दुबई, 22 फरवरी: आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के महा मुकाबले में भारत और पाकिस्तान जब रविवार को यहां आमने सामने होंगे तो रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम की निगाह सेमीफाइनल में जगह पक्की करने पर टिकी होगी जबकि मोहम्मद रिजवान के नेतृत्व वाली टीम टूर्नामेंट से जल्दी बाहर होने से बचने की कोशिश करेगी। भारत ने जहां अपने पहले मैच में बांग्लादेश को छह विकेट से हराकर अपने अभियान की शानदार शुरुआत की वहीं पाकिस्तान को न्यूजीलैंड से 60 रन से करारी हार का सामना करना पड़ा था। उपमहाद्वीप की इन दोनों टीम के बीच चैंपियंस ट्रॉफी में आखिरी मुकाबला 2017 में फाइनल में हुआ था जिसमें पाकिस्तान की टीम ने जीत हासिल की थी। रिजवान और उनके साथी लंदन में मिली उस जीत से प्रेरणा लेने का प्रयास करेंगे लेकिन उसके खिलाड़ियों को खेल के तीनों विभाग में अच्छा प्रदर्शन करना होगा। भारत और पाकिस्तान के बीच यह मुकाबला पूर्व की तरह बहुचर्चित नहीं है जिससे उम्मीद की जा रही है कि दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में ग्रुप ए के इस मैच में दोनों टीम थोड़ा सहज होकर मैदान पर उतरेंगी। भारतीय टीम प्रत्येक पहलू में फायदे की स्थिति में नजर आ रही है। उसकी टीम ने यहां की परिस्थितियों से अच्छी तरह सामंजस्य बिठा लिया है जबकि पाकिस्तान की टीम कराची में न्यूजीलैंड के हाथों करारी हार के बाद यहां पहुंची है। भारत और पाकिस्तान की टीम जब आमने-सामने होती हैं तो खिलाड़ियों पर काफी दबाव होता है। भारतीय टीम हालांकि इस तरह की परिस्थितियों से निपटने में बेहतर नजर आती है। कप्तान रोहित शर्मा की फॉर्म भारत के लिए चिंता का विषय बनी हुई थी लेकिन बांग्लादेश के खिलाफ उन्होंने जिस तरह से बल्लेबाजी की उससे लगता है कि इस सलामी बल्लेबाज ने अपनी लय हासिल कर ली है। उन्होंने 41 रन की तूफानी पारी खेल कर भारत को अच्छी शुरुआत दिलाई थी। सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल की शानदार फॉर्म भारत के लिए बहुत अच्छा संकेत है। उन्होंने पिछले मैच में शतक बनाया था जिससे भारत ने 229 रन का लक्ष्य आसानी से हासिल कर लिया था। जहां तक पाकिस्तान का सवाल है तो उसके स्टार बल्लेबाज बाबर आजम की फॉर्म और रवैया उसके लिए चिंता का विषय है। बाबर ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 320 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 90 गेंद में 64 रन बनाए थे और धीमी गति से रन बनाने के लिए उनकी काफी आलोचना हुई थी। यही नहीं सलामी बल्लेबाज फखर जमां के चोटिल हो जाने के कारण बाहर हो जाने से पाकिस्तान की मुश्किलें बढ़ गई हैं। जमां की जगह इमाम उल हक को चुना गया है और वह यहां टीम से जुड़ गए हैं। मध्य क्रम के बल्लेबाज खुशदिल शाह ने पहले मैच में 69 रन की आक्रामक पारी खेली थी जो पाकिस्तान के लिए सकारात्मक संकेत है। शाह इससे पहले रन बनाने के लिए जूझ रहे थे लेकिन चयन समिति ने उन पर विश्वास बनाए रखा और उन्होंने उन्हें निराश नहीं किया। भारत के लिए सबसे बड़ी चिंता विराट कोहली का अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में नहीं बदल पाना है। पिछले कुछ समय से उनमें पहले की तरह एकाग्रता नजर नहीं आ रही है और पाकिस्तान के खिलाफ बड़ी पारी खेलने के लिए उन्हें अतिरिक्त प्रयास करने होंगे। पाकिस्तान के गेंदबाज पिछले मैच में अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर पाए थे और भारतीय बल्लेबाज उनकी कमजोरी का फायदा उठाकर शुरू से उन पर हावी होने की कोशिश करेंगे। दूसरी तरफ भारतीय गेंदबाजी अच्छी नजर आती है। फिट होकर वापसी करने वाले तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने पिछले मैच में पांच विकेट हासिल किए थे। उन्हें हर्षित राणा का भी अच्छा सहयोग मिला था। शमी की शानदार गेंदबाजी से फिलहाल यह तय हो गया है कि भारत को अभी जसप्रीत बुमराह की कमी नहीं खलेगी जो चोटिल होने के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो गए थे। ऑल राउंडर हार्दिक पंड्या आईसीसी की प्रतियोगिताओं में पाकिस्तान के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करते रहे हैं। चैंपियंस ट्रॉफी के 2017 के फाइनल में भी उन्होंने भारत की आखिर तक उम्मीद बनाए रखी थी। भारत की पिछले मैच में जीत दर्ज करने वाली टीम में बदलाव करने की संभावना नहीं है। पिच के स्पिन गेंदबाजों को मदद मिलने की उम्मीद है और ऐसे में कुलदीप यादव, रविंद्र जडेजा और अक्षर पटेल का अंतिम एकादश में बने रहना तय है। टीम इस प्रकार हैं: भारत: रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल (उप कप्तान), विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, केएल राहुल (विकेटकीपर), हार्दिक पंड्या, अक्षर पटेल, वाशिंगटन सुंदर, कुलदीप यादव, मोहम्मद शमी, अर्शदीप सिंह, हर्षित राणा, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), रविंद्र जड़ेजा, वरुण चक्रवर्ती। पाकिस्तान: मोहम्मद रिजवान (कप्तान), सलमान अली आगा (उप कप्तान), बाबर आजम, इमाम उल हक, कामरान गुलाम, सऊद शकील, तैयब ताहिर, फहीम अशरफ, खुशदिल शाह, उस्मान खान, अबरार अहमद, हारिस रऊफ, मोहम्मद हसनैन, नसीम शाह, शाहीन शाह अफरीदी। मैच भारतीय समयानुसार दोपहर 2.30 बजे शुरू होगा।
