डसेलडोर्फ, 20 अगस्त : सुदीप चिरमाको ने दो गोल दागे लेकिन चार देशों के टूर्नामेंट में यह भारतीय जूनियर पुरुष हॉकी टीम को जर्मनी के खिलाफ जीत दिलाने के लिए काफी नहीं था। मेजबान जर्मनी ने मिशेल स्ट्रूथॉफ (41 वां मिनट), बेन हस्बैक (53वां मिनट), और फ्लोरियन स्पर्लिंग (55वां) के गोल के दम पर इस मुकाबले को 3-2 से जीत लिया। चिरमाको ने सातवें और 60वें मिनट में भारत के लिए गोल किये। स्पेन पर 6-2 की जीत के बाद भारतीय टीम इस मुकाबले में बढ़े हुए हौसले से उतरी थी। टीम ने सातवें मिनट में चिरमाको के गोल की मदद से शुरुआती बढ़त हासिल कर ली। जर्मनी के बराबरी करने की पूरी कोशिश की लेकिन भारत पहले क्वार्टर में अपनी बढ़त बनाए रखने में सफल रहा। जर्मनी ने दूसरे क्वार्टर में अपनी खेल की गति बढ़ाई और भारतीय रक्षापंक्ति ने उसे माकूल जवाब दिया। इस बीच भारतीय टीम ने भी जवाबी हमले किये लेकिन प्रतिद्वंद्वी टीम का भी रक्षण शानदार रहा। मध्यांतर के समय तक भारतीय टीम अपनी बढ़त को बरकरार रखने में सफल रही। दूसरे हाफ की शुरुआत में जर्मनी ने मैच का अपना पहला गोल हासिल करने के लिए पूरा दमखम झोक दिया लेकिन भारत अच्छी तरह से बचाव करने में सफल रहा। स्ट्रूथॉफ ने 41वें मिनट में भारतीय रक्षापंक्ति को भेद को गेंद को गोल पोस्ट में पहुंचा कर स्कोर को 1-1 से बराबर कर दिया। मैच के आखिरी 15 मिनट में दोनों टीमों ने बढ़त लेने के लिए खेल की गति को बढ़ाया। जर्मनी ने इस बीच भारतीय रक्षापंक्ति की कमजोरी का फायदा उठाते हुए दो मिनट के अंदर दो गोल कर 3-1 कर बढ़त बना ली। हस्बैक ने 53वें मिनट में टीम को बढ़त दिलाई तो वहीं स्पर्लिंग इस अंतर को और बड़ा किया। मैच के आखिरी क्षणों में चिरमाको ने अपना दूसरा गोल दागा लेकिन यह टीम को हार से बचाने के लिए काफी नहीं थाा। भारतीय टीम अपने अगले मुकाबले में सोमवार को इंग्लैंड का सामना करेगी।
भारत शान से एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में, मलेशिया से होगा खिताबी मुकाबला
चेन्नई, 12 अगस्त : भारत ने अपने आक्रामक और रणनीतिक खेल का खूबसूरत नजारा पेश करते हुए शुक्रवार को यहां जापान को 5-0 से करारी शिकस्त देकर एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी (एसीटी) हॉकी प्रतियोगिता के फाइनल में प्रवेश किया जहां उसका सामना शनिवार को मलेशिया से होगा। मलेशिया ने पहले सेमीफाइनल में दक्षिण कोरिया को 6-2 से पराजित किया। भारत ने राउंड रोबिन लीग चरण में मलेशिया को 5-0 से करारी शिकस्त दी थी और वह फाइनल में खिताब के प्रबल दावेदार के रूप में शुरुआत करेगा। तीन बार के चैंपियन भारत की तरफ से आकाशदीप सिंह (19वें मिनट), कप्तान हरमनप्रीत सिंह (23वें मिनट), मनदीप सिंह (30वें मिनट), सुमित (39वें मिनट) और सेल्वम कार्ति (51वें मिनट) ने गोल किये। जापान ने लीग चरण में भारत को 1-1 से बराबरी पर रोका था लेकिन शुक्रवार को दूसरे सेमीफाइनल में पहले क्वार्टर को छोड़कर भारतीयों के सामने उसकी एक नहीं चली। पहले क्वार्टर में भारतीय टीम अपने आक्रामक तेवरों का खुलकर प्रदर्शन नहीं कर पाई लेकिन दूसरे क्वार्टर में उसने 12 मिनट के अंदर तीन गोल करके इसकी भरपाई कर दी। भारत को खेल के दूसरे मिनट में ही जरमनप्रीत सिंह के प्रयासों से पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन हरमनप्रीत के शॉट को जापान के गोलकीपर तकाशी योशिकावा ने पांव से बाहर का