– श्रद्धांजलि अर्पित कर राष्ट्रपति मुर्मू और पीएम मोदी समेत अनेक नेताओं ने किया याद
– बाबा साहब का जीवन हम सभी के लिए प्रेरणा स्रोत
नई दिल्ली, 14 अप्रैल: संविधान निर्माता और सामाजिक न्याय के प्रतीक डॉ. भीमराव अंबेडकर की 134वीं जयंती के अवसर पर संसद भवन परिसर समेत देशभर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें श्रद्धा और सम्मान के साथ याद किया गया। इस अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत प्रमुख नेताओं और विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने बाबा साहेब को श्रद्धांजलि अर्पित की है।
राजधानी दिल्ली स्थित संसद परिसर में प्रेरणा स्थल पर आयोजित कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, विपक्ष के नेता राहुल गांधी, सोनिया गांधी, जेपी नड्डा, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू सहित अनेक प्रमुख नेताओं ने बाबासाहेब को पुष्पांजलि अर्पित की। इस मौके पर बौद्ध भिक्षुओं की उपस्थिति में मंत्रोच्चारण हुआ और नेताओं ने उनसे आशीर्वाद भी प्राप्त किया। संसद भवन का यह दृश्य आज संविधान की आत्मा और समानता के संदेश से ओतप्रोत रहा।
डॉ. आंबेडकर फाउंडेशन विचारों का करता है प्रसार
डॉ. आंबेडकर फाउंडेशन का गठन बाबा साहेब के संदेश और विचारधाराका प्रसार करने के लिए किया गया था। 1991 में बाबासाहेब की शताब्दी समारोह समिति का गठन किया गया और इसकी अध्यक्षता तत्कालीन प्रधानमंत्री ने की थी। इस समिति ने फाउंडेशन की स्थापना करने का निर्णय लिया। 24 मार्च, 1992 को स्वायत्त निकाय डॉ. आंबेडकर फाउंडेशन की स्थापना केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के तत्वावधान में की गई। इसका उद्देश्य अखिल भारतीय स्तर पर बाबासाहेब के विचारों और दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने के लिए कार्यक्रम और गतिविधियां आयोजित करना था।
डॉ. आंबेडकर राष्ट्रीय स्मारक में संजोयी गई हैं यादें
डॉ . आंबेडकर राष्ट्रीय स्मारक बाबा साहेब के जीवन, कार्य और योगदान को संरक्षित करने और प्रदर्शित करने के लिए समर्पित है। डॉ. बीआर आंबेडकर प्रसिद्ध समाज सुधारक, वक्ता, प्रख्यात लेखक, इतिहासकार, न्यायविद, मानव विज्ञानी और राजनीतिज्ञ थे। संग्रहालय में डॉ. आंबेडकर के जीवन से संबंधित व्यक्तिगत सामान, तस्वीरें, पत्र और दस्तावेजों का संग्रह है। इसमें उनकी शिक्षा, सामाजिक सुधार आंदोलन और राजनीतिक करियर शामिल हैं। उनके भाषणों और साक्षात्कारों को दिखाने के लिए ऑडियो-विजुअल की व्यवस्था है।