चैंपियंस ट्रॉफी का चौथा मुकाबला, लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया से भिड़ेगा इंग्लैंड
नई दिल्ली, 22 फरवरी: पाकिस्तान के लाहौर में आज आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का चौथा मुकाबला खेला जाएगा, जिसमें ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड की टीमें आमने-सामने होंगी। दोनों टीमों का हालिया वनडे फॉर्म संघर्षपूर्ण रहा है। ऑस्ट्रेलिया अपने पिछले दो वनडे सीरीज में श्रीलंका (0-2) और पाकिस्तान (1-2) से हार चुका है, जबकि इंग्लैंड की टीम वर्ल्ड कप 2023 के बाद से कोई भी वनडे सीरीज जीतने में नाकाम रही है। जोस बटलर की कप्तानी में इंग्लैंड की टीम भारत से 0-3 से हारकर आ रही है। इस मुकाबले में ऑस्ट्रेलियाई टीम की कमान पैट कमिंस की अनुपस्थिति में स्टीव स्मिथ संभालेंगे। दोनों टीमें इस टूर्नामेंट में अपनी छाप छोड़ने के लिए उत्सुक होंगी। वनडे क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड की प्रतिद्वंद्विता काफी पुरानी है। अब तक दोनों टीमों के बीच 161 वनडे मैच खेले जा चुके हैं, जिसमें ऑस्ट्रेलिया ने 91 बार जीत हासिल की है जबकि इंग्लैंड 65 मैच जीतने में सफल रहा है। दो मैच टाई रहे हैं, जबकि तीन मैचों का कोई नतीजा नहीं निकला। हाल के आंकड़ों पर नजर डालें तो ऑस्ट्रेलिया का पलड़ा भारी रहा है। दोनों टीमों के बीच खेले गए पिछले 10 वनडे मुकाबलों में से ऑस्ट्रेलिया ने 8 जीते हैं, जबकि इंग्लैंड सिर्फ 2 में जीत दर्ज कर पाया है। हाल के प्रदर्शन को देखते हुए ऑस्ट्रेलियाई टीम को मजबूत माना जा रहा है, लेकिन इंग्लैंड के पास भी मैच को रोमांचक बनाने की क्षमता है। गद्दाफी स्टेडियम को हाल ही में रेनोवेट किया गया है। यह चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का पहला मैच होगा जो इस मैदान पर खेला जाएगा। गद्दाफी स्टेडियम बल्लेबाजों के लिए अनुकूल पिचों के लिए जाना जाता है, जहां समान उछाल और फ्लैट सतह बल्लेबाजों को मदद करती है। हालांकि, जैसे-जैसे मैच आगे बढ़ता है, पिच पर स्पिनरों को मदद मिलने लगती है और वे प्रभावी साबित हो सकते हैं। तेज गेंदबाजों के लिए यह पिच चुनौतीपूर्ण हो सकती है, क्योंकि यहां सीम मूवमेंट और अतिरिक्त बाउंस की संभावना कम रहती है। दिन के मैचों में बल्लेबाजी करना अपेक्षाकृत आसान होता है, लेकिन रात के मैचों में ओस की भूमिका अहम हो जाती है, जिससे गेंदबाजों और फील्डरों को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। पिच की बात करें तो गद्दाफी स्टेडियम में अब तक 74 वनडे मैच खेले जा चुके हैं, जिनमें 37 बार पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम ने जीत दर्ज की है, जबकि 35 मैच पहले गेंदबाजी करने वाली टीम के पक्ष में गए हैं। यहां पहली पारी का औसत स्कोर 253 रन है, जबकि दूसरी पारी में यह घटकर 217 रन रह जाता है, जिससे स्पष्ट होता है कि पिच मैच के दौरान धीमी हो जाती है। इसी वजह से टॉस जीतने वाली टीम पहले बल्लेबाजी करने का फैसला कर सकती है। लाहौर के मौसम की बात करें तो आज का दिन क्रिकेट के लिए अनुकूल रहने की उम्मीद है। मौसम विभाग के अनुसार, पूरे मैच के दौरान आसमान साफ रहेगा और बारिश की कोई संभावना नहीं है। दिन के समय तापमान 20 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा, जबकि शाम को यह 15-20 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है। इस मैच में कुछ खिलाड़ियों पर सभी की नजरें होंगी। ऑस्ट्रेलियाई टीम में कप्तान स्टीव स्मिथ, विस्फोटक बल्लेबाज ग्लेन मैक्सवेल और ट्रेविस हेड अहम भूमिका निभा सकते हैं। वहीं, स्पिन विभाग में एडम जम्पा पर बड़ी जिम्मेदारी होगी। दूसरी ओर, इंग्लैंड की टीम में जोस बटलर, हैरी ब्रूक और लियाम लिविंगस्टोन से शानदार प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही है। इसके अलावा, जोफ्रा आर्चर और आदिल राशिद भी इंग्लैंड के लिए अहम खिलाड़ी साबित हो सकते हैं। चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए इंग्लैंड की टीम में फिलिप साल्ट, बेन डकेट, जेमी स्मिथ, जो रूट, हैरी ब्रूक, जोस बटलर (कप्तान), लियाम लिविंगस्टोन, ब्रायडन कार्स, जोफ्रा आर्चर, आदिल राशिद, मार्क वुड, जेमी ओवरटन, साकिब महमूद, टॉम बैंटन और गस एटकिंसन शामिल हैं। ऑस्ट्रेलियाई टीम में मैथ्यू शॉर्ट, ट्रैविस हेड, जेक फ्रेजर-मैकगर्क, स्टीवन स्मिथ (कप्तान), जोश इंग्लिस, आरोन हार्डी, ग्लेन मैक्सवेल, सीन एबॉट, बेन ड्वार्शिस, एडम जम्पा, तनवीर संघा, नाथन एलिस, स्पेंसर जॉनसन, मार्नस लैबुशेन और एलेक्स कैरी शामिल हैं।
