लोकतांत्रिक शासन प्रणाली के विकास और दिल्ली की सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक बनेगा। जनता को विधानसभा परिसर के भ्रमण का अवसर दिया जाए। इसका उद्देश्य विधानसभा की ऐतिहासिक महत्ता को देश और दुनिया में पहचान दिलाना है। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (आईजीएनसीए) तीन सप्ताह के भीतर एक अध्ययन रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा। परियोजना की प्रगति की निगरानी के लिए समिति गठित होगी। इसमें आईजीएनसीए, राष्ट्रीय अभिलेखागार, नगर निगम, विधानसभा सचिवालय व विभिन्न विशेषज्ञों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। विरासत को जीवंत रूप में प्रस्तुत करने के लिए विधानसभा परिसर में भव्य लाइट एंड साउंड शो भी आयोजित किया जाएगा। विधानसभा के इतिहास पर आधारित डॉक्यूमेंट्री का भी निर्माण होगा।

भविष्य में यहां एक संग्रहालय भी स्थापित किया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य विधानसभा परिसर को राष्ट्रीय सांस्कृतिक धरोहर के रूप में विकसित करना है, जो देश-विदेश के लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बने। वहीं, बैठक में विशेषज्ञों ने सुझाव दिया कि आधुनिक संरक्षण तकनीकों को पारंपरिक मूल्यों के साथ जोड़ते हुए एक समग्र दृष्टिकोण अपनाया जाए, ताकि भवन की मूल संरचना की आत्मा को बरकरार रखते हुए देश–विदेश के लोगों को समृद्ध अनुभव प्रदान किया जा सके।

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