ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा ने हिमानी संग रचाई शादी, इंस्टाग्राम पर शेयर की तस्वीर

नई दिल्ली, 20 जनवरी: ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता जैवलिन थ्रो के सुपरस्टार नीरज चोपड़ा ने नए साल की शुरुआत पर अपने फैंस को बड़ी खुशखबरी दी है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर अपनी शादी की घोषणा की। नीरज चोपड़ा ने रविवार को इंस्टाग्राम के जरिए अपनी शादी की जानकारी दी। उन्होंने अपनी पत्नी के साथ एक फोटो भी पोस्ट की है जिसमें दूल्हा-दुल्हन पारंपरिक विवाह के जोड़े में आंखें बंद कर हाथ जोड़े भगवान को याद कर रहे हैं। उन्होंने लिखा, “जीवन के नए अध्याय की शुरुआत अपने परिवार के साथ। हर उस आशीर्वाद के लिए आभारी हूं जो हमें इस पल में एक साथ लाया।” इस पोस्ट में उन्होंने अनोखे अंदाज में अपनी पत्नी का नाम बताया। उन्होंने पहले नीरज लिखा, फिर दिल की इमोजी बनाई फिर अपनी पत्नी का नाम हिमानी लिखा। नीरज चोपड़ा की इस खबर ने उनके फैंस और खेल जगत में खुशी की लहर दौड़ा दी है। सोशल मीडिया पर उनकी पोस्ट वायरल हो गई है, और उन्हें देश-विदेश से बधाइयां मिल रही हैं। नीरज ने अपने जीवनसाथी के साथ तस्वीर साझा की, जिनमें उनकी खुशी साफ झलक रही थी। उनकी शादी की खबर ने न केवल उनके फैंस बल्कि पूरे खेल जगत को सरप्राइज दिया है। ज्ञात हो कि 2021 में टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले नीरज चोपड़ा ने भारतीय खेल जगत में अपनी खास पहचान बनाई है। पिछले साल पेरिस ओलंपिक में भी उन्होंने रजत पदक जीता था। उनकी उपलब्धियां और मेहनत उन्हें युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनाती हैं। उनके फैंस इस नए सफर में उनकी खुशियों और सफलताओं के लिए शुभकामनाएं दे रहे हैं।

भारतीय पुरुष टीम ने नेपाल को हराकर जीता खो-खो विश्वकप का खिताब

नई दिल्ली, 20 जनवरी: भारतीय पुरुष टीम ने रविवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में खेला गया पहले खो खो विश्व कप 2025 का खिताब जीत लिया है। टीम इंडिया ने फाइनल मैच में नेपाल को 54-36 से हराया। इससे पहले भारतीय महिला टीम ने भी नेपाल को हराकर खिताब अपने नाम किया था। कप्तान प्रतीक वाईकर और टूर्नामेंट के स्टार खिलाड़ी रामजी कश्यप के शानदार प्रदर्शन की बदौलत भारतीय पुरुष टीम ने नेपाल के खिलाफ खेले गए फाइनल में 54-36 से जीत दर्ज की। इससे पहले भारतीय महिला टीम ने खो खो वर्ल्ड कप के फाइनल में नेपाल को मात दी थी। महिला टीम ने 78-40 से नेपाल को हराया। रामजी कश्यप ने पहले अटैक करते हुए नेपाल के सूरज पुजारा को बेहतरीन स्काईडाइव दिया। इसके बाद सुयश गरगेट ने भारत साहू को छकाकर भारत को महज चार मिनट में 10 अंक दिलाए। स्काईडाइव मेन इन ब्लू के नाम रहा और इससे टीम को पहले टर्न में शानदार शुरुआत मिली, जिससे उनके विरोधियों को ड्रीम रन से रोका जा सका। टर्न के आखिर में स्कोरलाइन भारतीयों के पक्ष में 26-0 थी, जो टीम के लिए एक शानदार शुरुआत रही। टर्न 2 के दौरान नेपाल की टीम इंडिया के लेवल की बराबरी नहीं कर पाई। हालांकि, उन्होंने टीम इंडिया को एक भी ड्रीम रन स्कोर करने से रोका। आदित्य गणपुले और कप्तान प्रतीक वाईकर ने इस टर्न में टीम को आगे बढ़ाया और जनक चंद तथा सूरज पुजारा जैसे खिलाड़ियों के नियमित टच के बावजूद टीम ने दूसरे हाफ में 26-18 की बढ़त बनाए रखी। टर्न 3 में भारत अपने पूरी लय में नजर आया। टीम ने पूरे समय अटूट आत्मविश्वास दिखाया। कप्तान प्रतीक वाईकर ने कई स्काईडाइव के साथ मैट पर चमक बिखेरी। उन्हें टूर्नामेंट के स्टार रामजी कश्यप का पूरा साथ मिला। इसके अलावा आदित्य गणपुले ने भी शानदार प्रदर्शन करते हुए टीम के स्कोर को 54-18 तक पहुंचाया। टर्न 4 के दौरान नेपाल के खिलाड़ियों ने मैच में वापसी करने के लिए टीम इंडिया को कड़ी टक्कर दी, लेकिन एक बार फिर प्रतीक वाईकर और सचिन भार्गो के नेतृत्व में डिफेंडर बहुत मजबूत साबित हुए। मेहुल और सुमन बर्मन भी उतने ही प्रभावशाली थे और उन्होंने अपना योगदान देते हुए टीम इंडिया के लिए जीत सुनिश्चित कर दी। आखिर में स्कोर 54-36 था। टीम इंडिया का चैंपियनशिप तक का सफर शानदार रहा। भारत ने पूरे टूर्नामेंट में अपना दबदबा दिखाया, जिसकी शुरुआत ग्रुप चरणों में ब्राजील, पेरू और भूटान पर जीत के साथ हुई थी। उनकी यह स्पीड नॉकआउट राउंड तक जारी रही, जहां उन्होंने क्वार्टर फाइनल में बांग्लादेश को हराया और सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीकी टीम को हराया। खो खो विश्व कप के फाइनल मुकाबले के दौरान कई हस्तियां भी मौजूद रहीं। इस अवसर पर पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश पंकज मित्तल तथा संसदीय कार्य और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू भी मौजूद थे। इसके अलावा ओडिशा के खेल एवं युवा सेवा तथा उच्च शिक्षा मंत्री सूर्यवंशी सूरज, अंतर्राष्ट्रीय खो-खो महासंघ के अध्यक्ष सुधांशु मित्तल और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संयुक्त महासचिव कृष्ण गोपाल भी मौजूद थे।

भारतीय महिलाओं ने नेपाल को हराकर जीता खो-खो विश्वकप का खिताब

नई दिल्ली, 20 जनवरी: गति, रणनीति और कौशल के बेहतरीन प्रदर्शन के साथ भारतीय महिला खो खो टीम ने रविवार रात इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में खो खो विश्व कप 2025 का खिताब जीतकर इतिहास रच दिया। ब्लू जर्सी में खेल रहीं भारतीय महिलाओं ने शानदार फाइनल मुकाबले में नेपाल पर दबदबा बनाया और 78-40 के एकतरफा स्कोर के साथ जीत दर्ज की। भारतीय अटैकर्स ने पहले टर्न में शानदार शुरुआत की। तीन बैच में, नेपाल की महिलाएँ 7 मौकों पर आसान टच से आउट हो गईं, जिसमें भारत के नाम 14 अंक रहे। कप्तान प्रियंका इंगले अपनी टीम के लिए बेहतरीन फॉर्म में थीं और उनके नाम कई टच पॉइंट थे, क्योंकि भारतीयों ने शानदार शुरुआत की। यह ब्लू जर्सी में महिलाओं को 34 अंक तक ले जाने और नेपाल टीम के लिए एक भी ड्रीम रन रोकने के लिए पर्याप्त था। मनमती धामी ने वैष्णवी पवार को आउट किया, और समझाना बी ने प्रियंका इंगले को बाहर किया, लेकिन चैथरा बी ने भारत के लिए दूसरे 2 का पहला बैच ड्रीम रन में ले लिया। हालांकि यह लंबे समय तक नहीं चला, क्योंकि दीपा ने कुछ ही क्षणों बाद ऑल आउट पूरा कर लिया। इससे टीम फिर से खेल में आ गई, लेकिन वे दूसरे टर्न के आखिर में केवल 24 अंक ही बना पाए, जबकि हाफ टाइम तक 11 अंकों की कमी थी। भारतीय टीम एक बार फिर तीसरे टर्न में हावी रही, जिसने नेपाल के डिफेंडरों को कभी भी अपनी लय में नहीं आने दिया। दीपा बीके नेपाल के लिए नियमित खिलाड़ी थीं, लेकिन यह पूरी तरह से बेकार गया, जिससे यह सुनिश्चित हुआ कि भारतीय ट्रॉफी के करीब पहुंच गए। चैत्र बी भारत के लिए ड्रीम रन की संचालक थीं, जिन्होंने चौथे टर्न में स्कोर को 78 अंकों तक पहुंचाया। यह बैच पांच मिनट और 14 सेकंड तक चला, जिससे भारत के पक्ष में खेल समाप्त हो गया और भारतीय महिला टीम को खो खो विश्व कप 2025 का पहला चैंपियन घोषित किया गया। उल्लेखनीय है कि भारत के गौरव की राह में ग्रुप चरणों में दक्षिण कोरिया, ईरान और मलेशिया पर शानदार जीत शामिल थी। इसके बाद उसने क्वार्टर फाइनल में बांग्लादेश के खिलाफ जीत हासिल की और फिर सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका पर शानदार जीत दर्ज की। यह ऐतिहासिक उपलब्धि न केवल भारत को उद्घाटन विश्व चैंपियन का ताज पहनाती है, बल्कि वैश्विक मंच पर इस स्वदेशी खेल के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण भी है। मैच में शानदार खेल दिखाने के लिए भारतीय टीम अंशु कुमारी को सर्वश्रेष्ठ अटैकर के पुरस्कार से नवाजा गया। मैच की सर्वश्रेष्ठ डिफेंडर नेपाल की मनमती धानी रही। मैच की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी: भारतीय टीम चैथरा बी को घोषित किया गया।