गिल का शानदार अर्धशतक, पहले वनडे में भारत ने इंग्लैंड को चार विकेट से हराया
नागपुर, 07 फरवरी: रवींद्र जडेजा और हर्षित राणा (तीन-तीन विकेट) की बेहतरीन गेंदबाजी के बाद शुभमन गिल (87), अक्षर पटेल (52) और श्रेयस अय्यर (59) की अर्धशतकीय पारियों की बदौलत भारत ने गुरुवार को पहले एकदिवसीय मुकाबले में इंग्लैंड को 68 गेंदे शेष रहते चार विकेट से हरा दिया है। इसी के साथ भारत ने तीन मैचों श्रृंखला में 1-0 से बढ़त बना ली हैं। इंग्लैंड के 248 रनों के जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत खराब रही और उसने मात्र 19 रन पर अपने दो विकेट गवां दिये। कप्तान रोहित शर्मा (दो) और यशस्वी जायसवाल (15) रन बनाकर आउट हुये। इसके बाद शुभमन गिल और श्रेयस अय्यर ने पारी को संभाला। दोनों बल्लेबाजों के बीच तीसरे विकेट के लिये 94 रनों की साझेदारी हुई। 16वें ओवर में जेकब बेथेल ने पगबाधा आउटकर इस साझेदारी को तोड़ा। श्रेयस अय्यर ने 36 गेंदों में नौ चौके और दो छक्के लगाते हुए (59) रनों की पारी खेली। इसके बाद बल्लेबाजी करने आये अक्षर पटेल ने गिल का भरपूर साथ निभाया। दोनों के बीच चौथे विकेट लिये 108 रनों की मजबूत साझेदारी हुई। जीत की ओर बढ़ रही भारतीय टीम को 34वें ओवर में आदिल रशीद ने अक्षर पटेल को बोल्ड कर इस साझेदारी को तोड़ा। अक्षर पटेल ने 47 गेंदों में छह चौके ओर एक छक्का लगाते हुए (52) रन बनाये। के एल राहुल (दो) को आदिल रशीद ने अपनी ही गेंद पर कैच आउट भारत को पांचवां झटका दिया। इसके बाद साकिब महमूद ने शतक की ओर बढ़ रहे शुभमन गिल को बटलर के हाथों कैच आउट कराकर भारत को बड़ा झटका दिया। गिल ने 96 गेंदों में 14 चौके लगाते हुए (87) रनों महत्वपूर्ण की पारी खेली। भारत ने 38.4 ओवर में छह विकेट पर 251 रन बनाकर चार विकेट से मुकाबला जीत लिया। रवींद्र जडेजा (12) और हार्दिक पंड्या (नौ) रन बनाकर नाबाद रहे। जडेजा ने साकिब महमूद की गेंद पर विजयी चौका लगाया। इंग्लैंड की ओर से साकिब महमूद और आदिल रशीद को दो-दो विकेट मिले। जोफ्रा आर्चर और जेबेक बेथल ने एक-एक बल्लेबाज को आउट किया। इससे पहले आज यहां विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में इंग्लैंड के कप्तान जॉस बटलर ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लैंड की फिल सॉल्ट और बेन डकेट की सलामी जोड़ी ने शानदार शुरुआत करते हुए पहले विकेट के लिए 75 रनों की साझेदारी की। नौवें ओवर में विकेटकीपर केएल राहुल ने फिल सॉल्ट को रनआउट कर भारत को पहली सफलता दिलाई। फिल सॉल्ट ने 26 गेंदों में पांच चौके और तीन छक्के लगाते हुए (43) रनों की पारी खेली। अगले ही ओवर में हर्षित राणा ने बेन डकेट (32) को आउट कर इंग्लैंड को दूसरा झटका दिया। इसी ओवर में हर्षित ने हैरी ब्रूक (शून्य) को आउट कर भारत को तीसरी सफलता दिलाई। 19वें ओवर में रविंद्र जडेजा ने जो रूट (19) को पगबाधा कर पवेलियन भेज दिया। 36वें ओवर में हर्षित राणा ने लियम लिविंगस्टन (पांच) को विकेटकीपर केएल राहुल के हाथों कैच आउट कर भारत को छठी सफलता दिलाई। 40वें ओवर में मोहम्मद शमी ने ब्राइडन कार्स (पांच) को आउट किया। 43ओवर में रविंद्र जडेजा ने जेकब बेथेल (51) को आउट कर इंग्लैंड की बड़ा स्कोर बनाने की उम्मीदों को झटका दिया। जडेजा ने आदिल रशीद (आठ) को बोल्ड कर इंग्लैंड को नौवां झटका दिया। 48वें ओवर की चौथी गेंद पर कुलदीप यादव ने साकिब महमूद (दो) को विकेटकीपर केएल राहुल के हाथों कैच आउट कराकर इंग्लैंड की पारी को समेट दिया। कप्तान जॉश बटलर (52), जेकब बेथेल (51) और फिल सॉल्ट (43) की जूझारू पारियों के दम पर इंग्लैंड ने 248 के स्कोर तक पहुंच सका। जोफ्रा आर्चर (21) रन बनाकर नाबाद रहे। भारत की ओर से हर्षित राणा और रवींद्र जडेजा ने तीन-तीन विकेट लिये। अक्षर पटेल, मोहम्मद शमी और कुलदीप यादव ने एक-एक बल्लेबाज को आउट किया।
अभिषेक के रिकॉर्ड शतक से भारत ने इंग्लैंड को 150 रन से हराकर श्रृंखला 4-1 से जीती
