लखनऊ, 19 दिसंबर: उत्तर प्रदेश विधानमंडल सत्र की गुरुवार को कार्यवाही शुरू होते ही समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने गृहमंत्री अमित शाह के संविधान निर्माता डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर पर दिए गए बयान पर जमकर हंगामा किया और नारेबाजी की। सपा सदस्य विधानसभा में डॉ. अंबेडकर की फोटो लेकर पहुंचे थे।
हंगामे को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने अन्य सदस्यों से प्रश्न पूछने की अपील की लेकिन किसी ने भी सवाल नहीं पूछा। इस दौरान सदन की कार्यवाही हंगामे के बीच होती रही। इस दौरान सपा सदस्य ‘जय भीम’ और ‘बाबा साहेब का यह अपमान, नहीं सहेगा हिंदुस्तान’ के नारे लगा रहे हैं। तख्तियां लेकर नारेबाजी की।
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने पहले सपा विधायकों से शांत रहने की अपील की और बाद में नाराजगी भी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब की फोटो आप लोग उल्टी-तिरछी पकड़े हुए हैं। आप क्या सम्मान करेंगे। पहले फोटो तो सीधी पकड़ें।
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि बाबा साहेब का सम्मान भाजपा ने सबसे ज्यादा किया। विपक्ष ने बाबा साहेब के बनाए संविधान की प्रस्तावना भी बदल दी। बाबा साहेब का विपक्ष ने कभी सम्मान नहीं किया।
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि सदन में किसानों के मुद्दे पर चर्चा करनी है। बाबा साहेब का सम्मान सभी करते हैं। पूरा प्रदेश देख रहा है। मै आपसे प्रार्थना करता हूं कि अपनी सीट पर जाएं। विपक्ष ने बाबा साहेब को कभी सम्मान नहीं दिया। बाबा साहब की फोटो का सम्मान कीजिए, उसे गले से लगाइए।
उन्होंने कहा कि बाबा साहेब की फोटो लगाकर राजनीति न करें। बाबा साहेब ने कहा था कि सदन में जनता के कल्याण की बात होगी। किसान के हित में बात करें। अपनी बात सीट पर बैठकर कहें, सरकार जवाब देगी।
कांग्रेस ने सपा का समर्थन किया। कांग्रेस की विधायक आराधना मिश्रा ने सपा का समर्थन किया।
वहीं, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, “गृह मंत्री अमित शाह बाबा साहेब अंबेडकर के प्रति श्रद्धा रखते हैं और उनके अनुयायियों की भावनाओं के अनुरूप काम करते हैं। कांग्रेस की राजनीतिक जमीन खिसक चुकी है इसलिए वो फर्जी मुद्दे उछाल रही है, जो कि तथ्य विहीन हैं।
इधर, अखिलेश ने सपा कार्यालय में सुबह विधायकों के साथ मीटिंग की। इसमें बाबा साहेब पर टिप्पणी का मुद्दा उठाने की बात भी कही।