नई दिल्ली, 12 दिसंबर: दिल्ली विधानसभा चुनाव बिल्कुल नजदीक आ गया है और उसको देखते हुए अब आम आदमी पार्टी ने अपनी घोषणाओं का पिटारा खोल दिया है। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने ऑटो चालकों के बाद दिल्ली की महिलाओं को साधने की कोशिश की है और इसके लिए अरविंद केजरीवाल ने महिला सम्मान योजना नाम से एक कार्यक्रम में महिलाओं के लिए गुरुवार से ही हर महीने उनके अकाउंट में 1,000 भेजने का रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया है। अरविंद केजरीवाल ने इस 1,000 को चुनाव के बाद 2,100 रुपये करने का वादा महिलाओं से किया है।
अरविंद केजरीवाल ने कहा, “आज मैं दिल्ली के लोगों के लिए दो बड़ी घोषणाएं करने आया हूं और ये दोनों घोषणाएं दिल्ली की महिलाओं के लिए हैं। मैंने वादा किया था कि महिलाओं के अकाउंट में 1 हज़ार रुपये डाले जाएंगे। आज आतिशी के नेतृत्व में ये फैसला कैबिनेट में पास हो चुका है। ये योजना दिल्ली में लागू हो चुकी है।”
अरविंद केजरीवाल ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी माताएं और बहनें बच्चों का पालन पोषण करती हैं। घर की जिम्मेदारी उठाती हैं। घर को सही तरीके से चलती हैं और बच्चों को एक जिम्मेदार नागरिक बनाती हैं और यही जिम्मेदार बच्चे आगे चलकर देश का भविष्य बनते हैं। इसलिए आम आदमी पार्टी ने यह फैसला लिया था कि हम महिलाओं के अकाउंट में 1,000 रुपये हर महीने डालेंगे। यह योजना हमने मार्च में ही बनाई थी ताकि मई और जून से पैसे महिलाओं के अकाउंट में पहुंचने लगें। लेकिन साजिश करके मुझे जेल भेज दिया गया और अब मैं 6 से 7 महीने रहकर जेल से बाहर आया हूं और आते ही मैं आतिशी के साथ मिलकर इस योजना को पूरा करने में जुट गया था।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि गुरुवार को सुबह 10 बजे आतिशी के साथ हुई कैबिनेट बैठक में यह फैसला पास हो गया है। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं अपनी दूसरी बड़ी घोषणा करना चाहता हूं और उसके मुताबिक जिस 1,000 को कैबिनेट से मंजूरी मिली है उसे चुनाव के बाद 2,100 कर दिया जाएगा, क्योंकि हमें कुछ महिलाओं ने आकर कहा था कि महंगाई काफी बढ़ गई है। इसलिए अब 1,000 रुपये की जगह चुनाव के बाद दिल्ली सरकार की तरफ से हर महिला के लिए जो रजिस्ट्रेशन करवाएगी उसके अकाउंट में डाले जाएंगे।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जब मैंने यह घोषणा की थी कि मैं बिजली मुफ्त दूंगा तो भाजपा वाले कहते थे कि कैसे कर पाओगे यह नहीं हो सकता। लेकिन मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि मैं जादूगर हूं और मैं अकाउंट का जादूगर होने के नाते यह जानता हूं कि किन खर्चों को कम करना है और किसकी भरपाई किसकी कटौती से करनी है।