नई दिल्ली, 22 फरवरी: आम आदमी पार्टी (आप) की नेता आतिशी ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से जारी हालिया समन चंडीगढ़ महापौर चुनाव मामले में उच्चतम न्यायालय द्वारा ‘आप’ के पक्ष में दिए गए फैसले का भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओर से ‘बदला’ लेने की कोशिश है। आतिशी के आरोप पर ईडी या भाजपा की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
दिल्ली विधानसभा परिसर में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए आतिशी ने दावा किया कि ईडी का समन केजरीवाल और आप को डराने की कोशिश है। आधिकारिक सूत्रों ने बृहस्पतिवार को बताया कि ईडी ने सातवीं बार समन जारी कर केजरीवाल को दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 (अब रद्द) से जुड़े धनशोधन मामले में पूछताछ के लिए 26 फरवरी को अपने कार्यालय में तलब किया है। केजरीवाल ने अबतक ईडी की ओर से जारी सभी समन को ‘गैर-कानूनी’ करार देकर नजरअंदाज किया है।
आतिशी ने कहा, ”यह समन चंडीगढ़ महापौर चुनाव के मामले में उच्चतम न्यायालय द्वारा लोकतंत्र को कायम रखने का बदला लेने की भाजपा की कोशिश है। यह चंडीगढ़ महापौर चुनाव में आप की जीत का बदला है।” प्रधान न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली उच्चतम न्यायालय की पीठ ने मंगलवार को चंडीगढ़ महापौर चुनाव के नतीजे को पलट दिया। अदालत ने भाजपा उम्मीदवार की अप्रत्याशित जीत को रद्द करते हुए आप-कांग्रेस गठबंधन के उम्मीदवार कुलदीप कुमार को नया महापौर घोषित किया।
आतिशी ने कहा कि समन को नजरअंदाज करने पर ईडी ने खुद अदालत का रुख किया था, लेकिन एजेंसी क्यों मामले में उसी अदालत के फैसले का इंतजार नहीं कर सकती। ईडी ने केजरीवाल द्वारा समन पर अमल नहीं किए जाने के बाद राउज एवेन्यू अदालत का रुख किया था। अदालत ने ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक को 16 मार्च को व्यक्तिगत रूप से पेश होने का निर्देश दिया है। आतिशी ने कहा कि आप और केजरीवाल ईडी के समन से डरने वाले नहीं हैं और देश में लोकतंत्र को बचाने के लिए भाजपा से अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।