रास्ता दिखा दिया। शमशेर सिंह को इसके तुरंत बाद ग्रीन कार्ड मिलने के कारण दो मिनट तक बाहर बैठना पड़ा। भारत ने दूसरे क्वार्टर के चौथे मिनट में आकाशदीप के गोल से शुरुआती बढ़त हासिल की। हार्दिक सिंह और सुमित ने सर्किल के दाएं तरफ से यह मूव बनाया। हार्दिक का शॉट गोलकीपर ने रोक दिया लेकिन गेंद सीधे आकाशदीप के पास चली गई जिन्होंने उसे गोल में डालने कोई गलती नहीं की। भारतीय टीम को इसके चार मिनट बाद पेनल्टी कॉर्नर मिला जिसे हरमनप्रीत ने बड़ी खूबसूरती से गोल में बदला। मध्यांतर के ठीक पहले भारत ने मनदीप के मैदानी गोल से बढ़त 3-0 कर दी। मनदीप ने मनप्रीत सिंह के शॉट को डिफलेक्ट करके गोल में डाला। तीसरे क्वार्टर में भारत ने शुरू में ही मौका बनाया था, लेकिन उसे इसका फायदा नहीं मिला। भारतीय टीम के हमलावर तेवर हालांकि जारी रहे और ऐसे में सुमित ने मैदानी गोल करके जापान के खिलाड़ियों की पेशानी पर बल ला दिये। मनप्रीत ने इस गोल में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने सुमित को गेंद थमाई जिनका स्कूप गोलकीपर योशिकावा के ऊपर से गोल पोस्ट के अंदर चला गया। भारत को 43वें मिनट में भी मौका मिला था लेकिन आकाशदीप तब मनदीप के प्रयास का फायदा नहीं उठा पाए। स्थानीय खिलाड़ी कार्ति ने चौथे क्वार्टर में जब गोल किया तो पूरा स्टेडियम शोर के आगोश में डूब गया। हरमनप्रीत में सर्किल के अंदर सुखजीत सिंह को हवा में दी जिन्होंने उसे कार्ति की तरफ बढ़ा दिया। कार्ति ने बड़ी चतुराई से अपनी दिशा बदली और करारा शॉट जमाकर गेंद को गोल के हवाले किया।
भारत ने तीसरे टी20 मैच में वेस्टइंडीज को सात विकेट से हराया
गयाना, 09 अगस्त: भारत ने कुलदीप यादव (28/3) की नायाब गेंदबाजी और सूर्यकुमार यादव (44 गेंद, 83 रन) के आतिशी अर्द्धशतक की बदौलत तीसरे टी20 में मंगलवार को वेस्ट इंडीज पर सात विकेट से जीत दर्ज की। वेस्ट इंडीज ने रोवमैन पॉवेल (19 गेंद, 40 रन) के तूफानी योगदान की मदद से भारत के सामने 160 रन का लक्ष्य रखा। भारत ने करो या मरो मुकाबले में यह लक्ष्य 17.5 ओवर में हासिल कर सीरीज की हार टाल दी। वेस्ट इंडीज 15 ओवर में 106 रन ही बना सकी थी मगर पॉवेल की ताबड़तोड़ बल्लेबाजी से मेज़बान टीम अंतिम पांच ओवर में 53 रन जोड़ने में सफल रही। सूर्यकुमार ने हालांकि 44 गेंद पर 10 चौकों चार छक्कों की मदद से 83 रन बनाकर मैच को भारत की झोली में डाल दिया। सूर्यकुमार भले ही शतक से चूक गये, लेकिन उनकी और तिलक वर्मा (49 नाबाद) की 87 रन की साझेदारी ने भारत को 13 गेंद शेष रहते हुए लक्ष्य तक पहुंचा दिया। भारत ने लक्ष्य का पीछा करते हुए डेब्यूटांट यशस्वी जायसवाल (एक) और शुभमन गिल (छह) के विकेट सस्ते में गंवा दिये, लेकिन सूर्यकुमार की धुआंधार बल्लेबाजी की मदद से मेहमान टीम पावरप्ले में 60 रन जोड़ने में कामयाब रही। एकदिवसीय शृंखला और शुरुआती दो टी20 मैचों में लयविहीन रहे सूर्यकुमार ने इस मैच में चौका जड़कर खाता खोला, जबकि दूसरी गेंद पर छक्का लगाकर उन्होंने अपने इरादे साफ कर दिये। उपकप्तान सूर्यकुमार ने आठवें ओवर में रोमारियो शेफर्ड की नीची फुलटॉस पर चौका लगाकर 23 गेंद में अर्द्धशतक पूरा किया। विंडीज के कप्तान पॉवेल ने रनों पर लगाम लगाने के लिये स्पिनरों को गेंद सौंपी। यह प्रयास हालांकि निरर्थक साबित हुआ और सूर्यकुमार ने अपने रंग में लौटने का अंदेशा देते हुए अकील हुसैन को कवर्स के ऊपर से