पटना, 16 जुलाई: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की रिक्तियों को तुरंत भरने के लिए शिक्षा विभाग को निर्देश दिए हैं। सीएम नीतीश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि उन्होंने शिक्षा विभाग को कहा है कि सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों की रिक्तियों की गणना तुरंत कर खाली पद पर नियुक्ति के लिए टीआरई-4 की परीक्षा का आयोजन शीघ्र कराया जाए।
उन्होंने शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीआरई-4) जल्द से जल्द आयोजित करने का आदेश दिया है ताकि रिक्त पदों पर नियुक्तियां की जा सकें। इसके साथ ही, उन्होंने स्पष्ट किया कि शिक्षक भर्ती में 35 प्रतिशत आरक्षण का लाभ केवल बिहार की महिलाओं को दिया जाएगा।
नीतीश कुमार ने कहा कि उनकी सरकार शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए प्रतिबद्ध है और शिक्षक भर्ती इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
बिहार सरकार ने पहले ही शिक्षक भर्ती में महिलाओं के लिए 35 प्रतिशत आरक्षण की नीति लागू की है। मुख्यमंत्री ने दोहराया कि यह आरक्षण केवल बिहार निवासी महिलाओं के लिए होगा, जिससे स्थानीय महिलाओं को रोजगार के अधिक अवसर मिल सकें।
यह नीति महिलाओं के सशक्तिकरण और बिहार में लैंगिक समानता को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है।
पिछले कुछ वर्षों में बिहार सरकार ने शिक्षक भर्ती के लिए कई चरणों में टीआरई परीक्षाएं आयोजित की हैं। इन भर्तियों के जरिए लाखों शिक्षकों को सरकारी स्कूलों में नियुक्त किया गया है।
हालांकि, अभी भी कई स्कूलों में शिक्षकों की कमी है, जिसे पूरा करने के लिए टीआरई-4 परीक्षा की तैयारी शुरू की गई है।
शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि टीआरई-4 परीक्षा की तारीख और अन्य विवरणों की घोषणा जल्द की जाएगी। इस भर्ती से हजारों युवाओं, खासकर महिलाओं को रोजगार मिलने की उम्मीद है।