पटना, 04 अप्रैल: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार में, जमुई संसदीय क्षेत्र में एक रैली के साथ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के लोकसभा चुनाव अभियान की शुरुआत किए जाने से पहले बृहस्पतिवार की सुबह, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने राजग में राजनीतिक घरानों से शामिल राजनेताओं की एक सूची जारी करते हुए उम्मीद जताई कि प्रधानमंत्री इस परिवारवाद का भी जिक्र करेंगे”।
पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ”प्रधानमंत्री मोदी जी आज बिहार में प्रथम चरण के चुनाव वाली चार सीटों के लिए प्रचार करने आएंगे। चारों सीटों पर विशुद्ध सौ प्रतिशत परिवारवादी उम्मीदवार हैं। इनमें से दो कथित क्षेत्रीय परिवारवादी पार्टियों के तथा दो उम्मीदवार देश की सबसे बड़ी परिवारवादी एवं वंशवादी नेताओं से भरी पड़ी भाजपा पार्टी के है।”
यादव ने अपने पोस्ट में राजग के उम्मीदवारों के बारे में विस्तार से बताते हुए लिखा है, ”जमुई से अरुण भारती पूर्व विधान पार्षद ज्योति पासवान के सुपुत्र एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवगंत रामविलास पासवान के दामाद एवं लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के सांसद व वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष के जीजा जी हैं। औरंगाबाद से सांसद (भाजपा उम्मीदवार) सुशील कुमार सिंह पूर्व सांसद राम नरेश सिंह के बेटे हैं। ”
उन्होंने कहा ”गया से उम्मीदवार पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम माँझी हैं। वह बिहार के मंत्री व एमएलसी संतोष सुमन के पिता तथा हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) के राष्ट्रीय अध्यक्ष की विधायक सास ज्योति देवी के समधी है। नवादा से विवेक ठाकुर भाजपा उम्मीदवार हैं। वह पूर्व केंद्रीय मंत्री व पूर्व सांसद सीपी ठाकुर के बेटे हैं। अभी तक घोषित उम्मीदवारों में कुछ अन्य भी विशुद्ध परिवारवादी उम्मीदवार है। आशा है प्रधानमंत्री इस परिवारवाद के बारे में भी जिक्र करेंगे।”
यादव ने राजग के जिन अन्य उम्मीदवारों का जिक्र अपने अपने पोस्ट में किया है उनमें पटना साहिब से रविशंकर प्रसाद (पूर्व मंत्री व विधायक ठाकुर प्रसाद के बेटे), सासाराम से शिवेश राम (पूर्व केंद्रीय मंत्री व पूर्व सांसद मुन्नी लाल के बेटे), हाजीपुर से चिराग पासवान (पूर्व केंद्रीय मंत्री व पूर्व सांसद दिवगंत रामविलास पासवान जी के बेटे), समस्तीपुर से शांभवी चौधरी (बिहार के मंत्री व विधान पार्षद अशोक चौधरी की बेटी और पूर्व मंत्री व विधायक दिवंगत महावीर चौधरी की पौत्री), शिवहर से लवली आनंद (पूर्व सांसद आनंद मोहन की पत्नी तथा वर्तमान विधायक चेतन आनंद की माता), वाल्मीकिनगर से सुनील कुमार (पूर्व मंत्री व पूर्व सांसद वैद्यनाथ महतो के बेटे), पश्चिम चंपारण से संजय जायसवाल (पूर्व सांसद मदन जायसवाल के बेटे), मधुबनी से अशोक यादव (पूर्व मंत्री व पूर्व सांसद हुकुमदेव यादव के बेटे), वैशाली से वीणा देवी (जदयू एमएससी दिनेश सिंह की पत्नी) और सीवान से विजय लक्ष्मी (पूर्व विधायक रमेश कुशवाहा की पत्नी) के नाम शामिल हैं।
यादव ने बुधवार को कहा था कि चाहे प्रधानमंत्री हों या कोई अन्य नेता, चुनाव प्रचार अभियान में शामिल सभी राजग नेताओं से बिहार के लोग जानना चाहते हैं कि पांच साल पहले राजग को मिले भारी समर्थन के बदले में उन्हें क्या मिला है। यादव ने आरोप लगाया था, ”पिछले लोकसभा चुनाव में बिहार की 40 में से 39 सीटें राजग के खाते में गईं। लेकिन अब लोगों को लगता है कि उन्हें धोखा दिया गया है।” हालांकि वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने पलटवार करते हुए कहा था, ”जमुई में अपने भाषण में प्रधानमंत्री अपनी उपलब्धियों को गिनाएंगे और भविष्य के लिए अपना दृष्टिकोण साझा करेंगे। दूसरी ओर विपक्ष के पास बताने के लिए कुछ भी नहीं है। वे मोदी का अपमान करने में व्यस्त हैं।”