मुंबई, 03 फरवरी: अभिषेक शर्मा (नाबाद 135 रन/ दो विकेट) हरफनमौला और मोहम्मद शमी (तीन विकेट) के शानदार प्रदर्शन की बदौलत भारत ने रविवार को पांचवें और अखिरी टी-20 मुकाबले में इंग्लैंड को 150 रनों से हरा दिया है। इसी के साथ भारत ने पांच मैचों की सीरीज 4-1 से जीत ली। भारत के रिकार्ड 247 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड के फिल सॉल्ट और बेन डकेट की सलामी जोड़ी ने तेजी के साथ रन बनाते हुए अच्छी शुरुआत करने का प्रयास किया दोनों के बीच पहले विकेट के लिए महज 2.1 ओवर में 23 रन की साझेदारी हुई। तीसरे ओवर में मोहम्मद शमी ने बेन डकेट (शून्य) को आउटकर भारत को पहली सफलता दिलाई। इसके बाद इंग्लैंड का कोई भी बल्लेबाज भारतीय गेंदबाजी आक्रमण के आगे नहीं टिक सका। आठवें ओवर में शिवम दुबे ने एक छोर थामे खड़े फिल सॉल्ट को आउट कर इंग्लैंड को बड़ा झटका दिया। फिल सॉल्ट ने 23 गेंदों में सात चौके और तीन छक्के लगाते हुए (55) रनों की पारी खेली। साल्ट के आलवा जेकब बेथेल (10) रन ही दहाई आंकड़े तक पहुंच सके। इंग्लैंड की पूरी टीम 10.3 ओवर में 97 के स्कोर पर ढ़ेर हो गई। भारत की ओर से मोहम्मद शमी ने 25 रन देकर तीन विकेट लिये। अभिषेक शर्मा ने तीन रन देकर दो विकेट लिये। वरूण चक्रवर्ती ने 25 रन देकर दो बल्लेबाजों को आउट किया। शिवम दुब ने 11 रन देकर दो विकेट लिये। रवि बिश्नोई ने एक बल्लेबाज को आउट किया। इससे पहले आज यहाँ वानखेड़े स्टेडियम में इंग्लैंड के कप्तान जाॅस बटलर ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी की फैसला किया। बल्लेबाजी करने उतरी भारत की संजू सैमसन और अभिषेक शर्मा की सलामी जोड़ी ताबड़तोड़ शुरुआत करते हुए पहले विकेट के लिए अभी मात्र 21 रन ही जोड़े थे कि मार्क वुड ने संजू सैमसन (16) को आउटकर पवेलियन भेज दिया। इसके बाद बल्लेबाजी करने आये तिलक वर्मा ने अभिषेक शर्मा के साथ पारी को संभाला। दोनों बल्लेबाजों के बीच दूसरे विकेट के लिए 115 रनों की साझेदारी हुई। इस दौरान अभिषेक शर्मा ने छक्को की बारिश करते हुए इंग्लैंड के गेंदबाजों की खूब खबर ली। अभिषेक शर्मा ने मात्र 17 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया। नौवें ओवर में ब्राइडन कार्स ने तिलक वर्मा को आउट कर इस साझेदारी को तोड़ा। तिलक वर्मा ने 15 गेंदों में तीन चौके और एक छक्का लगाते हुए (24) रन बनाये। इसके बाद अभिषेक शर्मा ने 11वें ओवर की पहली गेंद पर अपना शतक पूरा किया। उन्होंने 37 गेंदों में पांच चौके और 10 छक्कों की मदद से अपना शतक बनाया। कप्तान सूर्यकुमार यादव एक बार फिर विफल रहे। वह मात्र दो रन बनाकर आउट हुये। शिवम दुबे ने 13 गेंदों में तीन चौके और दो छक्के लगाते हुए (30) रनों की पारी खेली। हार्दिक पंड्या (नौ) और रिंकू सिंह (नौ) रन बनाकर आउट हुये। 18वें ओवर में अभिषेक शर्मा के रूप में भारत का सातवां विकेट गिरा। अभिषेक शर्मा ने 54 गेंदों में सात चौके और 13 छक्के लगाते हुए 135 रनों की पारी खेली। उन्हें आदिल रशीद ने आउट किया। अक्षर पटेल (15) रनआउट हुये। 20वें ओवर में मोहम्मद शमी और रवि बिश्नोई बिना खाता खोले ही पवेलियन लौट गये। भारत ने निर्धारित 20 ओवरों में नौ विकेट पर 247 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया। इंग्लैंड की ओर से ब्राइडन कार्स ने तीन विकेट लिये।मार्क वुड को दो विकेट मिले। जोफ़्रा आर्चर,जेमी ओवर्टन और आदिल रशीद ने एक-एक बल्लेबाज को आउट किया। भारत और इंग्लैंड के बीच रविवार को खेले गये पांचवें और अंतिम टी-20 मैच का स्कोर बोर्ड इस प्रकार है:- भारत बल्लेबाजी.. बल्लेबाज………………………………………….रन संजू सैमसन कैच आर्चर बोल्ड वुड………….16 अभिषेक शर्मा कैच आर्चर बोल्ड रशीद…..135 तिलक वर्मा कैच सॉल्ट बोल्ड कार्स…………24 सूर्यकुमार यादव कैच सॉल्ट बोल्ड कार्स…..02 शिवम दुबे कैच रशीद बोल्ड कार्स………….30 हार्दिक पंड्या कैच लिविंगस्टन बोल्ड वुड…09 रिंकू सिंह पगबाधा आर्चर……………………..09 अक्षर पटेल रन आउट (लिविंगस्टन/सॉल्ट)..15 मोहम्मद शमी नाबाद……………………………00 रवि बिश्नोई कैच कार्स बोल्ड ओवर्टन………..00 अतिरिक्त………………………. सात रन कुल 20 ओवर में नौ विकेट पर 247रन विकेट पतन: 1-21, 2-136, 3-145, 4-182, 5-193, 6-202, 7-237, 8-247, 9-247 इंग्लैंड गेंदबाजी.. गेंदबाज………..ओवर..मेडन..रन..विकेट जोफ्रा आर्चर…….4……..0…..55…..1 मार्क वुड…………4……..0…..32…..2 जेमी ओवर्टन…….3…….0…..48…..1 लियम लिविंगस्टन..2…..0…..29…..0 आदिल रशीद…….3……0……41….1 ब्राइडन कार्स……..4……0……38….3 इंग्लैंड बल्लेबाजी.. बल्लेबाज…………………………………………………….रन फिल सॉल्ट कैच सब. (डी सी जुरेल) बोल्ड शिवम….55 बेन डकेट कैच अभिषेक बोल्ड शमी…………………..00 जॉस बटलर कैच तिलक बोल्ड चक्रवर्ती………………07 हैरी ब्रूक कैच चक्रवर्ती बोल्ड बिश्नोई……………………02 लियम लिविंगस्टन कैच रिंकू बोल्ड चक्रवर्ती………….09 जेकब बेथेल बोल्ड शिवम…………………………………10 ब्राइडन कार्स कैच चक्रवर्ती बोल्ड अभिषेक…………..03 जेमी ओवर्टन कैच सूर्यकुमार बोल्ड अभिषेक…………01 जोफ्रा आर्चर नाबाद…………………………………………01 आदिल रशीद कैच सब. (डी सी जुरेल) बोल्ड शमी….06 मार्क वुड कैच सब. (डी सी जुरेल) बोल्ड शमी ………00 अतिरिक्त……………………………….तीन रन कुल 10.3 ओवर में 97 रन सभी खिलाड़ी आउट विकेट पतन: 1-23 , 2-48, 3-59, 4-68, 5-82, 6-87, 7-90, 8-90, 9-97, 10-97 भारत गेंदबाजी.. गेंदबाज…………….ओवर..मेडन..रन..विकेट मोहम्मद शमी………2.3……0……25……3 हार्दिक पंड्या………..2…….0…….23……0 वरुण चक्रवर्ती……….2…….0…….25……2 रवि बिश्नोई……………1…….0……..9…….1 शिवम दुबे……………2…….0……..11……2 अभिषेक शर्मा………1…….0………3…….2
ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा ने हिमानी संग रचाई शादी, इंस्टाग्राम पर शेयर की तस्वीर
नई दिल्ली, 20 जनवरी: ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता जैवलिन थ्रो के सुपरस्टार नीरज चोपड़ा ने नए साल की शुरुआत पर अपने फैंस को बड़ी खुशखबरी दी है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर अपनी शादी की घोषणा की। नीरज चोपड़ा ने रविवार को इंस्टाग्राम के जरिए अपनी शादी की जानकारी दी। उन्होंने अपनी पत्नी के साथ एक फोटो भी पोस्ट की है जिसमें दूल्हा-दुल्हन पारंपरिक विवाह के जोड़े में आंखें बंद कर हाथ जोड़े भगवान को याद कर रहे हैं। उन्होंने लिखा, “जीवन के नए अध्याय की शुरुआत अपने परिवार के साथ। हर उस आशीर्वाद के लिए आभारी हूं जो हमें इस पल में एक साथ लाया।” इस पोस्ट में उन्होंने अनोखे अंदाज में अपनी पत्नी का नाम बताया। उन्होंने पहले नीरज लिखा, फिर दिल की इमोजी बनाई फिर अपनी पत्नी का नाम हिमानी लिखा। नीरज चोपड़ा की इस खबर ने उनके फैंस और खेल जगत में खुशी की लहर दौड़ा दी है। सोशल मीडिया पर उनकी पोस्ट वायरल हो गई है, और उन्हें देश-विदेश से बधाइयां मिल रही हैं। नीरज ने अपने जीवनसाथी के साथ तस्वीर साझा की, जिनमें उनकी खुशी साफ झलक रही थी। उनकी शादी की खबर ने न केवल उनके फैंस बल्कि पूरे खेल जगत को सरप्राइज दिया है। ज्ञात हो कि 2021 में टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले नीरज चोपड़ा ने भारतीय खेल जगत में अपनी खास पहचान बनाई है। पिछले साल पेरिस ओलंपिक में भी उन्होंने रजत पदक जीता था। उनकी उपलब्धियां और मेहनत उन्हें युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनाती हैं। उनके फैंस इस नए सफर में उनकी खुशियों और सफलताओं के लिए शुभकामनाएं दे रहे हैं।
भारतीय पुरुष टीम ने नेपाल को हराकर जीता खो-खो विश्वकप का खिताब
नई दिल्ली, 20 जनवरी: भारतीय पुरुष टीम ने रविवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में खेला गया पहले खो खो विश्व कप 2025 का खिताब जीत लिया है। टीम इंडिया ने फाइनल मैच में नेपाल को 54-36 से हराया। इससे पहले भारतीय महिला टीम ने भी नेपाल को हराकर खिताब अपने नाम किया था। कप्तान प्रतीक वाईकर और टूर्नामेंट के स्टार खिलाड़ी रामजी कश्यप के शानदार प्रदर्शन की बदौलत भारतीय पुरुष टीम ने नेपाल के खिलाफ खेले गए फाइनल में 54-36 से जीत दर्ज की। इससे पहले भारतीय महिला टीम ने खो खो वर्ल्ड कप के फाइनल में नेपाल को मात दी थी। महिला टीम ने 78-40 से नेपाल को हराया। रामजी कश्यप ने पहले अटैक करते हुए नेपाल के सूरज पुजारा को बेहतरीन स्काईडाइव दिया। इसके बाद सुयश गरगेट ने भारत साहू को छकाकर भारत को महज चार मिनट में 10 अंक दिलाए। स्काईडाइव मेन इन ब्लू के नाम रहा और इससे टीम को पहले टर्न में शानदार शुरुआत मिली, जिससे उनके विरोधियों को ड्रीम रन से रोका जा सका। टर्न के आखिर में स्कोरलाइन भारतीयों के पक्ष में 26-0 थी, जो टीम के लिए एक शानदार शुरुआत रही। टर्न 2 के दौरान नेपाल की टीम इंडिया के लेवल की बराबरी नहीं कर पाई। हालांकि, उन्होंने टीम इंडिया को एक भी ड्रीम रन स्कोर करने से रोका। आदित्य गणपुले और कप्तान प्रतीक वाईकर ने इस टर्न में टीम को आगे बढ़ाया और जनक चंद तथा सूरज पुजारा जैसे खिलाड़ियों के नियमित टच के बावजूद टीम ने दूसरे हाफ में 26-18 की बढ़त बनाए रखी। टर्न 3 में भारत अपने पूरी लय में नजर आया। टीम ने पूरे समय अटूट आत्मविश्वास दिखाया। कप्तान प्रतीक वाईकर ने कई स्काईडाइव के साथ मैट पर चमक बिखेरी। उन्हें टूर्नामेंट के स्टार रामजी कश्यप का पूरा साथ मिला। इसके अलावा आदित्य गणपुले ने भी शानदार प्रदर्शन करते हुए टीम के स्कोर को 54-18 तक पहुंचाया। टर्न 4 के दौरान नेपाल के खिलाड़ियों ने मैच में वापसी करने के लिए टीम इंडिया को कड़ी टक्कर दी, लेकिन एक बार फिर प्रतीक वाईकर और सचिन भार्गो के नेतृत्व में डिफेंडर बहुत मजबूत साबित हुए। मेहुल और सुमन बर्मन भी उतने ही प्रभावशाली थे और उन्होंने अपना योगदान देते हुए टीम इंडिया के लिए जीत सुनिश्चित कर दी। आखिर में स्कोर 54-36 था। टीम इंडिया का चैंपियनशिप तक का सफर शानदार रहा। भारत ने पूरे टूर्नामेंट में अपना दबदबा दिखाया, जिसकी शुरुआत ग्रुप चरणों में ब्राजील, पेरू और भूटान पर जीत के साथ हुई