नई दिल्ली, 14 जनवरी :कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष तथा लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा है कि दिल्ली में कांग्रेस की सरकार बनती है तो सबसे पहले जाति जनगणना कराई जाएगी और दलितों,पिछड़ों, आदिवासियों की सत्ता में भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए जाति जनगणना का क्रांतिकारी कदम उठाया जाएगा।

श्री गांधी ने सोमवार को यहां सीलमपुर विधानसभा क्षेत्र में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों के साथ खड़ी है और उनके हक की लड़ाई लड़ती रहेगी। भारतीय जनता पार्टी पर नफरत फैलाने और हिंसा भड़काने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस मोहब्बत की दुकान हर जगह खोल रही है और इसके लिए उन्होंने 4000 किलोमीटर की पैदल यात्रा की है। दिल्ली विधानसभा में कांग्रेस पार्टी को विजयी बनाने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने दिल्ली में जो किया था वह असाधारण था और ऐसा काम है सिर्फ कांग्रेस ही कर सकती है इसलिए कांग्रेस का समर्थन कर उसके उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित करें।

कांग्रेस नेता ने कहा,“भाजपा और आरएसएस के लोग देश का संविधान खत्म करना चाहते है। संविधान पर हर तेज आक्रमण हो रहा है, नफरत फैलाई जा रही है लेकिन मैं जब तक जीवित हूं किसी हिंदुस्तानी पर आक्रमण होगा तो राहुल गांधी उनकी रक्षा के लिए मौजूद रहेगा। मेरी राजनीति का मक़सद है कि मैं गरीब से गरीब व्यक्ति की सेवा में खड़ा रहा हूं। मैंने 4000 किलोमीटर पैदल यात्रा इसी संविधान को बचाने के लिए की है। देश में गरीब जनता भूखी मर रही है लेकिन एक उद्योगपति को एयरपोर्ट, पोर्ट सब कुछ सौपा जा रहा है, ऐसा हिंदुस्तान हमको नहीं चाहिए। मैं जहां भी जाता हूं यही कहता हूं कि इस देश में गरीबों की भागीदारी नहीं है।”

श्री गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर हमला करते हुए कहा कि उन्होंने महंगाई रोकने के लिए जो वादा किया था कि इसको लेकर कोई कदम नहीं उठाया। आज महंगाई चरम पर है, गरीब और गरीब हो रहा है तथा अमीर की अमीरी लगातार बढ़ रही है। देश का पूरा पैसा अडानी और अंबानी को मिल रहा है और यह दोनों उद्योगपति श्री मोदी की मार्केटिंग करते हैं। श्री मोदी और श्री केजरीवाल कभी अडानी की खिलाफ नहीं बोलते हैं लेकिन मैं साफ कहता हूं कि हमें अरबपतियों का देश नहीं चाहिए। हम सब कहते हैं कि देश में 50 प्रतिशत पिछड़े लोग हैं, 15 प्रतिशत दलित है, आठ प्रतिशतआदिवासी और 15 प्रतिशत अल्पसंख्यक हैं। न्यायपालिका या किसी अन्य क्षेत्र में दलित, पिछड़ा या आदिवासी नहीं मिलेगा। देश को चलाने वाले जो 90 लोगों में इन वर्गों की हिसेस्सेदारी नहीं है। बजट की बात आती है तो जो पिछड़े वर्ग के अधिकारी सिर्फ पांच प्रतिशत बजट पर निर्णय लेते हैं। दलित और पिछड़ा वर्ग की आबादी 65 प्रतिशत है लेकिन उनकी भागीदारी है सिर्फ छह प्रतिशत है। श्री मोदी और श्री केजरीवाल जाति जनगणना नहीं चाहते हैं। वे नहीं चाहते हैं कि शासन में इन वर्गों की भागीदारी हो।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस भागीदारी और समानता चाहती है इसलिए जिस दिन कांग्रेस की सरकार आएगी उस दिन आरक्षण 50 प्रतिशत से आगे होगा और जाति जनगणना कराई जाएगी। वह चाहते हैं कि देश में दलितों, अल्पसंख्यकों, पिछड़ों, आदिवासियों को भागीदारी मिले। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ही इन वर्गों को भागीदारी दे सकती है और इसी का परिणाम है कि देश में लोगों को मनरेगा लागू हुआ, शिक्षा का अधिकार मिला, भोजन का अधिकार मिला।

श्री गांधी ने कहा कि दिल्ली में यदि कांग्रेस की सरकार बनती है तो जाति जनगणना कराई जाएगी। इससे पता चल जाएगा कि दिल्ली सरकार में दलित, पिछड़ों आदिवासियों की कितनी भागीदारी है। आज सच्चाई यह है कि किसी स्तर पर इन वर्गों की भागीदारी नहीं है लेकिन यदि जाति जनगणना होती है तो यह क्रांतिकारी कदम होगा और कमजोरों को उनका अधिकार मिलेगा।

इससे पहले रैली को संबोधित करते हुए दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने कहा कि 10 साल पहले केंद्र और दिल्ली की सत्ता में दो लोग आए थे, शुरु में दोनों ने सत्ता में आने के लिए बहुत से सपने दिखाए। एक ने कहा कि महंगाई कम होगी, लेकिन सिर्फ संविधान को कमजोर करने का काम किया। इसी तरह दिल्ली में भी एक सपनों का सौदागर आया। उसने कहा- भ्रष्टाचार खत्म कर दूंगा, लोकपाल बिल लेकर आऊंगा, हर घर में बिजली और पानी दूंगा। नए अस्पताल खोलूंगा, नए स्कूल खोलूंगा। लेकिन सबने देखा है, इनके 25 विधायक, मंत्री और खुद पूर्व मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार के मामले में जेल गए। रैली में कांग्रेस नेता के सी वेणुगोपाल, दिल्ली के प्रभारी काज़ी निजामुद्दीन, वरिष्ठ नेता राजेश तिलोटिया सहित कई प्रमुख लोग भी मौजूद थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *