हिंदी सिनेमा की दिग्गज अभिनेत्री रेखा अपनी अदाकारी और रहस्यमयी व्यक्तित्व के लिए जानी जाती हैं। करोड़ों दिलों पर राज करने वाली रेखा की जिंदगी से जुड़ा एक ऐसा अध्याय भी है, जिसे बहुत कम लोग जानते हैं। रेखा से भी ज्यादा पॉपुलर कभी उनकी सौतेली मां रही थीं, जिनका नाम था पुष्पवल्ली। पुष्पवल्ली दक्षिण भारतीय सिनेमा की बड़ी स्टार थीं और अपने समय में उनकी गिनती सबसे ज्यादा कमाई करने वाली अभिनेत्रियों में होती थी। बताया जाता है कि वे करीब 100 करोड़ रुपये की संपत्ति की मालकिन थीं। शोहरत, पैसा और नाम—सब कुछ उनके पास था। लेकिन उनकी निजी जिंदगी बेहद दर्दनाक रही। पुष्पवल्ली की शादी अभिनेता जेमिनी गणेशन से हुई थी। शादी के बाद हालात बदलते चले गए। आरोप है कि पति की लापरवाही और रिश्तों में खटास के चलते पुष्पवल्ली आर्थिक और मानसिक रूप से टूटती चली गईं। जो अभिनेत्री कभी स्टारडम की ऊंचाइयों पर थीं, वही धीरे-धीरे गुमनामी और तंगी में जीने को मजबूर हो गईं। आखिरकार पुष्पवल्ली की मौत भी बेहद दर्दनाक हालात में हुई। कहा जाता है कि जीवन के आखिरी दिनों में उन्हें न तो वह सम्मान मिला और न ही वह सुख, जिसकी वे हकदार थीं। इस पूरे संघर्ष का असर रेखा की जिंदगी पर भी पड़ा, जिसने बचपन में ही अभाव और अकेलेपन का सामना किया। रेखा की सौतेली मां की यह कहानी बताती है कि फिल्मी दुनिया की चमक-दमक के पीछे कितनी गहरी तकलीफ और संघर्ष छुपा होता है।
मलयालम सिनेमा के दिग्गज अभिनेता श्रीनिवासन का निधन, फिल्म जगत में शोक की लहर
कोच्चि, 20 दिसंबर: मलयालम सिनेमा के वरिष्ठ और बहुआयामी अभिनेता श्रीनिवासन का लंबी बीमारी के बाद शुक्रवार देर रात निधन हो गया। वे 69 वर्ष के थे। उनके निधन की खबर से पूरे फिल्म जगत में शोक की लहर दौड़ गई है और कलाकारों, निर्देशकों व प्रशंसकों ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी है। श्रीनिवासन को मलयालम सिनेमा में एक सशक्त अभिनेता के साथ-साथ बेहतरीन लेखक और रचनात्मक कलाकार के रूप में जाना जाता था। अपने लंबे करियर में उन्होंने समाज से जुड़े विषयों पर आधारित कई यादगार फिल्मों में काम किया और अपनी सादगीपूर्ण लेकिन प्रभावशाली अभिनय शैली से दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाई। अभिनेता ने अपने करियर में कई चर्चित और सफल फिल्मों में अभिनय किया। उनकी फिल्मों में सामाजिक सरोकार, व्यंग्य और मानवीय संवेदनाएं साफ झलकती थीं। उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए उन्हें विभिन्न पुरस्कारों और सम्मानों से भी नवाजा गया। श्रीनिवासन के परिवार में उनकी पत्नी विमला और दो बच्चे हैं। परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए फिल्म जगत के कई नामी कलाकारों और राजनीतिक-सांस्कृतिक हस्तियों ने सोशल मीडिया के जरिए उन्हें श्रद्धांजलि दी है। मलयालम सिनेमा ने आज एक ऐसा कलाकार खो दिया है, जिसने अपने अभिनय और रचनात्मकता से सिनेमा को नई दिशा दी। श्रीनिवासन भले ही आज हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनका काम और उनकी यादें सिनेप्रेमियों के दिलों में हमेशा जीवित रहेंगी।
