नई दिल्ली, 14 जुलाई: यमुना नदी में जल स्तर घटने लगा है लेकिन इंद्रप्रस्थ के समीप दिल्ली सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग के रेगुलेटर को नुकसान पहुंचने के कारण आईटीओ और राजघाट के इलाके शुक्रवार को जलमग्न हो गए जिससे हालात और बदतर हो गए हैं।
बाढ़ का पानी मध्य दिल्ली के तिलक मार्ग इलाके में स्थित उच्चतम न्यायालय तक भी पहुंच गया है।
दिल्ली के कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि सरकार ने मुख्य सचिव को रेगुलेटर (गति व्यवस्थापक) को क्षति पहुंचने के मामले पर प्राथमिकता के आधार पर गौर करने और समस्या को हल करने का निर्देश दिया है।
उन्होंने ट्वीट किया, ”सारी रात हमारे दल ने डब्ल्यूएचओ इमारत के समीप नाला संख्या 12 के रेगुलेटर की मरम्मत का काम किया। फिर भी यमुना का पानी इसके जरिए शहर में घुस रहा है। सरकार ने मुख्य सचिव को इस पर शीर्ष प्राथमिकता के आधार पर काम करने का निर्देश दिया है।”
इस रेगुलेटर को नुकसान पहुंचने के कारण यमुना नदी का पानी शहर के इलाकों में घुसा। सुबह आठ बजे यमुना का जल स्तर 208.42 मीटर था।
आईटीओ और राजघाट के इलाकों में बाढ़ आने के कारण प्राधिकारियों को यातायात की आवाजाही पर पाबंदियां लगानी पड़ी।
दिल्ली यातायात पुलिस ने ट्वीट किया, ”डब्ल्यूएचओ इमारत के समीप नाले में क्षमता से अधिक पानी बहने के कारण आईपी फ्लाईओवर की ओर सराय काले खां से महात्मा गांधी मार्ग पर वाहनों की कोई आवाजाही नहीं होगी। यात्रियों को इस मार्ग से बचने की सलाह दी जाती है।”
पूर्वी दिल्ली को लुटियंस दिल्ली से जोड़ने वाले अहम मार्ग आईटीओ रोड पर जलभराव के कारण यात्रियों को काफी समस्याएं हुईं। अपने कार्यालय और नई दिल्ली रेलवे स्टेशन की ओर जा रहे लोगों को इस मार्ग से गुजरते वक्त दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।
रेलवे अंडर ब्रिज के समीप नाले में क्षमता से अधिक पानी बहने के कारण भैरों रोड को भी यातायात की आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया है। कुछ लोगों को आईटीओ के जलभराव वाले हिस्से में अपने वाहनों को खींचकर ले जाते हुए देखा गया।
नोएडा की ओर जाने वाले एक यात्री ने कहा, ”अब तक हमें लग रहा था कि बाढ़ का पानी केवल निचले इलाकों में घुस रहा है लेकिन अब खतरा नजदीक लग रहा है क्योंकि अब दिल्ली के मुख्य हिस्से में भी बाढ़ आ गयी है।”