Headline
सीएम आतिशी ने रंगपुरी पहाड़ी का किया दौरा, जल्द समस्याओं के समाधान का दिया भरोसा
किसानो को सिंचाई के लिए बिजली का कनेक्शन देना सर्वोच्च प्राथमिकता: ऊर्जा सचिव
संभल में तीर्थ प्रकट हो रहे हैं मतलब भगवान कल्की अवतार लेने वाले हैं: आचार्य कृष्णम
सरकार एयरपोर्ट्स पर शुरू करेगी यात्रियों के लिए सस्ती कैंटीन, संसद में राघव चड्ढा ने उठाया था महंगे खानपान का मुद्दा
भाजपा ने की केजरीवाल के पूर्वांचल के लोगों को बंगलादेशी और रोहिंग्या से जोड़ने की कड़ी निंदा
सोमवार से महिला सम्मान और संजीवनी योजना का रजिस्ट्रेशन
आम आदमी पार्टी के पिछले 10 वर्षों के कुशासन ने दिल्ली को बदहाल कर दिया है : विजेंद्र गुप्ता
‘महिला सम्मान’ और ‘संजीवनी’ योजना केजरीवाल का चुनावी जुमला : बांसुरी स्वराज
तेजस्वी ने प्रदर्शनकारियों से मुलाकात की, बीपीएससी परीक्षा रद्द करने की मांग का किया समर्थन

स्पेशल हार्मनी: एक संगीतमय यात्रा समावेशिता और सम्मान की ओर

-बच्चों ने महान गायक अमित कुमार और मुख्यधारा के गायकों के साथ अपनी प्रस्तुतियों से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया

नई दिल्ली, 18 नवंबर: स्पेशल ओलंपिक्स भारत और रिफ्यूज इवेंट्स की आई एंड यू पहल ने मिलकर “स्पेशल हार्मनी” का आयोजन किया। यह एक अनोखा संगीत कार्यक्रम था, जो बौद्धिक चुनौतियों का सामना करने वाले विशेष बच्चों और मुख्यधारा के कलाकारों को एक मंच पर लाने का माध्यम बना। त्यागराज स्टेडियम में आयोजित इस कार्यक्रम ने न केवल दर्शकों का दिल जीता, बल्कि समावेशिता का एक मजबूत संदेश भी दिया। इस अद्वितीय संगीतमय शाम में 15 विशेष बच्चों ने महान गायक अमित कुमार और मुख्यधारा के गायकों के साथ अपनी प्रस्तुतियों से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया।

कार्यक्रम में खास उपस्थिति दर्ज कराई माननीय सांसद मनोज तिवारी, स्पेशल ओलंपिक्स भारत की अध्यक्ष डॉ. मल्लिका नड्डा और प्रसिद्ध गायक अरविंदर सिंह ने। इनकी उपस्थिति ने इस कार्यक्रम को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया और इसे और भी यादगार बना दिया। डॉ. मल्लिका नड्डा ने इस अवसर पर कहा, “यह कार्यक्रम न केवल प्रतिभा का उत्सव है, बल्कि यह दर्शाता है कि हर व्यक्ति की आवाज़ मायने रखती है।

यह समाज को एक साथ लाने की दिशा में एक कदम है। ” कार्यक्रम के दौरान, इन बच्चों की प्रतिभा और साहस ने दर्शकों को यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि असली ताकत सीमाओं को तोड़ने में है। “स्पेशल हार्मनी” ने साबित किया कि अगर बच्चों को सही मंच मिले तो वे असंभव को भी संभव बना सकते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top