इवेंट में हंगामा: प्रभास की फिल्म ‘द राजा साहब’ की हीरोइन निधि अग्रवाल के साथ बदसलूकी, 31 सेकेंड का वीडियो वायरल
हैदराबाद, 18 दिसंबर : बॉलीवुड से लेकर साउथ सिनेमा तक अपनी पहचान बना चुकी अभिनेत्री निधि अग्रवाल हाल ही में एक विवादित घटना को लेकर चर्चा में हैं। 2017 में फिल्म मुन्ना माइकल से अपने करियर की शुरुआत करने वाली निधि अग्रवाल, प्रभास स्टारर फिल्म द राजा साहब के एक प्रमोशनल इवेंट के सिलसिले में हैदराबाद पहुंची थीं। इवेंट के दौरान मौजूद भीड़ के एक हिस्से ने अभिनेत्री के साथ अभद्र व्यवहार किया, जिसका 31 सेकेंड का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा व्यवस्था कमजोर पड़ती नजर आती है और कुछ लोग अभिनेत्री के बेहद करीब आकर असहज स्थिति पैदा कर देते हैं। घटना सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। कई यूजर्स ने इसे शर्मनाक बताते हुए आयोजकों और सुरक्षा एजेंसियों की लापरवाही पर सवाल उठाए हैं। वहीं, फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े कई लोगों ने भी अभिनेत्री के समर्थन में आवाज उठाते हुए सार्वजनिक कार्यक्रमों में कलाकारों की सुरक्षा को लेकर सख्त इंतजाम की मांग की है। फिलहाल इस मामले में निधि अग्रवाल या उनके प्रतिनिधियों की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है, लेकिन वायरल वीडियो ने एक बार फिर महिला कलाकारों की सुरक्षा और सार्वजनिक आयोजनों में भीड़ नियंत्रण जैसे गंभीर मुद्दों को चर्चा के केंद्र में ला दिया है।
‘धुरंधर’ के दुश्मनों पर बरसीं श्रद्धा कपूर, ‘स्त्री’ ने खोली बॉलीवुड की पोल
मुंबई, 16 दिसंबर: रणवीर सिंह की फिल्म ‘धुरंधर’ इन दिनों बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त प्रदर्शन कर रही है। रिलीज के बाद से ही फिल्म को दर्शकों और फिल्म समीक्षकों की ओर से खूब सराहना मिल रही है। यही नहीं, बॉलीवुड के कई सितारे भी खुलकर फिल्म की तारीफ कर रहे हैं। इसी कड़ी में अब अभिनेत्री श्रद्धा कपूर का नाम भी जुड़ गया है। श्रद्धा कपूर ने सोशल मीडिया पर ‘धुरंधर’ की तारीफ करते हुए न सिर्फ फिल्म की कहानी और अभिनय को सराहा, बल्कि अभिनेत्री यामी गौतम के खिलाफ हो रही आलोचनाओं पर भी तीखी प्रतिक्रिया दी। श्रद्धा ने बिना किसी का नाम लिए यामी को निशाना बनाने वालों को आड़े हाथों लिया और कहा कि इंडस्ट्री में मेहनत और टैलेंट को नजरअंदाज करना गलत है। ‘स्त्री’ फेम श्रद्धा ने अपने बयान में बॉलीवुड की उस सोच पर सवाल उठाए, जहां कभी-कभी निजी पूर्वाग्रहों के चलते कलाकारों की मेहनत को कमतर आंकने की कोशिश की जाती है। उन्होंने कहा कि ‘धुरंधर’ जैसी फिल्मों की सफलता इस बात का सबूत है कि दर्शक अब कंटेंट और दमदार अभिनय को ही प्राथमिकता देते हैं। गौरतलब है कि रणवीर सिंह और यामी गौतम की केमिस्ट्री को फिल्म में खासा पसंद किया जा रहा है। ‘धुरंधर’ की सफलता के बीच श्रद्धा कपूर का यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और कई फैंस उनके समर्थन में सामने आ रहे हैं। फिल्म की बढ़ती लोकप्रियता और सितारों के समर्थन से साफ है कि ‘धुरंधर’ न सिर्फ बॉक्स ऑफिस पर, बल्कि बॉलीवुड के भीतर भी चर्चा का केंद्र बनी हुई है।
