नई दिल्ली, 20 फरवरी: प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना (पीएमआईएस) पायलट चरण के दूसरे चरण का शुभारंभ हो गया है। इसके लिए एक बार फिर आवेदन आमंत्रित किए जा रहे हैं। दूसरे चरण में देश के 730 से अधिक जिलों में स्थित शीर्ष कंपनियों में एक लाख से ज्‍यादा इंटर्नशिप के अवसर प्रदान किए जाएंगे।

कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय (एमसीए) ने गुरुवार को जारी बयान में बताया कि प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना (पीएमआईएस) के लिए पायलट चरण के दूसरे चरण की शुरुआत हो गई है। मंत्रालय ने कहा कि पहले चरण में 6 लाख से अधिक आवेदन प्राप्त होने के बाद दूसरे चरण में देश के 730 से अधिक जिलों में शीर्ष कंपनियों में 1 लाख से अधिक इंटर्नशिप के अवसर प्रदान किए जाएंगे।

पीएमआईएस के दूसरे चरण के लिए देशभर में 70 से अधिक आईईसी कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसमें अधिकतम इंटर्नशिप के अवसर वाले जिलों में, विश्वविद्यालय, कॉलेज और आईटीआई, रोजगार मेले आदि शामिल हैं, जो इन इंटर्नशिप के लिए जरूरी योग्यता के आधार पर हैं। इसके अलावा अवसरों के एकत्रीकरण और युवाओं के लिए प्रासंगिकता के आधार पर कई प्लेटफार्मों और प्रभावशाली लोगों के जरिए राष्ट्रीय स्तर के डिजिटल अभियान चल रहे हैं। इसके लिए पात्र युवा यहां दिए गए लिंक पर आवेदन कर सकते हैं- : https://pminternship.mca.gov.in/

मंत्रालय ने कहा कि तेल, गैस और ऊर्जा; बैंकिंग और वित्तीय सेवाएं, यात्रा और आतिथ्य, ऑटोमोटिव, धातु और खनन विनिर्माण और औद्योगिक, तेजी से बिकने वाले उपभोक्ता सामान (एफएमसीजी) और कई अन्य क्षेत्रों की 300 से अधिक शीर्ष कंपनियों ने भारतीय युवाओं को व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करने, पेशेवरों के साथ नेटवर्क बनाने और अपनी रोजगार क्षमता बढ़ाने के लिए इंटर्नशिप के अवसर प्रदान किए हैं।

कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय की अगुवाई में प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना भारत की युवा आबादी की क्षमता का दोहन करने के लिए उन्हें भारत की शीर्ष कंपनियों में 12 महीने की सशुल्क इंटर्नशिप प्रदान करके तैयार की गई है। यह योजना 21 से 24 वर्ष की आयु वर्ग के ऐसे व्यक्तियों को लक्षित करती है, जो वर्तमान में किसी भी पूर्णकालिक शैक्षणिक कार्यक्रम या रोजगार से जुड़े हुए नहीं हैं। यह योजना उन्हें अपने करियर को शुरू करने का एक अनूठा अवसर प्रदान करती है।

उल्‍लेखनीय है कि इस योजना के तहत प्रत्येक इंटर्न को 5 हजार रुपये की मासिक वित्तीय सहायता दी जाएगी। इसके अतिरिक्त 6,000 रुपये की एकमुश्त वित्तीय सहायता भी दी जाएगी। प्रत्येक इंटर्नशिप प्रासंगिक प्रशिक्षण और पेशेवर अनुभव (कम से कम छह महीने) का संयोजन होगी, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उम्मीदवार सीखें और अपने कौशल को व्यावहारिक स्थितियों में भी लागू कर सकें।

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