चौका लगाया। एशिया, यूरोप और ओशिआनिया में शतक जड़ चुके सूर्यकुमार के पास अमेरिकी महाद्वीप में सैकड़ा जमाने का मौका था, लेकिन वह अल्ज़ारी जोसेफ़ की एक फुलटॉस पर ब्रैंडन किंग को कैच दे बैठे। सूर्यकुमार के पवेलियन लौटने के बाद तिलक ने आक्रामक बल्लेबाजी की ज़िम्मेदारी अपने कंधों पर ली। तिलक ने कप्तान हार्दिक पांड्या (20 नाबाद) के साथ चौथे विकेट के लिये 43 रन की अविजित साझेदारी की। तिलक हालांकि अर्द्धशतक से एक रन दूर रह गये और पांड्या ने छक्का जड़कर भारत को जीत दिलाई। इससे पूर्व, टॉस जीतकर बल्लेबाजी करते हुए वेस्ट इंडीज भारतीय स्पिनरों के आगे खुलकर नहीं खेल सकी। कुलदीप यादव, युज़वेंद्र चहल और अक्षर पटेल ने आपस में 12 ओवर फेंकते हुए मात्र 85 रन दिये। पावरप्ले में वेस्ट इंडीज के सिर्फ 38 रन बन पाने के बाद सलामी बल्लेबाज काइल मेयर्स और ब्रैंडन किंग ने जोखिम उठाना शुरू किया। इस कोशिश में मेयर्स 20 गेंद पर 25 रन बनाकर आउट हो गये। सलामी बल्लेबाज ब्रैंडन किंग ने तीन चौकों और एक छक्के के साथ वेस्ट इंडीज के लिये सर्वाधिक 42 रन बनाये, हालांकि इसके लिये उन्होंने 42 गेंदें भी खेलीं। पिछले दो मैचों में अर्द्धशतक बनाने वाले निकोलस पूरन 12 गेंद पर 20 रन बनाकर आउट हुए, जबकि जॉनसन चार्ल्स (14 गेंद, 12 रन) भी बड़ा स्कोर नहीं बना सके। कुलदीप ने अपने नायाब स्पेल में चार्ल्स, पूरन और किंग के विकेट लेकर मेज़बान टीम की कमर तोड़ने का काम किया। वेस्ट इंडीज 16 ओवर में मात्र 113 रन तक पहुंच सकी, हालांकि इस समय तक भारतीय स्पिनरों के ओवर समाप्त हो चुके थे। मुकेश कुमार ने 18वें ओवर की पहली गेंद पर अपना स्पेल शुरू करते हुए शिमरन हेटमायर को आउट किया, हालांकि इसके बाद पॉवेल भारतीय गेंदबाजी पर हावी हो गये। उन्होंने मुकेश का ओवर खत्म होने से पहले एक चौका जड़ा, जबकि अगले ओवर में अर्शदीप सिंह को दो छक्के लगाते हुए 17 रन जोड़े। मुकेश ने आखिरी ओवर की शुरुआती चार गेंदों पर सिर्फ दो रन दिये लेकिन पॉवेल ने पांचवीं गेंद पर छक्का लगाकर इस ओवर में भी आवश्यक रन बटोर लिये। कुलदीप ने चार ओवर में 28 रन देकर तीन विकेट लिये, जबकि अक्षर ने चार ओवर में 24 रन देकर एक विकेट चटकाया। मुकेश ने दो ओवर में 19 रन देकर एक सफलता हासिल की। वेस्ट इंडीज अब भारत के विरुद्ध पांच मैचों की सीरीज में 2-1 से आगे है। दोनों टीमें 12 अगस्त को फ्लोरिडा के लौडरहिल में चौथे टी20 के लिये आमने-सामने होंगी।
भारत ने तीसरे वनडे में वेस्टइंडीज को 200 रन से हराया, श्रृंखला 2-1 से जीती
तारोबा, 02 अगस्त : भारत ने तीसरे और आखिरी एक दिवसीय क्रिकेट मैच में वेस्टइंडीज को 200 रन से हराकर श्रृंखला 2.1 से जीत ली लेकिन विश्व कप से पहले टीम संयोजन को लेकर कई सवाल अभी अनसुलझे रह गए हैं। कप्तान रोहित शर्मा और सीनियर बल्लेबाज विराट कोहली ने एक बार फिर बाहर रहकर विश्व कप के लिये संभावित खिलाड़ियों को मौका दिया लेकिन सारे प्रयोग कर लेने के बाद भी टीम संयोजन बनता नहीं दिख रहा। अभी तक खामोश रहा शुभमन गिल का बल्ला आखिरकार बोला और उन्होंने 92 गेंद में 85 रन बनाये। इसके साथ ही ईशान किशन (63 गेंद में 77 रन) के साथ 143 रन की साझेदारी भी की। भारत ने पहले बल्लेबाजी के लिये भेजे जाने पर पांच विकेट पर 351 रन बनाये। संजू सैमसन ने 41 गेंद में 51 रन बनाकर मध्यक्रम के लिये अपना दावा पुख्ता किया। कप्तान हार्दिक पंड्या ने 52 गेंद में पांच