अविस्मरणीय समारोह के साथ ऐतिहासिक खो खो विश्व कप का नई दिल्ली में हुआ उद्घाटन

नई दिल्ली, 14 जनवरी : खो खो विश्व कप का उद्घाटन संस्करण सोमवार को नई दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में एक जीवंत उद्घाटन समारोह के साथ शुरू हुआ। जोश और उत्साह के बीच उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने मशाल जलाकर पहले विश्वकप का उद्घाटन किया। इस अवसर पर भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मंडाविया, केंद्रीय युवा मामले और खेल राज्य मंत्री रक्षा खडसे, आईओए अध्यक्ष पीटी उषा, दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, राज्यसभा सदस्य राजीव शुक्ला और अंतरराष्ट्रीय खो खो महासंघ (IKKF) और भारतीय खो खो महासंघ (KKFI) के अध्यक्ष सुधांशु मित्तल ने 23 देशों के खिलाड़ियों का स्वागत किया। खो-खो विश्व कप का पहला संस्करण आज, 13 जनवरी से 19 जनवरी तक नई दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में आयोजित हो रहा है। शो की शुरुआत धरती माता को समर्पित सैंड आर्ट प्रोजेक्शन से हुई, जिसके बाद भारतीय ध्वज की औपचारिक परेड ने उपस्थित दर्शकों को गर्व से भर दिया। भारतीय खो खो महासंघ ने क्यूब उठाकर पुरुष और महिला दोनों टूर्नामेंट के लिए विश्व कप ट्रॉफी का अनावरण किया और इसी के साथ पूरे स्टेडियम में जोरदार जयकारे गूंज उठे। भारत का जश्न मनाते हुए और देश की जीवंत और रंगीन संस्कृति को उजागर करते हुए एक शानदार नृत्य प्रदर्शन के बाद, भाग लेने वाले देशों के खिलाड़ियों ने स्टेडियम के चारों ओर परेड की और भीड़ की ओर हाथ हिलाकर उसका अभिवादन स्वीकार किया। इसके बाद गणमान्य व्यक्तियों ने आधिकारिक तौर पर टूर्नामेंट का उद्घाटन करने के लिए मंच संभाला। इस अवसर पर केकेएफआई के अध्यक्ष सुधांशु मित्तल ने कहा, मैं यहां मौजूद सभी गणमान्य व्यक्तियों को धन्यवाद देता हूं और अपना समर्थन प्रदर्शित करता हूं। खो खो को अंतरराष्ट्रीय मंच पर ले जाना हमारा सपना था। और आज इस टूर्नामेंट के साथ हमारे सपने सच हो रहे हैं। सभी आने वाले देशों को इस खेल का आनंद लेते और इतने उत्साह और जोश के साथ खेलते देखना खेल के लिए एक आशाजनक भविष्य सुनिश्चित करता है। हम सभी टीमों को टूर्नामेंट के लिए शुभकामनाएं देते हैं। वहीं, आईओए अध्यक्ष पीटी उषा ने कहा, खो-खो सिर्फ एक खेल नहीं है, यह भारत की समृद्ध विरासत का एक जीवंत प्रमाण है। आइए हम सभी निष्पक्ष खेल की भावना को बनाए रखें और प्रतिस्पर्धा के सार को बनाए रखें। खो-खो विश्व कप हमारे स्वदेशी खेल के प्रति हमारे जुनून को नवीनीकृत करती हूं। मैं सभी गणमान्य व्यक्तियों और सभी प्रशंसकों और उनकी उपस्थिति और इस अद्भुत प्रयास के लिए उनके समर्थन का धन्यवाद करती हूं। आइए हम इस टूर्नामेंट को उत्साह के साथ मनाएं और इस विश्व कप को आने वाले कई वर्षों तक याद रखें। केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा, मुझे इस इस बात का गर्व है की भारत इस अद्भुत टूर्नामेंट की मेजबानी कर रहा है। भारत से शुरू हुआ खो-खो अब 50 देशों में खेला जा रहा है। केकेएफआई के अध्यक्ष सुधांशु मित्तल ने खेल को बढ़ावा देने के लिए अद्भुत काम किया है। मुझे उम्मीद है कि जल्द ही एशियाई खेलों और ओलंपिक में खो-खो खेला जाएगा। मैं 23 देशों के सभी खिलाड़ियों को बधाई देता हूं और इसमें शामिल सभी लोगों को शुभकामनाएं देता हूं। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने युवा मामले एवं खेल राज्य मंत्री रक्षा खडसे के साथ मिलकर विश्व कप का आधिकारिक उद्घाटन किया तथा भारत और नेपाल के बीच टूर्नामेंट के पहले मैच की शुरुआत करते हुए एक प्रेरक भाषण दिया। धनखड़ ने कहा, यह टूर्नामेंट की शानदार शुरुआत रही है। ऐसा लग रहा है कि पूरी दुनिया खो-खो का जश्न मना रही है। आज का यह महत्वपूर्ण अवसर हमारे खेलों के स्वर्णिम इतिहास में दर्ज हो जाएगा। सुधांशु मित्तल ने इस शानदार इवेंट से मेरी आंखें खोल दी हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि आने वाले समय में हमारे अपने स्वदेशी खेल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंचेंगे। खो-खो से मेरा पुराना नाता है। खेल एक कला है, इसमें चपलता, गति और चतुराई की आवश्यकता होती है। मैं टूर्नामेंट में भाग लेने वाले सभी देशों को शुभकामनाएं देता हूं।

