वियना/नयी दिल्ली, 22 जून : अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर अमेरिकी हमले के मद्देनजर सोमवार को आपात बैठक बुलायी है।

आईएईए महानिदेशक राफेल मारियानो ग्रॉसी ने एक्स पर अपने पोस्ट में कहा,“ईरान में गंभीर स्थिति के मद्देनजर कल गवर्नर्स की आपात बैठक बुलायी गयी है।”

श्री ग्रॉसी ने आगे कहा कि तीन परमाणु स्थलों पर हमले किये गये हैं हालांकि इस समय तक ऑफ-साइट विकिरण के स्तर में कोई वृद्धि नहीं हुई है। ईरान में स्थिति पर आगे का आकलन तब किया जाएगा जब और अधिक जानकारी उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि पिछले नौ दिनों में ईरान पर इजरायल के हमलों के दौरान इस्फ़हान में एक बड़े परमाणु परिसर को दूसरी बार निशाना बनाया गया है, जिसमें कई और इमारतें भी शामिल हैं।

इससे पहले आईएईए महानिदेशक ने शनिवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को पेश रिपोर्ट में कहा था कि ईरान में परमाणु स्थलों पर हमले वहां परमाणु सुरक्षा और संरक्षा में भारी गिरावट का कारण बना है, हालांकि अब तक कोई रेडियोलॉजिकल रिलीज नहीं हुआ है लेकिन ऐसा होने का खतरा है।

इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने घोषणा की है कि उनके देश ने तीन परमाणु सुविधाओं – फ़ोर्डो, इस्फ़हान और नतांज़ पर हमले किए हैं। उन्होंने कहा , “हमारा उद्देश्य ईरान की परमाणु संवर्धन क्षमता को नष्ट करना और दुनिया के नंबर एक आतंक प्रायोजक देश से उत्पन्न परमाणु खतरे को रोकना था। मैं दुनिया को बता सकता हूँ कि हमले शानदार, सैन्य सफलता थे। परमाणु संवर्धन सुविधाएँ पूरी तरह से नष्ट कर दी गई हैं।”

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा,“अमेरिका की जबरदस्त और न्यायपूर्ण ताकत के साथ आज रात ईरान के परमाणु ठिकानों पर की गई कार्रवाई में अमेरिका बेजोड़ साबित हुआ है। उसने वह किया है जो दुनिया का कोई भी देश नहीं कर सकता। इतिहास दर्ज करेगा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने दुनिया के सबसे खतरनाक शासन को दुनिया के सबसे खतरनाक हथियार से वंचित करने का काम किया। श्री ट्रंप और मैंने ताकत के जरिए शांति की पेशकश की। पहले ताकत आती है और फिर शांति आती है।”

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