छक्कों और चार चौकों की मदद से नाबाद 70 रन बनाये। जवाब में कैरेबियाई टीम 35.3 ओवर में 151 रन पर आउट हो गई। मुकेश कुमार ने सात ओवर में 30 रन देकर तीन विकेट लिये। वेस्टइंडीज के लिये गुडाकेश मोती ने नाबाद 39 और अलजारी जोसेफ ने 26 रन बनाये और नौवें विकेट के लिये 55 रन जोड़े। शार्दुल ठाकुर ने 6.3 ओवर में 37 रन देकर चार विकेट लिये। जयदेव उनादकट को एक और कुलदीप यादव को दो विकेट मिले। इसके बावजूद एशिया कप और विश्व कप से पहले कई प्रश्न अनुत्तरित रह गए हैं। मसलन ईशान का प्रदर्शन अच्छा रहा लेकिन अगर केएल राहुल फिट होते हैं तो फिर उनका बल्लेबाजी क्रम क्या होगा। ईशान के लिये रोहित शर्मा अपना बल्लेबाजी क्रम छोड़ेंगे, इसकी संभावना कम ही है। अगर ईशान को मध्यक्रम में उतारा जाता है तो क्या यह सही होगा। श्रेयस अय्यर अगर फिट नहीं होते हैं तो सैमसन चौथे नंबर पर उतर सकते हैं। लेकिन पूरा समय होने के बावजूद वह कल बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे। सूर्यकुमार यादव भी 35 रन बनाकर आउट हो गए और टी20 वाला फॉर्म वनडे में दिखाने में नाकाम रहे। श्रेयस और राहुल दोनों के फिट होने पर उनके लिये टीम में जगह बनाना मुश्किल हो जायेगा। गेंदबाजी में भी युजवेंद्र चहल को एक भी मैच में मौका नहीं दिया गया। अब विश्व कप से पहले भारत को सिर्फ नौ मैच (अगर टीम एशिया कप फाइनल में पहुंचती है) खेलने हैं। रविंद्र जडेजा स्पिनर के तौर पर पहली पसंद हैं जिससे अक्षर पटेल के लिये जगह नहीं बनती। वहीं जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज और शार्दुल के रहते मुकेश कुमार के लिये जगह बना पाना मुश्किल होगा।
एशियाई पुरुष हॉकी चैंपियंस ट्रॉफी : चेन्नई पहुंची भारतीय टीम
चेन्नई, 01 अगस्त : भारतीय पुरुष हॉकी टीम गुरुवार से शुरू होने वाली एशियाई पुरुष हॉकी चैंपियंस ट्रॉफी 2023 से पहले मंगलवार की सुबह चेन्नई पहुंची। पुरुष हॉकी टीम के मुख्य कोच क्रेग फुल्टन ने चेन्नई हवाई अड्डे पर पहुंचे जहां उन्होंने कहा कि उनकी टीम टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश करेगी और वे घर पर खेलने के लिए उत्साहित हैं। उन्होंने कहा, हर कोई चाहता है कि टीम अच्छा प्रदर्शन करे। इसलिए हम जीतना चाहते हैं। टीम से काफी उम्मीदें हैं, इसलिए हमें थोड़ा धैर्य रखने की जरूरत है। लेकिन साथ ही, अब हमारे पास इस सप्ताह अच्छा खेलने का अच्छा मौका है। हॉकी इंडिया ने 25 जुलाई को 18 सदस्यीय पुरुष हॉकी टीम की घोषणा की जो एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी चेन्नई 2023 में प्रतिस्पर्धा करेगी। टूर्नामेंट के पूल चरण के दौरान भारत का सामना कोरिया, मलेशिया, पाकिस्तान, जापान और चीन से होगा। एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी चेन्नई 2023 महत्वपूर्ण हांग्जो एशियाई खेलों 2023 के लिए एक तैयारी कार्यक्रम के रूप में भी काम करेगी। टीम का नेतृत्व शीर्ष ड्रैग-फ्लिकर और डिफेंडर हरमनप्रीत सिंह कर रहे हैं, जबकि मिडफील्डर हार्दिक सिंह टीम के उप-कप्तान होंगे।
वेस्टइंडीज ने दूसरा वनडे छह विकेट से जीता, सीरीज 1-1 से बराबरी पर