डी गुकेश ने जीता विश्व शतरंज चैंपियनशिप का खिताब

सिंगापुर, 13 दिसंबर: भारतीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश ने गुरुवार, 12 दिसंबर को सिंगापुर में वर्ल्ड शतरंज चैंपियनशिप जीतकर इतिहास रच दिया। वह इस खिताब को जीतने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बने। वहीं, गुकेश, विश्वनाथन आनंद के बाद शतरंज में विश्व चैंपियन बनने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी बने। गुकेश ने निर्णायक 14वें गेम में चीन के डिंग लिरेन को हराकर खिताब जीता। फाइड वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप 2024 के निर्णायक मुकाबले में चीन के डिंग लिरेन सफेद मोहरों और गुकेश काले मोहरो के साथ खेल रहे थे। मैच टाइब्रेकर की तरफ जा रहा था कि 53वीं चाल में डिंग लिरेन का ध्यान भंग हुआ और गलती कर दी। चौंकन्ने डी गुकेश ने फिर लिरेन को वापसी का मौका नहीं दिया और अंत में पिछले साल के वर्ल्ड चैंपियन को मात देकर बाजी अपने नाम कर ली। गुकेश वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप के 18वें विश्व चैंपियन बने। कौन हैं डी गुकेश? डी गुकेश चेन्नई के रहने वाले हैं। इनका पूरा नाम डोम्माराजू गुकेश है। गुकेश का जन्म चेन्नई में 7 मई 2006 को हुआ था। उन्होंने 7 साल की उम्र में ही शतरंज खेलना शुरू कर दिया था। उन्हें शुरू में भास्कर नागैया ने कोचिंग दी थी। इसके बाद नागैया इंटरनेशनल चेस खिलाड़ी रहे। इसके बाद विश्वनाथन आनंद ने गुकेश को खेल की जानकारी देने के साथ कोचिंग दी। गुकेश, आनंद शतरंज अकादमी (वाका) में ट्रेनिंग लेते हैं। बचपन से है चेस से मोहब्बत गुकेश के पिता डॉक्टर हैं और मां पेशे से माइक्रोबायोलोजिस्‍ट हैं। स्कूल के दिनों में ही उन्हें इस खेल से प्यार हो गया। अपने शानदार प्रदर्शन के चलते वह तेजी से आगे बढ़ते गए। गुकेश ने 17 साल की उम्र में फाइड कैंडिडेट्स चेस टूर्नामेंट भी जीता था। तब वह ऐसा करने वाले सबसे युवा प्लेयर बने थे। वहीं, इसी साल 10 से 23 सितंबर 2024 को बुडापेस्ट में चेस ओलंपियाड का आयोजन हुआ था। भारत ने मेंस और विमेंस दोनों कैटेगरी में चैंपियन बना था। ओपन कैटेगरी में गुकेश ने ही फाइनल गेम जीतकर भारत को जीत दिलाई थी। करियर की कुछ बड़ी उपलब्धियां गुकेश ने बहुत ही कम उम्र में यह साबित कर दिया था कि वह भविष्य के चेस के बड़े खिलाड़ी बनेंगे। वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप जीतकर गुकेश ने यह साबित भी कर दिया। चलिए गुकेश के करियर की कुछ बड़ी उपलब्धियों के बारे में जानतें हैं।  2024: वर्ल्ड चेस चैंपियन (सबसे युवा)  2024: पेरिस कैंडिडेट्स टूर्नामेंट विजेता (सबसे युवा)  2024: चेस ओलंपियाड में भारत को विजेता बनाया  2023 फिडे सर्किट: दूसरा स्थान हासिल किया, कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई किया  2022 चेस ओलंपियाड: व्यक्तिगत स्पर्धा में स्वर्ण पदक, भारत ने कांस्य पदक जीता  2022: ऐमचेस रैपिड: मैगनस कार्लसेन के विश्व चैंपियन बनने के बाद उन्हें हराने वाले सबसे युवा खिलाड़ी  2021: जूलियस बेयर चैलेंजर्स चेस टूर: विजेता बने  2019: 12 साल 7 महीने और 17 दिन में ग्रैंडमास्टर बने  2018: वर्ल्ड यूथ चेस चैंपियनशिप: विनर (अंडर-12 कैटेगिरी)  2015: अंडर-9 एशियाई स्कूल चैंपियनशिप (कैंडिडेट मास्टर का खिताब)

दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत को मिली पांच विकेट से हार

पोर्ट एलिज़ाबेथ, 13 दिसंबर: रिंकू सिंह (68 नाबाद) और सूर्य कुमार यादव (56) की बेहतरीन बल्लेबाजी पर रीज़ा हेंड्रिक्स (49) और एडन मारक्रम (30) की तूफानी पारी भारी पड़ी और गेंदबाजों के भरपूर प्रयास के बावजूद दक्षिण अफ्रीका ने मंगलवार को मौसम बाधित टी20 मुकाबले में भारत को पांच विकेट से हरा कर श्रृखंला में 1-0 की अपराजेय बढ़त हासिल कर ली। भारत ने पहले खेलते हुये 19.3 ओवर में सात विकेट पर 180 रनों का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा कर लिया। वर्षा के कारण ओवरों की संख्या को घटाकर 15 कर दिया गया जिसमें दक्षिण अफ्रीका को 152 रन का लक्ष्य मिला। मेजबान टीम ने इस लक्ष्य को सात गेंद शेष रहते हुये पांच विकेट खोकर हासिल कर लिया। हेंड्रिक्स और मारक्रम ने तूफानी शुरुआत कर मैच में पहले ही मनोवैज्ञानिक बढत हासिल कर ली थी मगर बीच के ओवरों में मो सिराज (दो विकेट) के अलावा मुकेश कुमार और कुलदीप यादव ने एक एक विकेट चटका कर भारत को मैच में वापस लाने की पुरजोर कोशिश की मगर डेविड मिलर (17),ट्रिस्टन स्टब्स (14 नाबाद) और एंडिले फेहुक्वायो(10 नाबाद) ने शानदार फिनिश करते हुये अपनी टीम को जीत दिला दी। इससे पहले सेंट जॉर्ज्स पार्क में टॉस हार कर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही जब उनके ओपनर यशस्वी जायसवाल और शुभमन गिल पहले दो ओवर में बगैर खाता खोले पवेलियन लौट गये। बाद में क्रीज पर आये सूर्य कुमार यादव ने तिलक वर्मा (29) के साथ तेजी से स्कोरबोर्ड चलाया और दोनो बल्लेबाजों ने 11 के रन रेट से 5.5 ओवर में 55 रन जोड़ दिये लेकिन इस बीच वर्मा जेराल्ड कट्ज़ी की 145 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आयी गेंद को कट करने के प्रयास में डीप थर्ड मैन पर खड़े खिलाड़ी को कैच थमा बैठे। नये बल्लेबाज रिंकू सिंह ने एक बार फिर मध्यक्रम में अपनी उपयोगिता सिद्ध करते हुये मैदान पर आते ही दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों पर प्रहार शुरु कर दिया। सूर्य और रिंकू के आक्रमण से सकते में आयी मेजबान टीम के कप्तान ने एडन मारक्रम ने अपने गेंदबाजों को बदलना शुरु किया हालांकि उन्हे सफलता 14वें ओवर में मिली जब तबरेज़ शम्सी की गेंद को लांग आफ के ऊपर मारने के प्रयास में सूर्य कुमार अपना विकेट गंवा बैठे। सूर्य ने 36 गेंदों की पारी में तीन छक्के और पांच चौके लगाये। कप्तान के आउट होने के बाद भी रिंकू के खेलने का अंदाज बिल्कुल नहीं बदला और उन्होने अपना अर्धशतक पूरा कर लिया। इस बीच भारत को जितेश शर्मा (1), रविंद्र जडेजा (19) और अर्शदीप सिंह (0) के रूप में तीन झटके लगे। जेराल्ड कट्ज़ी ने लगातार दो गेंदों पर जडेजा और अर्शदीप के विकेट लेकर भारतीय तूफान को थामने की सफल कोशिश की। भारतीय पारी के तीन गेंद बची थीं कि बारिश ने खेल में व्यवधान डाल दिया और खेल रोक दिया गया। रिंकू तब तक अपनी नाबाद पारी में नौ चौके और दो जानदार छक्के लगा चुके थे।

