मुंबई, 15 जून : केदारनाथ क्षेत्र में रविवार सुबह आर्यन एविएशन के एक हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद सरकार ने तत्काल प्रभाव से चार धाम यात्रा के लिए इसके संचालन को निलंबित कर दिया है। एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई है।

नागर विमानन मंत्रालय ने कहा कि हेलीकॉप्टर ने तड़के 05:10 बजे गुप्तकाशी से उड़ान भरी और 05:18 बजे श्री केदारनाथ जी हेलीपैड पर उतरा। यह सुबह 05:19 बजे गुप्तकाशी के लिए फिर से रवाना हुआ और 05:30 से 05:45 बजे के बीच गौरीकुंड के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान में पांच यात्री, एक शिशु और एक चालक दल का सदस्य सवार था।

इससे पहले उत्तराखंड सरकार ने सुरक्षा एहतियात के तौर पर 15 और 16 जून को क्षेत्र में चार्टर और शटल हेलीकॉप्टर परिचालन को निलंबित करने की घोषणा की थी। मंत्रालय ने कहा कि प्रारंभिक संकेत बताते हैं कि इसका संभावित कारण ‘नियंत्रित उड़ान क्षेत्र’ (सीएफआईटी) हो सकता है, क्योंकि घाटी के प्रवेश क्षेत्र में खराब दृश्यता और व्यापक बादल होने के बावजूद हेलीकॉप्टर कथित तौर पर हवा में था।

विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) द्वारा विस्तृत जांच के बाद ही दुर्घटना के सही कारणों का पता लगाया जा सकेगा। इसमें कहा गया है कि नागर विमानन मंत्रालय ने डीजीसीए (नागर विमानन महानिदेशालय) को तत्काल उड़ान योग्यता, सुरक्षा और संचालन से संबंधित अधिकारियों को तैनात करने का निर्देश दिया है, ताकि केदारनाथ घाटी में हेलीकॉप्टर की सभी गतिविधियों पर सक्रिय रूप से निगरानी रखी जा सके और यूसीएडीए नियंत्रण कक्ष के कामकाज की गहन समीक्षा की जा सके।

ट्रांसभारत एविएशन के दो हेलीकॉप्टर – वीटी-टीबीसी, जिसके पायलट योगेश ग्रेवाल कमांड में थे और वीटी-टीबीएफ, जिसके पायलट जितेन्द्र हरजाई पीआईसी थे, समान अनुपयुक्त मौसम स्थितियों में उड़ान भरते पाए गए।

मंत्रालय ने कहा कि तदनुसार, दोनों पायलटों के लाइसेंस छह महीने के लिए निलंबित कर दिए गए हैं।

उत्तराखंड में केदारनाथ मंदिर से लोगों को लेकर जा रहा एक हेलीकॉप्टर रविवार सुबह खराब दृश्यता के कारण गौरीकुंड के जंगलों में दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे सात लोगों की मौत हो गई।

निजी कंपनी आर्यन एविएशन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा संचालित बेल 407 हेलीकॉप्टर केदारघाटी में गौरीकुंड और त्रिजुगीनारायण के बीच दुर्घटनाग्रस्त हो गया और उसमें आग लग गई। इससे उसमें सवार सभी लोग मारे गए।

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