ब्रिजटाउन, 30 जुलाई : विश्वकप के लिए बल्लेबाजी के दावेदारों को परखने की भारत की रणनीति उछाल भरी पिच पर नहीं चल पाई तथा वेस्टइंडीज ने बारिश से प्रभावित दूसरे एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में शनिवार को यहां छह विकेट से जीत दर्ज करके तीन मैचों की श्रृंखला बराबर कर दी। भारतीय टीम प्रबंधन का कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली को विश्राम देने का फैसला सही साबित नहीं हुआ क्योंकि मध्यक्रम का कोई भी बल्लेबाज तेज, उछाल और टर्न लेती पिच पर नहीं चल पाया और उसकी पूरी टीम 40.5 ओवर में 181 रन पर आउट हो गई। इसके जवाब में वेस्टइंडीज ने शार्दुल ठाकुर (8 ओवर में 42 रन देकर तीन विकेट) के शानदार स्पेल से पार पाकर 36.4 ओवर में चार विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर दिया। उसकी तरफ से कप्तान शाई होप ने नाबाद 63 और कीसी कार्टी ने नाबाद 48 रन बनाए। इन दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 91 रन की अटूट साझेदारी की। वेस्टइंडीज ने इस तरह से भारत के खिलाफ द्विपक्षीय श्रृंखलाओं में दिसंबर 2019 के बाद पहली जीत हासिल की। वेस्टइंडीज के कप्तान शाई होप ने टॉस जीतकर गेंदबाजी करने का फैसला किया। जिसके बाद भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन ने 55 गेंद में इतने ही रन बनाये और शुभमन गिल (34 रन, 49 गेंद) के साथ पहले विकेट के लिए 90 रन जोड़कर अच्छी शुरुआत दिलायी। लेकिन इस भागीदारी के टूटते ही लय टूट गयी और भारतीय टीम ने अगले 7.2 ओवर में 23 रन पर पांच विकेट गंवा दिये। विश्व कप से महज 10 मैच पहले रोहित और कोहली को आराम देने के फैसले का कोई मतलब नहीं दिखता। इससे फैसले पर सवालिया उठेंगे। बारिश के कारण खेल में दो बार व्यवधान पड़ा लेकिन वेस्टइंडीज के गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन जारी रखा। किशन विश्व कप के दौरान पारी का आगाज नहीं करेंगे लेकिन उन्होंने लगातार दूसरा अर्धशतक जड़कर दूसरे विकेटकीपर (बशर्ते केएल राहुल विश्व कप के लिए फिट हों) के तौर पर अपना दावा मजबूत कर दिया है। हालांकि यह संजू सैमसन के बारे में नहीं कहा जा सकता जो 19 गेंद में नौ रन ही बना सके और अक्षर पटेल (एक रन) ने सुनहरा मौका गंवा दिया। बायें और दायें हाथ के बल्लेबाजों के संयोजन को ध्यान में रखते हुए उन्हें तीसरे और चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए भेजा गया लेकिन दोनों खिलाड़ी जेडन सील्स (छह ओवर में 28 रन देकर एक विकेट), अल्जारी जोसफ (35 रन देकर दो विकेट) और रोमारियो शेपर्ड (37 रन देकर तीन विकेट) की शार्ट पिच गेंदों के सामने जूझते दिखे। इनके अलावा उन्हें बायें हाथ के स्पिनर गुडोकश मोती (9.3 ओवर में 36 रन देकर तीन विकेट) और लेग स्पिनर यानिक कारिया (25 रन देकर एक विकेट) के टर्न और उछाल से भी उन्हें परेशानी हुई। कार्यवाहक कप्तान हार्दिक पंड्या (07) भी वेस्टइंडीज के गेंदबाजों के झांसे में आ गये। पंड्या ने शॉर्ट गेंद से निपटने की कोशिश की लेकिन उनका संयम भी जवाब दे गया और सील्स की गेंद को पुल करने का प्रयत्न करते हुए मिडविकेट पर ब्रैंडन किंग को आसान कैच देकर आउट हुए। अक्षर पटेल सीमित ओवरों की क्रिकेट में गेंदबाज की तुलना में अच्छे बल्लेबाज बनते जा रहे हैं इसलिये उन्हें चौथे नंबर पर उतारा गया जिसके लिए श्रेयस अय्यर के फिट होने का इंतजार है। वह भी शेपर्ड की गेंद का शिकार हुए और विकेटकीपर होप को कैच थमा बैठे। सैमसन कहीं भी लय में नहीं दिखे जिन्होंने अपना अंतिम प्रतिस्पर्धी मैच इंडियन प्रीमियर लीग में 19 मई को खेला था। वह कारिया की लेग ब्रेक के सामने कभी भी सहज नहीं लगे और उन्हें ही विकेट दे बैठे। जहां तक सूर्यकुमार यादव (25 गेंद में 24 रन) का सवाल है तो उन्होंने तीन चौके जड़कर बड़ी पारी खेलने की जो उम्मीद लगायी थी, वह मोती की ऑफ स्टंप से बाहर जाती लुभावनी गेंद पर शॉट लगाने के प्रयास से टूट गयी। उनके आउट होते ही भारत की 200 रन तक पहुंचने की उम्मीद खत्म हो गयी थी।
