नई दिल्ली, 30 जून: केंद्र द्वारा लाए गए दिल्ली में अध्यादेश के खिलाफ लगातार आम आदमी पार्टी (आप) भाजपा पर हमलावर है। इसी कड़ी में पार्टी ने घोषणा कि है कि तीन जुलाई को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने सभी मंत्री और विधायकों के साथ मिलकर पार्टी मुख्यालय पर अध्यादेश की प्रतियों को जलाएंगे।
दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने शुक्रवार को प्रेस वार्ता कर एक बार फिर इस अध्यादेश के खिलाफ भाजपा पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि पांच जुलाई को सभी 70 विधानसभाओं में इसकी प्रतियां जलाई जाएंगी। 6 से 13 जुलाई तक दिल्ली के हर गली-मोहल्ले-चौक पर अध्यादेश की प्रतियां जलाई जाएगी। इस आदेश की कॉपी जब दिल्ली के कोने-कोने में जलाई जाएंगी तब यह संकेत जाएगा कि इस काले अध्यादेश से यहां के लोग खुश नहीं है।
भारद्वाज ने आगे कहा कि दिल्ली की जनता ने 2013 में केजरीवाल को पहली बार 70 में से 67 विधानसभाओं पर जीत देकर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया। 2015 में दूसरी और 2020 में 62 सीटें जीताकर तीसरी बार अपना मुख्यमंत्री चुना है। कहा जा सकता है कि देश के सबसे प्रसिद्ध मुख्यमंत्रियों में केजरीवाल का नाम शुमार होता रहा है।
भारद्वाज ने कहा कि भाजपा ने तीनों चुनावों में खूब जोर लगाया, लेकिन उनको जीत हासिल नहीं हुई। अब भाजपा दिल्ली के लोगों से बदला लेना चाहती है। दिल्ली में बिजली, पानी, इलाज, महिलाओं की बस यात्रा और बुजुर्गों की तीर्थयात्रा मुफ्त है। इससे केंद्र को बहुत दिक्कत है। केंद्र सरकार गैर कानूनी तरीके से दिल्ली की सत्ता पर कब्जा जमाना चाहती है। सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की संविधान पीठ ने चुनी हुई सरकार को अधिकार दिया। उसके विपरीत केंद्र ने रात में ही अध्यादेश लाकर दिल्ली की पावर उपराज्यपाल को सौंप दी।
मंत्री ने कहा है कि भाजपा के कट्टर समर्थक भी कह रहे हैं कि ये दिल्ली की जनता के साथ धोखा है। इस काले अध्यादेश का विरोध करना चाहिए। ऐसे में अब आम आदमी पार्टी इस अध्यादेश का दिल्ली की सड़कों पर विरोध करेगी।