थी। उनकी यह स्पीड नॉकआउट राउंड तक जारी रही, जहां उन्होंने क्वार्टर फाइनल में बांग्लादेश को हराया और सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीकी टीम को हराया। खो खो विश्व कप के फाइनल मुकाबले के दौरान कई हस्तियां भी मौजूद रहीं। इस अवसर पर पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश पंकज मित्तल तथा संसदीय कार्य और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू भी मौजूद थे। इसके अलावा ओडिशा के खेल एवं युवा सेवा तथा उच्च शिक्षा मंत्री सूर्यवंशी सूरज, अंतर्राष्ट्रीय खो-खो महासंघ के अध्यक्ष सुधांशु मित्तल और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संयुक्त महासचिव कृष्ण गोपाल भी मौजूद थे।
भारतीय महिलाओं ने नेपाल को हराकर जीता खो-खो विश्वकप का खिताब
नई दिल्ली, 20 जनवरी: गति, रणनीति और कौशल के बेहतरीन प्रदर्शन के साथ भारतीय महिला खो खो टीम ने रविवार रात इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में खो खो विश्व कप 2025 का खिताब जीतकर इतिहास रच दिया। ब्लू जर्सी में खेल रहीं भारतीय महिलाओं ने शानदार फाइनल मुकाबले में नेपाल पर दबदबा बनाया और 78-40 के एकतरफा स्कोर के साथ जीत दर्ज की। भारतीय अटैकर्स ने पहले टर्न में शानदार शुरुआत की। तीन बैच में, नेपाल की महिलाएँ 7 मौकों पर आसान टच से आउट हो गईं, जिसमें भारत के नाम 14 अंक रहे। कप्तान प्रियंका इंगले अपनी टीम के लिए बेहतरीन फॉर्म में थीं और उनके नाम कई टच पॉइंट थे, क्योंकि भारतीयों ने शानदार शुरुआत की। यह ब्लू जर्सी में महिलाओं को 34 अंक तक ले जाने और नेपाल टीम के लिए एक भी ड्रीम रन रोकने के लिए पर्याप्त था। मनमती धामी ने वैष्णवी पवार को आउट किया, और समझाना बी ने प्रियंका इंगले को बाहर किया, लेकिन चैथरा बी ने भारत के लिए दूसरे 2 का पहला बैच ड्रीम रन में ले लिया। हालांकि यह लंबे समय तक नहीं चला, क्योंकि दीपा ने कुछ ही क्षणों बाद ऑल आउट पूरा कर लिया। इससे टीम फिर से खेल में आ गई, लेकिन वे दूसरे टर्न के आखिर में केवल 24 अंक ही बना पाए, जबकि हाफ टाइम तक 11 अंकों की कमी थी। भारतीय टीम एक बार फिर तीसरे टर्न में हावी रही, जिसने नेपाल के डिफेंडरों को कभी भी अपनी लय में नहीं आने दिया। दीपा बीके नेपाल के लिए नियमित खिलाड़ी थीं, लेकिन यह पूरी तरह से बेकार गया, जिससे यह सुनिश्चित हुआ कि भारतीय ट्रॉफी के करीब पहुंच गए। चैत्र बी भारत के लिए ड्रीम रन की संचालक थीं, जिन्होंने चौथे टर्न में स्कोर को 78 अंकों तक पहुंचाया। यह बैच पांच मिनट और 14 सेकंड तक चला, जिससे भारत के पक्ष में खेल समाप्त हो गया और भारतीय महिला टीम को खो खो विश्व कप 2025 का पहला चैंपियन घोषित किया गया। उल्लेखनीय है कि भारत के गौरव की राह में ग्रुप चरणों में दक्षिण कोरिया, ईरान और मलेशिया पर शानदार जीत शामिल थी। इसके बाद उसने क्वार्टर फाइनल में बांग्लादेश के खिलाफ जीत हासिल की और फिर सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका पर शानदार जीत दर्ज की। यह ऐतिहासिक उपलब्धि न केवल भारत को उद्घाटन विश्व चैंपियन का ताज पहनाती है, बल्कि वैश्विक मंच पर इस स्वदेशी खेल के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण भी है। मैच में शानदार खेल दिखाने के लिए भारतीय टीम अंशु कुमारी को सर्वश्रेष्ठ अटैकर के पुरस्कार से नवाजा गया। मैच की सर्वश्रेष्ठ डिफेंडर नेपाल की मनमती धानी रही। मैच की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी: भारतीय टीम चैथरा बी को घोषित किया गया।
अविस्मरणीय समारोह के साथ ऐतिहासिक खो खो विश्व कप का नई दिल्ली में हुआ उद्घाटन
नई दिल्ली, 14 जनवरी : खो खो विश्व कप का उद्घाटन संस्करण सोमवार को नई दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में एक जीवंत उद्घाटन समारोह के साथ शुरू हुआ। जोश और उत्साह के बीच उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने मशाल जलाकर पहले विश्वकप का उद्घाटन किया। इस अवसर पर भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मंडाविया, केंद्रीय युवा मामले और खेल राज्य मंत्री रक्षा खडसे, आईओए अध्यक्ष पीटी उषा, दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, राज्यसभा सदस्य राजीव शुक्ला और अंतरराष्ट्रीय खो खो महासंघ (IKKF) और भारतीय खो खो महासंघ (KKFI) के अध्यक्ष सुधांशु मित्तल ने 23 देशों के खिलाड़ियों का स्वागत किया। खो-खो विश्व कप का पहला संस्करण आज, 13 जनवरी से 19 जनवरी तक नई दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में आयोजित हो रहा है। शो की शुरुआत धरती माता को समर्पित सैंड आर्ट प्रोजेक्शन से हुई, जिसके बाद भारतीय ध्वज की औपचारिक परेड ने उपस्थित दर्शकों को गर्व से भर दिया। भारतीय