घोड़ी चढ़ते-चढ़ते रह गए थे अक्षय खन्ना, एक वजह ने रोक दी शादी—आज भी कुंवारे हैं एक्टर
मुंबई, 12 दिसंबर: बॉलीवुड एक्टर अक्षय खन्ना (Akshaye Khanna) इन दिनों फिल्म धुरंधर में अपने दमदार किरदार रहमान डकैत की वजह से सुर्खियों में हैं। 1997 में अपने फिल्मी सफर की शुरुआत करने वाले अक्षय ने बॉर्डर के जरिए पहली बड़ी पहचान बनाई, जिसके लिए उन्हें बेस्ट डेब्यू मेल का अवॉर्ड भी मिला। लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि अक्षय खन्ना एक समय एक नामचीन एक्ट्रेस से शादी करने के बेहद करीब थे। कहा जाता है कि रिश्ता लगभग तय हो चुका था और बात घोड़ी तक पहुंच गई थी, लेकिन एक निजी वजह के चलते यह शादी अटक गई। इसके बाद अक्षय ने कभी शादी का कदम नहीं बढ़ाया और आज भी वो बॉलीवुड के सबसे योग्य कुंवारों में गिने जाते हैं। अक्षय खन्ना ने कई इंटरव्यू में कहा है कि उन्हें शादी के बंधन में बंधने का विचार कभी पूरी तरह से सही नहीं लगा और उनका झुकाव हमेशा एकल जीवन की ओर रहा। भले ही करियर में उन्होंने एक से बढ़कर एक किरदार निभाए हों, लेकिन निजी जिंदगी में वह आज भी सिंगल हैं।
‘इसमें देशभक्ति का दिखावा…’, धुरंधर देख अनुपम खेर का बड़ा बयान
मुंबई, 11 दिसंबर: अभिनेता अनुपम खेर ने निर्देशक आदित्य धर की फिल्म धुरंधर देखने के बाद सोशल मीडिया पर अपना रिएक्शन साझा किया। फिल्म पूरी करते ही उन्होंने एक वीडियो जारी कर बताया कि कहानी और प्रदर्शन ने उन्हें इतना प्रभावित किया कि वे तुरंत रणवीर सिंह, अक्षय खन्ना और निर्देशक आदित्य धर को फोन करने से खुद को रोक नहीं पाए। वीडियो में अनुपम खेर ने कहा कि फिल्म में ‘देशभक्ति का दिखावा नहीं, बल्कि भावनाओं की सच्ची ताकत दिखती है।’ उन्होंने कलाकारों के काम की तारीफ करते हुए कहा कि धुरंधर आज के दौर में बनी एक अहम और प्रभावशाली फिल्म है। अनुपम खेर का यह रिव्यू फिल्म की टीम के लिए हौसला बढ़ाने वाला माना जा रहा है, खासकर तब जब दर्शकों में धुरंधर को लेकर लगातार चर्चा बढ़ रही है।
Rehman Dakait: ‘धुरंधर’ वाला असली रहमान डकैत कौन था? कराची के जिस शहर पर चलता था उसका सिक्का
मुंबई, 10 दिसंबर: अक्षय खन्ना अपनी नई फिल्म ‘धुरंधर’ में जिस बलूच गैंगस्टर रहमान डकैत का किरदार निभा रहे हैं, वह कोई काल्पनिक चेहरा नहीं बल्कि पाकिस्तान के सबसे कुख्यात अपराधियों में से एक था। कराची के ल्यारी इलाके पर वर्षों तक रहमान डकैत का दबदबा रहा। रहमान डकैत को ल्यारी की अपराधी दुनिया का ‘बादशाह’ कहा जाता था। उसकी गैंग पर फिरौती, खून-खराबे और गैंगवार चलाने के अनेक आरोप लगे। कराची पुलिस के रिकॉर्ड में वह वर्षों तक मोस्ट वांटेड अपराधी की सूची में शामिल रहा। फिल्म ‘धुरंधर’ में अक्षय खन्ना के तीखे और रहस्यमय लुक ने एक बार फिर असली रहमान डकैत की चर्चा को ताज़ा कर दिया है। वास्तविक जीवन में डकैत का प्रभाव इतना गहरा था कि उसके नाम भर से ही