मुंबई, 02 जुलाई : महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार भी हलचल मच गई है। एनसीपी नेता अजित पवार बगावत करते हुए कई विधायकों को साथ लेकर शिंदे सरकार में शामिल हो गए हैं। अजित पवार ने रविवार (2 जुलाई) को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में राजभवन में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इस दौरान एनसीपी के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल ने भी महाराष्ट्र के मंत्री पद की शपथ ली है।
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस भी शपथग्रहण के दौरान राजभवन में मौजूद रहे। महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री दिलीप वाल्से पाटिल, हसन मुश्रीफ, संजय बनसोडे, अदिति तटकरे, धर्माराव और धनंजय मुंडे ने भी महाराष्ट्र के मंत्री पद की शपथ ली है। न्यूज़ एजेंसी एएनआई के सूत्रों के अनुसार अजित पवार के साथ राजभवन गए कुछ विधायक, पटना में विपक्षी एकता बैठक में राहुल गांधी के साथ मंच साझा करने और उन्हें सहयोग करने के शरद पवार के “एकतरफा” फैसले से नाराज थे।
बीजेपी नेताओं ने किया स्वागत
बीजेपी के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले ने कहा कि पीएम मोदी की दृष्टि को समर्थन देने के लिए आज एनसीपी के अजित पवार और उनके साथ के नेता आए हैं। महाराष्ट्र को मजबूती देने के लिए यह समीकरण बैठा है। ये समीकरण महाराष्ट्र को आगे लेकर जाएगा। महाराष्ट्र के मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि राष्ट्रवादी पार्टी ने बीजेपी का साथ देने का निर्णय लिया है। उनका हम स्वागत करते हैं। आज एनसीपी के कई विधायक शामिल हुए हैं।
एनसीपी की बैठक पर क्या बोले शरद पवार?
इससे पहले अजित पवार ने एनसीपी विधायकों की बैठक बुलाई थी। जिसपर एनसीपी चीफ शरद पवार ने कहा था कि मुझे ठीक से नहीं पता कि यह बैठक क्यों बुलाई गई है, लेकिन विपक्ष के नेता होने के नाते उन्हें (अजित पवार) विधायकों की बैठक बुलाने का अधिकार है। वह ऐसा नियमित रूप से करते हैं। मुझे इस बैठक के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है।
अजित के डिप्टी सीएम बनने के बाद 3 बड़े बयान…
1. शरद पवार बोले- मुझे लोगों का समर्थन, मैं मजबूत हूं
शिवसेना (उद्धव गुट) के नेता संजय राउत ने कहा- मेरी अभी शरद पवार जी से बात हुई है। उन्होंने कहा कि वो मजबूत हैं और उन्हें जनता का समर्थन प्राप्त है। हम उद्धव ठाकरे के साथ फिर से सब कुछ ठीक करेंगे। लोग इस गेम को ज्यादा दिनों तक बर्दाश्त नहीं करेंगे।
2. एकनाथ शिंदे बोले- अब ट्रिपल इंजन की सरकार
एकनाथ शिंदे ने कहा- अजित पवार के आने से सरकार को फायदा होगा। प्रदेश तेज गति से विकास करेगा। अब ट्रिपल इंजन की सरकार हो गई है।
3. जो हुआ वह महाराष्ट्र के हित में है: फडणवीस
फडणवीस ने कहा- आज जो कुछ हुआ, वह महाराष्ट्र के हित में है। भाजपा, शिंदे और अजित पवार… तीनों मिलकर महाराष्ट्र के विकास को गति देंगे।
अजित पवार की नाराजगी की 2 वजह…
पहली वजह: शरद पवार का इस्तीफा और फिर पलटना
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अजित पवार शरद पवार से नाराज चल रहे थे। पहली बार 2 मई को जब शरद पवार ने एनसीपी अध्यक्ष पद छोड़ा था तो इस बात की संभावना थी कि अजित पवार को पार्टी की कमान सौंपी जा सकती है। जब पार्टी नेताओं और समर्थकों ने शरद पवार के फैसले का विरोध किया तो अजित ने खुलेआम कहा था कि इस विरोध से कुछ नहीं होगा।
पवार साहब अपना फैसला नहीं बदलेंगे। हालांकि 4 दिन में ही पवार ने अपना इस्तीफा वापस ले लिया। वे जब इस बात की जानकारी मीडिया को देने आए तो अजित पवार वहां मौजूद नहीं थे। तब इस बात की चर्चा थी कि अजित शरद पवार के फैसले से नाराज हैं।
दूसरी वजह: संगठन में दो कार्यकारी अध्यक्ष बनाया जाना
दूसरी घटना हाल ही में पार्टी संगठन में हुए फेरबदल को लेकर है। शरद पवार ने 10 जून यानी पार्टी के 25वें स्थापना दिवस पर बेटी सुप्रिया सुले और प्रफुल्ल पटेल को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष समेत विभिन्न राज्यों का प्रभार दे दिया। इसके बाद अजित पवार की नाराजगी की खबरें आईं। हालांकि, उन्होंने इससे इनकार किया था। शरद पवार ने भी कहा कि अजित पहले से ही विपक्ष के नेता के तौर पर बड़ी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। वे राज्य देखेंगे।