खो खो महासंघ ने क्यूब उठाकर पुरुष और महिला दोनों टूर्नामेंट के लिए विश्व कप ट्रॉफी का अनावरण किया और इसी के साथ पूरे स्टेडियम में जोरदार जयकारे गूंज उठे। भारत का जश्न मनाते हुए और देश की जीवंत और रंगीन संस्कृति को उजागर करते हुए एक शानदार नृत्य प्रदर्शन के बाद, भाग लेने वाले देशों के खिलाड़ियों ने स्टेडियम के चारों ओर परेड की और भीड़ की ओर हाथ हिलाकर उसका अभिवादन स्वीकार किया। इसके बाद गणमान्य व्यक्तियों ने आधिकारिक तौर पर टूर्नामेंट का उद्घाटन करने के लिए मंच संभाला। इस अवसर पर केकेएफआई के अध्यक्ष सुधांशु मित्तल ने कहा, मैं यहां मौजूद सभी गणमान्य व्यक्तियों को धन्यवाद देता हूं और अपना समर्थन प्रदर्शित करता हूं। खो खो को अंतरराष्ट्रीय मंच पर ले जाना हमारा सपना था। और आज इस टूर्नामेंट के साथ हमारे सपने सच हो रहे हैं। सभी आने वाले देशों को इस खेल का आनंद लेते और इतने उत्साह और जोश के साथ खेलते देखना खेल के लिए एक आशाजनक भविष्य सुनिश्चित करता है। हम सभी टीमों को टूर्नामेंट के लिए शुभकामनाएं देते हैं। वहीं, आईओए अध्यक्ष पीटी उषा ने कहा, खो-खो सिर्फ एक खेल नहीं है, यह भारत की समृद्ध विरासत का एक जीवंत प्रमाण है। आइए हम सभी निष्पक्ष खेल की भावना को बनाए रखें और प्रतिस्पर्धा के सार को बनाए रखें। खो-खो विश्व कप हमारे स्वदेशी खेल के प्रति हमारे जुनून को नवीनीकृत करती हूं। मैं सभी गणमान्य व्यक्तियों और सभी प्रशंसकों और उनकी उपस्थिति और इस अद्भुत प्रयास के लिए उनके समर्थन का धन्यवाद करती हूं। आइए हम इस टूर्नामेंट को उत्साह के साथ मनाएं और इस विश्व कप को आने वाले कई वर्षों तक याद रखें। केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा, मुझे इस इस बात का गर्व है की भारत इस अद्भुत टूर्नामेंट की मेजबानी कर रहा है। भारत से शुरू हुआ खो-खो अब 50 देशों में खेला जा रहा है। केकेएफआई के अध्यक्ष सुधांशु मित्तल ने खेल को बढ़ावा देने के लिए अद्भुत काम किया है। मुझे उम्मीद है कि जल्द ही एशियाई खेलों और ओलंपिक में खो-खो खेला जाएगा। मैं 23 देशों के सभी खिलाड़ियों को बधाई देता हूं और इसमें शामिल सभी लोगों को शुभकामनाएं देता हूं। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने युवा मामले एवं खेल राज्य मंत्री रक्षा खडसे के साथ मिलकर विश्व कप का आधिकारिक उद्घाटन किया तथा भारत और नेपाल के बीच टूर्नामेंट के पहले मैच की शुरुआत करते हुए एक प्रेरक भाषण दिया। धनखड़ ने कहा, यह टूर्नामेंट की शानदार शुरुआत रही है। ऐसा लग रहा है कि पूरी दुनिया खो-खो का जश्न मना रही है। आज का यह महत्वपूर्ण अवसर हमारे खेलों के स्वर्णिम इतिहास में दर्ज हो जाएगा। सुधांशु मित्तल ने इस शानदार इवेंट से मेरी आंखें खोल दी हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि आने वाले समय में हमारे अपने स्वदेशी खेल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंचेंगे। खो-खो से मेरा पुराना नाता है। खेल एक कला है, इसमें चपलता, गति और चतुराई की आवश्यकता होती है। मैं टूर्नामेंट में भाग लेने वाले सभी देशों को शुभकामनाएं देता हूं।
डी गुकेश ने जीता विश्व शतरंज चैंपियनशिप का खिताब
सिंगापुर, 13 दिसंबर: भारतीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश ने गुरुवार, 12 दिसंबर को सिंगापुर में वर्ल्ड शतरंज चैंपियनशिप जीतकर इतिहास रच दिया। वह इस खिताब को जीतने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बने। वहीं, गुकेश, विश्वनाथन आनंद के बाद शतरंज में विश्व चैंपियन बनने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी बने। गुकेश ने निर्णायक 14वें गेम में चीन के डिंग लिरेन को हराकर खिताब जीता। फाइड वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप 2024 के निर्णायक मुकाबले में चीन के डिंग लिरेन सफेद मोहरों और गुकेश काले मोहरो के साथ खेल रहे थे। मैच टाइब्रेकर की तरफ जा रहा था कि 53वीं चाल में डिंग लिरेन का ध्यान भंग हुआ और गलती कर दी। चौंकन्ने डी गुकेश ने फिर लिरेन को वापसी का मौका नहीं दिया और अंत में पिछले साल के वर्ल्ड चैंपियन को मात देकर बाजी अपने नाम कर ली। गुकेश वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप के 18वें विश्व चैंपियन बने। कौन हैं डी गुकेश? डी गुकेश चेन्नई के रहने वाले हैं। इनका पूरा नाम डोम्माराजू गुकेश है। गुकेश का जन्म चेन्नई में 7 मई 2006 को हुआ था। उन्होंने 7 साल की उम्र में ही शतरंज खेलना शुरू कर दिया था। उन्हें शुरू में भास्कर नागैया ने कोचिंग दी थी। इसके बाद नागैया इंटरनेशनल चेस खिलाड़ी रहे। इसके बाद विश्वनाथन आनंद ने गुकेश को खेल की जानकारी देने के साथ कोचिंग दी। गुकेश, आनंद शतरंज अकादमी (वाका) में ट्रेनिंग लेते हैं। बचपन