नई दिल्ली, 17 सितंबर: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को दिल्ली मेट्रो में सफर किया और दिल्ली एयरपोर्ट मेट्रो एक्सप्रेस लाइन पर द्वारका सेक्टर-21 से सेक्टर-25 स्थित नये मेट्रो स्टेशन ‘यशोभूमि’ तक के विस्तार का उद्घाटन किया।
अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री धौलाकुआं मेट्रो स्टेशन पर मेट्रो में सवार हुए और यशोभूमि मेट्रो स्टेशन तक की यात्रा की। इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री को यात्रियों से संवाद करते भी देखा गया। कुछ यात्री प्रधानमंत्री के साथ सेल्फी लेते भी नजर आए। इस दौरान एक युवती ने प्रधानमंत्री को संस्कृत में जन्मदिन की बधाई दी। आज प्रधानमंत्री का जन्मदिन भी है। एयरपोर्ट मेट्रो विस्तार के उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री ने मेट्रो कर्मचारियों से भी संवाद किया।
नये मेट्रो स्टेशन ‘यशोभूमि द्वारका सेक्टर 25’ के उद्घाटन के साथ ‘यशोभूमि’ दिल्ली एयरपोर्ट मेट्रो एक्सप्रेस लाइन से भी जुड़ गया। नये मेट्रो स्टेशन में तीन सब-वे होंगे। स्टेशन को प्रदर्शनी हॉल, कन्वेंशन सेंटर और सेंट्रल एरिना से जोड़ने वाला 735 मीटर लंबा सब-वे और द्वारका एक्सप्रेसवे में प्रवेश व निकास को जोड़ने वाला दूसरा सब-वे होगा, जबकि तीसरा सब-वे मेट्रो स्टेशन को ‘यशोभूमि’ के भविष्य के प्रदर्शनी हॉल के फ़ोयर से जोड़ता है।
दिल्ली मेट्रो एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर मेट्रो ट्रेन की प्रचालन गति को भी 90 से बढ़ाकर 120 किमी प्रति घंटा करेगी, जिससे यात्रा का समय कम हो जाएगा। ‘नई दिल्ली’ से ‘यशोभूमि द्वारका सेक्टर 25’ तक की कुल यात्रा में लगभग 21 मिनट लगेंगे।
प्रधानमंत्री ने बाद में इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर के पहले चरण को राष्ट्र को समर्पित किया। इस केंद्र का नाम ‘यशोभूमि’ रखा गया है।
‘यशोभूमि’ पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री ने इस केंद्र का मुआयना भी किया। इसे लगभग 5,400 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया गया है।
‘यशोभूमि’ में विश्व स्तरीय बैठक, सम्मेलन और प्रदर्शनियों की मेजबानी की जा सकेगी।
यह दुनिया के सबसे बड़े सम्मेलन और प्रदर्शनी सुविधा स्थलों में से एक है। करीब 73,000 वर्ग मीटर क्षेत्र में बने कन्वेंशन सेंटर में 15 कन्वेंशन रूम हैं। इनमें मुख्य सभागार, भव्य बॉलरूम और 11,000 प्रतिनिधियों के बैठने की कुल क्षमता वाले 13 बैठक कक्ष शामिल हैं। कन्वेंशन सेंटर में देश का सबसे बड़ा एलईडी मीडिया स्क्रीन है। इसके मुख्य सभागार में करीब छह हजार लोगों के बैठने की क्षमता है। प्रधानमंत्री ने विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर ‘पीएम विश्वकर्मा’ योजना की शुरुआत की।