भारत में टेस्ट श्रृंखला के लिये फिट होने की कवायद में स्टोक्स ने कराई सर्जरी

लंदन, 30 नवंबर: अगले साल जनवरी में भारत में होने वाली टेस्ट श्रृंखला के लिये फिट रहने की कवायद में इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने अपने बायें पैर की सर्जरी कराई है। 32 वर्ष के स्टोक्स इस साल आस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले तीन एशेज टेस्ट में गेंदबाजी नहीं कर सके थे और विश्व कप में भी बतौर बल्लेबाज ही खेले थे। उन्होंने इस महीने की शुरूआत में कहा था कि वह विश्व कप के बाद आपरेशन करायेंगे। स्टोक्स ने लंदन के क्रोमवेल हॉस्पिटल के बाहर बैसाखियों के सहारे खड़े अपनी तस्वीर सोशल मीडिया पर डालते हुए लिखा, ‘‘भीतर और बाहर। अंडर द (नाइफ इमोजी) डन। रिहैब शुरू।” भारत में पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला 25 जनवरी को हैदराबाद में शुरू होगी। इससे पहले इंग्लैंड टीम यूएई में दो सप्ताह अभ्यास शिविर में भाग लेगी। स्टोक्स ने पिछले सप्ताह कहा था कि वह 2024 आईपीएल नहीं खेलेंगे ताकि कार्यभार और फिटनेस का ध्यान रख सकें। वह आईपीएल 2023 में चेन्नई सुपर किंग्स के सबसे महंगे खिलाड़ी थे लेकिन चोट के कारण दो ही मैच खेल सके।

ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर भारत को पहले बल्लेबाजी सौंपी

अहमदाबाद, 19 नवंबर: ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस ने भारत के खिलाफ वनडे विश्व कप के फाइनल में रविवार को यहां टॉस जीत कर पहले क्षेत्ररक्षण का फैसला किया। भारत और ऑस्ट्रेलिया ने सेमीफाइनल में खेलने वाली अपनी टीम में कोई बदलाव नहीं किया है। भारत अभी तक अपने सभी 10 मैच जीत कर फाइनल में पहुंचा है। उसने सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड को 70 रन से हराया था। ऑस्ट्रेलिया ने दक्षिण अफ्रीका को तीन विकेट से हराकर फाइनल में जगह बनाई थी। यह केवल दूसरा अवसर है जबकि भारत और ऑस्ट्रेलिया विश्व कप के फाइनल में आमने-सामने हैं। इससे पहले दक्षिण अफ्रीका में 2003 में खेले गए विश्व कप का फाइनल इन दोनों टीम के बीच खेला गया था जिसमें ऑस्ट्रेलिया ने जीत दर्ज की थी।