ल्यारी के कई मोहल्लों में डर का माहौल छा जाता था। पाकिस्तान की सुरक्षा एजेंसियों ने लंबे ऑपरेशन के बाद उसके नेटवर्क को कमजोर किया और अंततः एक एनकाउंटर में रहमान डकैत मारा गया। हालांकि उसके बाद भी ल्यारी में गैंगवार की चिंगारियां लंबे समय तक सुलगती रहीं। फिल्म में दिखाया गया किरदार उसी कुख्यात डकैत के प्रभावशाली और विवादित जीवन से प्रेरित है, जिसने एक पूरे शहर की सांसें सालों तक थामे रखीं।
धुरंधर का धमाल: अक्षय खन्ना का ‘रहमान डकैत’ बना दर्शकों का नया फ़ेवरेट
मुंबई,10 दिसंबर: फिल्म ‘धुरंधर’ इन दिनों बॉक्स ऑफिस पर लगातार अपना दबदबा बनाए हुए है। सोशल मीडिया पर भी फिल्म को लेकर जबरदस्त चर्चा है। कहानी, एक्शन और म्यूज़िक के साथ-साथ जिस चीज़ ने दर्शकों का सबसे ज़्यादा ध्यान खींचा है, वह है अक्षय खन्ना का दमदार अवतार—‘रहमान डकैत’। अक्षय खन्ना अक्सर लाइमलाइट से दूरी बनाकर चलते हैं, लेकिन इस बार उन्होंने पर्दे पर जिस तरह की रहस्यमयी और खतरनाक छवि पेश की है, उसकी हर तरफ तारीफ हो रही है। उनकी स्क्रीन प्रेज़ेंस और कम लेकिन असरदार संवाद फिल्म का मुख्य आकर्षण बन चुके हैं। दिलचस्प बात यह है कि दर्शक अक्षय के इस किरदार की तुलना पिछले साल की ब्लॉकबस्टर ‘एनिमल’ में बॉबी देओल के आइकॉनिक रोल ‘अब्रार’ से कर रहे हैं। रहमान डकैत की चुप्पी, शातिर निगाहें और रौबदार अंदाज़ लोगों को अब्रार की याद दिला रहे हैं। सोशल मीडिया पर कई फैंस दोनों किरदारों की क्लिप्स जोड़कर एडिट्स बना रहे हैं, जो वायरल भी हो रहे हैं। फिल्म ट्रेड एक्सपर्ट्स का कहना है कि ‘धुरंधर’ की सफलता में अक्षय खन्ना का यह इंटेंस और ग्रिपिंग किरदार बड़ी भूमिका निभा रहा है। लंबे समय बाद उन्हें इस तरह के मजबूत और चर्चित रोल में देखकर दर्शक बेहद खुश हैं। कुल मिलाकर, ‘धुरंधर’ सिर्फ एक फिल्म नहीं, बल्कि अक्षय खन्ना की करियर-रीइन्वेंशन वाली परफॉर्मेंस साबित हो रही है—और रहमान डकैत इस समय दर्शकों के दिलों पर राज कर रहा है।
40 वर्ष से अधिक आयु के पुरुषों और महिलाओं के लिए राष्ट्रीय सौंदर्य प्रतियोगिता, नई दिल्ली में शानदार सफलता के साथ हुई संपन्न
नई दिल्ली, 24 सितंबर: राजधानी में 40 वर्ष और उससे अधिक आयु के पुरुषों और महिलाओं के लिए विशिष्ट एवं असाधारण राष्ट्रीय स्तर की सौंदर्य प्रतियोगिता, जो 40, 50 और 60 वर्ष की आयु के बीच है, 19 से 21 सितंबर 2025 तक आयोजित की गई, जिसमें 21वें संस्करण का 8वाँ संस्करण शामिल था… भारत भर से प्रतिभागी जीवन के विविध क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हुए आए थे – जिनमें वरिष्ठ पेशेवर, आईपीएस अधिकारी, डॉक्टर, उद्यमी, सेवानिवृत्त कर्नल, कलाकार और प्रसिद्ध हस्तियाँ शामिल थीं – प्रत्येक ने अपनी अनूठी कहानियाँ, अनुभव और सपने मंच पर प्रस्तुत किए। पारंपरिक सौंदर्य प्रतियोगिताओं के विपरीत, विशिष्ट एवं असाधारण एक ऐसा मंच है जिसे 40 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को सम्मानित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो यह साबित करता है कि उम्र कोई बाधा