भारत पांच विकेट से जीता, पहला वनडे मैच
बारबाडोस, 28 जुलाई : कुलदीप यादव (6/4) और रवींद्र जडेजा (37/3) की शानदार गेंदबाजी के बाद ईशान किशन (52) के अर्द्धशतक के दम पर भारत ने पहले एकदिवसीय मैच में गुरुवार को वेस्ट इंडीज को पांच विकेट से मात दी। वेस्ट इंडीज ने भारत के सामने 115 रन का लक्ष्य रखा, जिसे भारतीय टीम ने 22.5 ओवर में पांच विकेट गंवाकर हासिल किया। भारत के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज कुलदीप ने मात्र तीन ओवर (दो मेडेन) में छह रन देते हुए चार विकेट चटकाये, जबकि रवींद्र जडेजा ने छह ओवर में 37 रन देकर तीन सफलताएं हासिल कीं। डेब्यूटांट मुकेश कुमार, हार्दिक पांड्या और शार्दुल ठाकुर ने एक-एक विकेट लिया। यह एकदिवसीय क्रिकेट में वेस्ट इंडीज का दूसरा सबसे छोटा स्कोर है, जबकि इसके पहले भारतीय टीम ने ही विंडीज को 2018 में तिरुवनंतपुरम में 104 रन पर ऑलआउट किया था। यह 23 ओवर में ऑलआउट हुई कैरिबियाई टीम की दूसरी सबसे छोटी पारी भी है। इससे पहले वह 2011 में बंगलादेश के विरुद्ध 22 ओवर में ऑलआउट हुई थी। मेज़बान टीम की ओर से शाई होप ने 45 गेंद पर चार चौकों और एक छक्के की मदद से सर्वाधिक 43 रन बनाये। हाल ही में विश्व कप की दौड़ से बाहर होने वाली विंडीज का निराशाजनक प्रदर्शन जारी रहा और उसके सात बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सके। कप्तान रोहित शर्मा ने 115 रन के मामूली लक्ष्य का पीछा करने के लिये युवा और निचले क्रम के बल्लेबाजों को उतारने का फैसला किया। सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल (सात) इस मौका का फायदा नहीं उठा सके, लेकिन किशन शुरुआत से ही गेंदबाजों पर हावी रहे। किशन ने पावरप्ले में सूर्यकुमार यादव के साथ भारतीय पारी को संभाला। पावरप्ले के फौरन बाद सूर्यकुमार (25 गेंद, 19 रन) पवेलियन लौट गये। पांड्या पांच रन के स्कोर पर रनआउट हुए और कुछ देर के लिये स्पिनरों ने भारतीय बल्लेबाजों को परेशान किया। वेस्ट इंडीज ने भारत के विरुद्ध चार स्पिनरों का इस्तेमाल किया। किशन ने इस चुनौती का बखूबी सामना किया। उन्होंने पांड्या के आउट होते ही यानिक कारियाह को छक्का जड़ा और कुछ देर बाद दो रन लेकर 44 गेंद में अर्द्धशतक पूरा किया। किशन 45 गेंद पर सात चौकों और एक छक्के के साथ 52 रन बनाकर आउट हो गये, हालांकि इस समय तक भारत लक्ष्य के करीब पहुंच चुका था। भारत ने लक्ष्य हासिल करने से पहले ठाकुर का विकेट गंवाया, लेकिन जडेजा (16 नाबाद) और सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे रोहित (12 नाबाद) भारत की विजय होने तक पिच पर खड़े रहे। इससे पूर्व, भारत ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी और काइल मेयर्स (दो) के रूप में वेस्ट इंडीज का पहला विकेट मात्र सात रन पर गिरा दिया। युवा बल्लेबाज एलिक अथानेज़ और ब्रैंडन किंग ने कुछ देर के लिये पारी को संभाला, लेकिन दोनों ही पावरप्ले के अंदर पवेलियन लौट गये। अथानेज़ 18 गेंद पर 22 रन बनाकर एकदिवसीय क्रिकेट में मुकेश कुमार का पहला