मोदी ने पाकिस्तान के खिलाफ शानदार जीत पर ‘टीम भारत’ को दी बधाई

मुंबई, 14 अक्टूबर: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को अहमदाबाद में विश्व कप क्रिकेट मैच में भारतीय टीम की जीत को ‘बहुत शानदार’ बताते हुए टीम के सदस्यों को बधाई दी। यहां अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के 141 वें अधिवेशन का उद्घाटन करते हुए श्री मोदी ने कहा, “अब से कुछ मिनट पहले अहमदाबाद में दुनिया के सबसे बड़े स्टेडियम में भारत ने बहुत ही शानदार जीत हासिल की है।” इस घोषणा पर कक्ष में उपस्थित आईओसी के प्रतिनिधियों के उल्लास भरे स्वर के बीच प्रधानमंत्री ने कहा, “मैं टीम भारत को इस शानदार जीत की बधाई देता हूं।” गौरतलब है कि अहमदाबाद के नरेन्द्र मोदी स्टेडियम में भारत ने पाकिस्तान को सात विकेट से करारी शिकस्त दी। श्री मोदी आईओसी के अधिवेशन को संबोधित करने के लिए आज ही मुंबई पहुंचे। उन्होंने आईओसी के प्रतिनिधियों का भारत की 140 करोड़ जनता की ओर से स्वागत किया और कहा, “आईओसी का यह 141वां सत्र भारत में होना बहुत ही विशेष है। चालीस बाद भारत में इस बैठक का होना हमारे लिए गौरव की बात है।”