नहीं बल्कि एक संपत्ति है। प्रतिभागियों ने न केवल भव्यता के साथ, बल्कि अपनी जीवन यात्रा, उपलब्धियों और आकांक्षाओं के बारे में दिल से बयान करते हुए अपना परिचय दिया। इससे प्रेरणा, सशक्तिकरण और प्रामाणिकता से भरा एक ऐसा माहौल बना, जहाँ व्यक्तिगत परिचय लचीलेपन और व्यक्तित्व की सशक्त याद दिलाते हैं। टैलेंट राउंड एक विशेष आकर्षण था, जिसने लंबे समय से भूले-बिसरे जुनून को पुनर्जीवित किया और साथ ही उन छिपे हुए कौशलों को उजागर किया जो करियर और पारिवारिक ज़िम्मेदारियों के व्यस्त गलियारों में पीछे छूट गए थे। संगीत, नृत्य, कविता, फिटनेस कार्यक्रम, नाट्य प्रदर्शन और रचनात्मक प्रदर्शनों ने मंच को भर दिया – कई प्रतिभागियों ने पहली बार एक विशाल दर्शक वर्ग के सामने खुद को अभिव्यक्त किया। कई प्रतिभाएँ प्रतिभागियों के लिए जीवन के इस नए अध्याय में आत्म-अभिव्यक्ति, सहयोग और सामुदायिक प्रभाव की नई यात्रा शुरू करने के लिए आधारशिला बन गईं। इस प्रतियोगिता ने समान विचारधारा वाले व्यक्तियों को एक साथ लाया, जिससे सौहार्द, नेटवर्किंग और सशक्तिकरण का एक समावेशी वातावरण बना। इस मंच ने न केवल व्यक्तित्व का जश्न मनाया, बल्कि इस संदेश को भी रेखांकित किया कि 40 के बाद का जीवन पुनर्खोज, पुनर्निर्माण और नए उद्देश्य का समय है।
बॉम्बे हाईकोर्ट ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर आधारित फिल्म की रिलीज़ को दी मंज़ूरी
मुंबई, 26 अगस्त: बाॅम्बे उच्च न्यायालय ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जीवन पर कथित रूप से आधारित एक फिल्म को सिनेमाघरों में रिलीज करने की मंज़ूरी दे दी है। साथ ही न्यायालय ने केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) को निर्देश दिया है कि वह फिल्म ‘अजेय’ को बिना किसी कट या संशोधन के प्रमाणन प्रदान करे। एक अधिवक्ता ने मंगलवार को यह जानकारी दी। न्यायमूर्ति रेवती मोहिते डेरे और न्यायमूर्ति नीला के. गोखले की खंडपीठ ने फिल्म देखने के बाद कल दिए अपने आदेश में कहा, “हमने फिल्म को उसके संदर्भ में देखा है और हमें नहीं लगता कि इसमें किसी भी चीज़ को दोबारा संपादित करने की ज़रूरत है। हमने आपके द्वारा बताए गए हर बिंदु पर गौर किया है। हमने हर चीज़ पर ध्यान दिया है। हमें कुछ भी आपत्तिजनक नहीं लगा।” पीठ ने केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) द्वारा पारित उन आदेशों को भी रद्द कर दिया, जिनमें फिल्म में कट और संपादन की सिफ़ारिश की गई थी। सीबीएफसी ने शुरुआत में फिल्म पर 29 आपत्तियाँ उठाई थीं। अपील पर सीबीएफसी की पुनरीक्षण समिति ने 17 अगस्त को उन आपत्तियों में से आठ को खारिज कर दिया लेकिन फिर भी फिल्म को प्रमाणन देने से इनकार कर दिया। इसके बाद अदालत ने 22 अगस्त को फिल्म देखने का फैसला किया। फिल्म देखने के बाद, अदालत की राय थी कि फिल्म में ऐसा कुछ भी नहीं है जिसमें बदलाव की ज़रूरत हो। ‘द मॉन्क हू बिकेम चीफ मिनिस्टर’ किताब से प्रेरित यह फिल्म उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जीवन पर आधारित बतायी जा रही है।