विकेट बने, जबकि किंग (23 गेंद, 17 रन) को शार्दुल ठाकुर ने बोल्ड किया। वेस्ट इंडीज के तीन विकेट 45 रन पर गिरने के बाद पारी संभालने की जिम्मेदारी होप और शिमरन हेटमायर की अनुभवी जोड़ी पर आ गयी। दोनों बल्लेबाजों ने आपस में सात ओवर बल्लेबाजी कर 43 रन जोड़े, हालांकि भारतीय स्पिनरों के आते ही विंडीज की पारी ताश के पत्तों की तरह ढेर हो गयी। जडेजा ने हेटमायर को बोल्ड करके अपना खाता खोला, जबकि अपने अगले तीन ओवरों में उन्होंने रोवमैन पॉवेल और रोमारियो शेफर्ड को पवेलियन लौटाया। पारी के 19वें ओवर में पहली बार गेंद मिलने के बाद कुलदीप ने विंडीज को 23 ओवर में ऑलआउट कर दिया। उन्होंने डॉमिनिक ड्रेक्स, यानिक कारिया और जेडेन सील्स को आउट करने के अलावा होप का बहुमूल्य विकेट भी निकाला।
भारत-बंगलादेश के बीच वनडे सीरीज टाई
ढाका, 23 जुलाई : भारतीय महिला क्रिकेट टीम का बांग्लादेश का दौरा अब खत्म हो गया है। टी20 सीरीज में जहां टीम ने 2-1 से जीत दर्ज की थी। वहीं वनडे सीरीज जीतने से टीम इंडिया चूक गई। बांग्लादेश ने इस मैच में भारत की झोली से मैच को टाई तक पहुंचा दिया। भारत को आखिरी 9 ओवरों में जीत के लिए 36 रन चाहिए थे और 6 विकेट शेष थे। पर फिर भी भारतीय महिला क्रिकेट टीम यह मुकाबला नहीं जीत सकी। इससे पहले सीरीज के पहले मुकाबले में बांग्लादेश ने भारत को हराकर इतिहास रचा था। वो बांग्लादेश महिला टीम की भारत के खिलाफ पहली वनडे जीत थी। अब इस टीम ने भारत को सीरीज जीतने से भी रोक लिया। अगर इस सीरीज की बात करें तो पहले मुकाबले में बांग्लादेश ने भारत ने डीएलएस मेठड से 40 रनों से हराकर इतिहास रचा था। उसके बाद दूसरे मैच में टीम इंडिया ने जोरदार वापसी की और 108 रनों से शानदार जीत दर्ज की। फिर यह निर्णायक मुकाबला जैसा हुआ उसे देखकर हर कोई अपनी कुर्सी से नहीं हिल पा रहा था। बांग्लादेश की बॉलर्स ने शानदार वापसी करते हुए जीते हुए मैच में भारत को जीत से दूर कर दिया। इस तरह हरमनप्रीत कौर की अगुआई वाली यह टीम वनडे सीरीज जीतने में नाकामयाब हुई। हरलीन और स्मृति की मेहनत हुई खराब इस मैच में पहले खेलते हुए बांग्लादेश ने 4 विकेट खोकर 225 रन बनाए थे। फरगाना हक ने शानदार 107 रन बनाते हुए शतकीय पारी खेली थी। उसके बाद भारत की तरफ से एक बार फिर शुरुआत खराब रही। शेफाली वर्मा सिर्फ 4 रन बना पाईं और यास्तिका भाटिया भी 5 रन बनाकर आउट हो गईं। 32 पर दो विकेट गंवाने के बाद हरलीन देओल और उपकप्तान स्मृति मंधाना ने पारी को संभाला। दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 107 रन जोड़े। स्मृति ने 59 और हरलीन ने 77 रनों की पारी खेली। इसके बाद फिर विकेटों का पतझड़ लग गया। बांग्लादेश ने भारत को जीत से रोका भारत ने 191 पर अपने पांच विकेट गंवा दिए थे, फिर भी 52 गेंदों में टीम को 35 रन चाहिए थे, जेमिमा रोड्रिग्ज एक छोर पर डटी थीं। लेकिन देखते ही देखते एक आए और एक गए वाला सीन शुरू हो गया। 216 पर 6 विकेट थे और 217 पर 9 विकेट हो गए। भारतीय टीम हार की ओर बढ़ती दिख रही थी। जेमिमा को स्ट्राइक नहीं मिल रही थी लेकिन दूसरी ओर से स्नेह राणा और देविका वैद्य खाता भी नहीं खोल सकीं। अंत में मेघना सिंह ने 49वें ओवर में एक बाउंड्री लगाई और आखिरी ओवर में चाहिए थे 3 रन। फिर भी स्ट्राइक जेमिमा को नहीं मिली। मेघना ने सिंगल लिया और जेमिमा 50वें ओवर की दूसरी गेंद पर आईं स्ट्राइक पर, लेकिन वह भी सिर्फ 1 रन ले पाईं। यहां तक स्कोर लेवल था और भारत जीतता दिख रहा था लेकिन फिर मैच पलटा और मेघना सिंह मारूफा अख्तर की गेंद को विकेटकीपर के दस्तानों में दे बैठीं। इस तरह यह मुकाबला टाई हुआ और सीरीज 1-1 से ड्रॉ पर समाप्त हुई।