से है चेस से मोहब्बत गुकेश के पिता डॉक्टर हैं और मां पेशे से माइक्रोबायोलोजिस्ट हैं। स्कूल के दिनों में ही उन्हें इस खेल से प्यार हो गया। अपने शानदार प्रदर्शन के चलते वह तेजी से आगे बढ़ते गए। गुकेश ने 17 साल की उम्र में फाइड कैंडिडेट्स चेस टूर्नामेंट भी जीता था। तब वह ऐसा करने वाले सबसे युवा प्लेयर बने थे। वहीं, इसी साल 10 से 23 सितंबर 2024 को बुडापेस्ट में चेस ओलंपियाड का आयोजन हुआ था। भारत ने मेंस और विमेंस दोनों कैटेगरी में चैंपियन बना था। ओपन कैटेगरी में गुकेश ने ही फाइनल गेम जीतकर भारत को जीत दिलाई थी। करियर की कुछ बड़ी उपलब्धियां गुकेश ने बहुत ही कम उम्र में यह साबित कर दिया था कि वह भविष्य के चेस के बड़े खिलाड़ी बनेंगे। वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप जीतकर गुकेश ने यह साबित भी कर दिया। चलिए गुकेश के करियर की कुछ बड़ी उपलब्धियों के बारे में जानतें हैं। 2024: वर्ल्ड चेस चैंपियन (सबसे युवा) 2024: पेरिस कैंडिडेट्स टूर्नामेंट विजेता (सबसे युवा) 2024: चेस ओलंपियाड में भारत को विजेता बनाया 2023 फिडे सर्किट: दूसरा स्थान हासिल किया, कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई किया 2022 चेस ओलंपियाड: व्यक्तिगत स्पर्धा में स्वर्ण पदक, भारत ने कांस्य पदक जीता 2022: ऐमचेस रैपिड: मैगनस कार्लसेन के विश्व चैंपियन बनने के बाद उन्हें हराने वाले सबसे युवा खिलाड़ी 2021: जूलियस बेयर चैलेंजर्स चेस टूर: विजेता बने 2019: 12 साल 7 महीने और 17 दिन में ग्रैंडमास्टर बने 2018: वर्ल्ड यूथ चेस चैंपियनशिप: विनर (अंडर-12 कैटेगिरी) 2015: अंडर-9 एशियाई स्कूल चैंपियनशिप (कैंडिडेट मास्टर का खिताब)
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत को मिली पांच विकेट से हार
पोर्ट एलिज़ाबेथ, 13 दिसंबर: रिंकू सिंह (68 नाबाद) और सूर्य कुमार यादव (56) की बेहतरीन बल्लेबाजी पर रीज़ा हेंड्रिक्स (49) और एडन मारक्रम (30) की तूफानी पारी भारी पड़ी और गेंदबाजों के भरपूर प्रयास के बावजूद दक्षिण अफ्रीका ने मंगलवार को मौसम बाधित टी20 मुकाबले में भारत को पांच विकेट से हरा कर श्रृखंला में 1-0 की अपराजेय बढ़त हासिल कर ली। भारत ने पहले खेलते हुये 19.3 ओवर में सात विकेट पर 180 रनों का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा कर लिया। वर्षा के कारण ओवरों की संख्या को घटाकर 15 कर दिया गया जिसमें दक्षिण अफ्रीका को 152 रन का लक्ष्य मिला। मेजबान टीम ने इस लक्ष्य को सात गेंद शेष रहते हुये पांच विकेट खोकर हासिल कर लिया। हेंड्रिक्स और मारक्रम ने तूफानी शुरुआत कर मैच में पहले ही मनोवैज्ञानिक बढत हासिल कर ली थी मगर बीच के ओवरों में मो सिराज (दो विकेट) के अलावा मुकेश कुमार और कुलदीप यादव ने एक एक विकेट चटका कर भारत को मैच में वापस लाने की पुरजोर कोशिश की मगर डेविड मिलर (17),ट्रिस्टन स्टब्स (14 नाबाद) और एंडिले फेहुक्वायो(10 नाबाद) ने शानदार फिनिश करते हुये अपनी टीम को जीत दिला दी। इससे पहले सेंट जॉर्ज्स पार्क में टॉस हार कर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही जब उनके ओपनर यशस्वी जायसवाल और शुभमन गिल पहले दो ओवर में बगैर खाता खोले पवेलियन लौट गये। बाद में क्रीज पर आये सूर्य कुमार यादव ने तिलक वर्मा (29) के साथ तेजी से स्कोरबोर्ड चलाया और दोनो बल्लेबाजों ने 11 के रन रेट से 5.5 ओवर में 55 रन जोड़ दिये लेकिन इस बीच वर्मा जेराल्ड कट्ज़ी की 145 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आयी गेंद को कट करने के प्रयास में डीप थर्ड मैन पर खड़े खिलाड़ी को कैच थमा बैठे। नये बल्लेबाज रिंकू सिंह ने एक बार फिर मध्यक्रम में अपनी उपयोगिता सिद्ध करते हुये मैदान पर आते ही दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों पर प्रहार शुरु कर दिया। सूर्य और रिंकू के आक्रमण से सकते में आयी मेजबान टीम के कप्तान ने एडन मारक्रम ने अपने गेंदबाजों को बदलना शुरु किया हालांकि उन्हे सफलता 14वें ओवर में मिली जब तबरेज़ शम्सी की गेंद को लांग आफ के ऊपर मारने के प्रयास में सूर्य कुमार अपना विकेट गंवा बैठे। सूर्य ने 36 गेंदों की पारी में तीन छक्के और पांच चौके लगाये। कप्तान के आउट होने के बाद भी रिंकू के खेलने का अंदाज बिल्कुल नहीं बदला और उन्होने अपना अर्धशतक पूरा कर लिया। इस बीच भारत को जितेश शर्मा (1), रविंद्र जडेजा (19) और अर्शदीप सिंह (0) के रूप में तीन झटके लगे। जेराल्ड कट्ज़ी ने लगातार दो गेंदों पर जडेजा और अर्शदीप के विकेट लेकर भारतीय तूफान को थामने की सफल कोशिश की। भारतीय पारी के तीन गेंद बची थीं कि बारिश ने खेल में व्यवधान डाल दिया और खेल रोक दिया गया। रिंकू तब तक अपनी नाबाद पारी में नौ चौके और दो जानदार छक्के लगा चुके थे।