वर्ल्ड कप 2023 : पाकिस्तान ने श्रीलंका को छह विकेट से हराया

हैदराबाद, 11 अक्टूबर : मोहम्मद रिजवान नाबाद 134 रन और अब्दुल्लाह शफीक 113 रन के शतकों की बदौलत पाकिस्तान ने मंगलवार को इतिहास रचते हुए विश्वकप के सबसे बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए श्रीलंका को छह विकेट से हरा दिया है। 345 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी पाकिस्तान की टीम शुरुआत खराब रही और चौथे ओवर की तीसरी गेंदों पर उसने अपना पहला विकेट इमाम उल हल 12 के रूप में खो दिया। इसके बाद आठवें ओवर की दूसरी गेंद पर कप्तान बाबर आजम 10 को श्रीलंकाई गेंदबाज मदुशंका की गेंद पर सदीरा ने स्टंप कर कर पवेलियन भेज दिया। इसके बाद बल्लेबाजी करने आये मोहम्मद रिजवान ने 119 गेंद पर नाबाद 130 रन बनाए। इफ्तिखार अहमद ने 10 गेंद पर नाबाद 22 रन बनाए। दोनों के बीच 176 रन की साझेदारी ने श्रीलंका से मैच छीन लिया। सलामी बल्लेबाज अब्दुल्लाह शफीक की 103 गेंद पर 113 रन बनाये। 45वें ओवर में सऊद शकील 31 को थीक्षणा ने वेल्लालगे के हाथों आउट कर पाकिस्तान का चौथा विकेट झटका। पाकिस्तान ने 48.2 ओवर में 10 गेंदे शेष रहते 345 रन बनाकर छह विकेट से मैच जीत लिया। श्रीलंका के लिए दिलशान मदुशंका ने दो विकेट लिए। इसके अलावा महेश तीक्ष्णा और मतीशा पथिराना ने एक-एक बल्लेबाज को आउट किया। इससे पहली पारी में कुसल मेंडिस (122) और सदीरा समराविक्रमा (108) के बीच 111 रन की तूफानी साझीदारी की मदद से श्रीलंका ने मंगलवार को विश्व कप के एक मुकाबले में पाकिस्तान के खिलाफ नौ विकेट पर 344 रनों का मजबूत स्कोर खड़ा कर लिया। राजीव गांधी अंतरराष्‍ट्रीय स्‍टेडियम टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंका को कुसल परेरा (शून्य) के तौर पर पहला झटका दूसरे ओवर में लगा मगर इसकी परवाह किये बगैर पथुम निसंका (51) और कुसल मेंडिस ने संभल कर खेलते हुये टीम के स्कोर को तीन अंकाें पर पहुंचा दिया। निसंका पारी के 18वें ओवर में शादाब खान की गेंद को उड़ाने के प्रयास में थर्ड मैन पर लपके गये। इस बीच एक छोर पर नजरें जमा चुके कुसल मेंडिस का बल्ला पाकिस्तान के गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ आग उगलने लगा था जिसको नये बल्लेबाज समराविक्रमा ने अपनी बल्लेबाजी से और हवा दी। दोनो बल्लेबाजों ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुये 69 गेंदों में 111 रन जोड़ दिये। मेंडिस ने अपनी शतकीय पारी में 77 गेंद खेल कर 14 चौके और छह छक्के लगाये। वह हसन अली की गेंद पर डीप मिड विकेट पर सीमा रेखा के पास खड़े इमाम उल हक के हाथाें आउट हुये। हसन ने अपने अगले ही ओवर में नये बल्लेबाज चरिथ असलंका (1) को अपना शिकार बनाया। सदीरा समराविक्रमा भी हसन की गेंद पर विकेट के पीछे लपके गये। उन्होने 89 गेंद खेल कर 11 चौके और दो छक्के लगाये। हसन पाकिस्तान के सबसे सफल गेंदबाज रहे जिन्होने अपने स्पेल में 71 रन खर्च कर चार महत्वपूर्ण बल्लेबाजों को पवलेयिन का रास्ता दिखाया जबकि हारिस रउफ ने दो विकेट झटके। शादाब खान,शाहीन शाह अफरीदी और मोहम्मद नवाज को एक एक विकेट मिला। श्रीलंका बनाम पाकिस्तान मुकाबले में आज का स्कोर बोर्ड श्रीलंका बल्लेबाजी.. खिलाड़ी ……………………………………………..रन पथुम निसंका कैच शफ़ीक़ बोल्ड शादाब………….51 कुसल परेरा कैच रिज़वान बोल्ड हसन……………..0 कुसल मेंडिस कैच हक बोल्ड हसन………………122 सदीरा समराविक्रमा कैच रिजवान बोल्ड हसन…..108 चरिथ असलंका कैच रिज़वान बोल्ड हसन…………1 धनंजय डी सिल्वा कैच शाहीन बोल्ड नवाज़……….25 दसून शानका कैच आज़म बोल्ड शाहीन……………12 दुनिथ वेल्लालगे कैच शफ़ीक़ बोल्ड रउफ़………….10 महीश थीक्षणा बोल्ड रउफ़……………………………0 मथीशा पथिराना नाबाद……………………………….1 अतिरिक्त……………………………………………14रन कुल 50 ओवर में नौ विकेट 344 विकेट पतन: 1-5 , 2-107, 3-218, 4-229, 5-294 , 6-324, 7-335, 8-343, 9-344 पाकिस्तान गेंदबाज़ी खिलाड़ी……………………………..ओवर…मेडन….रन….विकेट शाहीन शाह अफ़रीदी………………..9……….0……66….1 हसन अली…………………………..10………0……71….4 मोहम्मद नवाज़………………………9……….0……62….1 हारिस रउफ़………………………….10………0……64….2 शादाब ख़ान………………………….8……….0……55….1 इफ़्तिख़ार अहमद……………………4……….0……22….0 पाकिस्तान बल्लेबाजी.. खिलाड़ी……………………………………………………रन अब्दुल्लाह शफ़ीक़ कैच हेमंता बोल्ड पथिराना…………113 इमाम-उल-हक़ कैच कुसल बोल्ड मदुशंका…………….12 बाबर आज़म कैच सदीरा बोल्ड मदुशंका………………..10 मोहम्मद रिज़वान नाबाद…………………………………131 सऊद शकील कैच वेल्लालगे बोल्ड थीक्षणा…………….31 इफ़्तिख़ार अहमद नाबाद…………………………………22 अतिरिक्त…………………………………………………..26 कुल 48.2 ओवर में चार विकेट पर 345 रन विकेट पतन: 1-16, 2-37, 3-213, 4-308 श्रीलंका गेंदबाजी.. खिलाड़ी………………………………ओवर….मेडन…रन…विकेट महीश थीक्षणा………………………….10…….0…..59….1 दिलशान मदुशंका……………………..9.2……0…..60….2 दसून शानका…………………………..5………0…..28….0 मथीशा पथिराना………………………..9………0…..90….1 दुनिथ वेल्लालगे……………………….10……..0…..62….0 धनंजय डी सिल्वा……………………..4………0……36….0 चरिथ असलंका………………………..1………0…….10….0