जेमिमा, हरमनप्रीत के अर्धशतक से भारत के आठ विकेट पर 228 रन
मीरपुर, 19 जुलाई: जेमिमा रोड्रिग्स और कप्तान हरमनप्रीत कौर की विपरीत अंदाज में खेली अर्धशतकीय पारियों से भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने बुधवार को यहां बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में आठ विकेट पर 228 रन बनाए। जेमिमा ने 78 गेंद में नौ चौकों की मदद से 86 रन की पारी खेली जबकि हरमनप्रीत ने 88 गेंद में 52 रन की अपनी पारी में तीन चौके लगाए। सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना (36) और हरलीन देओल (25) ने भी उपयोगी पारियां खेली। बांग्लादेश की कप्तान निगार सुल्ताना ने टॉस जीतकर गेंदबाजी करने का फैसला किया। इसी मैदान पर 16 जुलाई को कम स्कोर वाले पहले एकदिवसीय में डकवर्थ लुईस पद्धति के तहत 40 रन की शिकस्त झेलने वाली टीम में कप्तान हरमनप्रीत ने दो बदलाव किए। हरलीन देओल और मेघना सिंह को अनुषा बारेड्डी और पूजा वस्त्रकार की जगह मौका दिया गया।
एक दशक की सबसे खराब रैंकिंग पर पहुंचीं सिंधु
कुआला लंपुर, 19 जुलाई: भारत की शीर्ष शटलर पीवी सिंधु खराब फॉर्म से जूझते हुए मंगलवार को पिछले एक दशक में अपनी सबसे निचली विश्व रैंकिंग पर पहुंच गयीं। विश्व बैडमिंटन महासंघ (बीडब्ल्यूएफ) की नवीनतम रैंकिंग के अनुसार, दो बार की ओलंपिक मेडलिस्ट सिंधु पांच पायदान गिरकर 17वें स्थान पर आ गयी हैं। सिंधु को अगस्त 2022 में राष्ट्रमंडल खेलों के विजयी अभियान के दौरान टखने में चोट लगी थी, जिससे उभरने में उन्हें पांच महीने का समय लगा। इस सीज़न कोर्ट पर वापसी करने के बाद से सिंधु अपने रंग में नहीं रही हैं और बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड टूर 2023 में उन्हें अब भी अपने पहले खिताब का इंतज़ार है। सिंधु आखिरी बार 2013 में विश्व रैंकिंग में 17वें स्थान पर थीं। साल 2016 के बाद से वह शीर्ष 10 से बाहर नहीं गयी थीं, जबकि अप्रैल 2016 में उन्होंने अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ दूसरी रैंक हासिल की थी। सिंधु ने फरवरी 2023 में अपने पूर्व कोच पार्क ताई-सुंग से दामन छुड़ाया था और फिलहाल वह इंडोनेशियाई कोच मोहम्मद हाफ़िज़ हाशिम की निगरानी में प्रशिक्षण ले रही हैं। इस साल सिंधु का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन मैड्रिड स्पेन मास्टर्स (अप्रैल 2023) में आया जहां उन्होंने फाइनल तक सफर किया था। उल्लेखनीय है कि पेरिस ओलंपिक 2024 के लिये क्वालीफिकेशन दौर अगले साल अप्रैल तक जारी रहेगा और बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड टूर प्रतियोगिता में अर्जित किये गये अंक क्वालीफिकेशन के लिये मायने रखेंगे। इस बीच, एचएस प्रणय एक स्थान फिसलकर पुरुषों की विश्व रैंकिंग में 10वें पायदान पर आ गये, जबकि लक्ष्य सेन और किदांबी श्रीकांत क्रमश: 12वें और 20वें स्थान पर बने हुए हैं। साइना नेहवाल पांच स्थान गिरकर महिलाओं की विश्व रैंकिंग में 36वें नंबर पर आ गयीं। सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की पुरुष युगल जोड़ी दुनिया में तीसरे नंबर पर बरकरार है।