नई दिल्ली, 12 जून: ढाई वर्ष बाद दिल्ली नगर निगम की स्थायी समिति के चुनाव गुरुवार को निगम मुख्यालय में संपन्न हुए। इसमें भाजपा की पूर्वी दिल्ली के गौतमपुरी से पार्षद सत्या शर्मा अध्यक्ष चुनी गईं। वहीं, भाटी वार्ड से भाजपा के पार्षद सुंदर सिंह उपाध्यक्ष चुने गए। स्थायी समिति के कुल 18 सदस्यों ने चुनाव में मतदान किया। इसमें से भाजपा के कुल 11 सदस्यों ने और आदमी पार्टी के सात सदस्यों ने मतदान किया। भाजपा पक्ष में 11 वोट और आप के पक्ष में सात वोट पड़े। आप ने स्थायी समिति के अध्यक्ष पद के लिए जनकपुरी वार्ड से पार्षद प्रवीण सिंह राजपूत को और उपाध्यक्ष पद की उम्मीदवार के तौर पर सुंदर नगरी वार्ड से पार्षद मोहिनी जीनवाल को उतारा था।

चुनाव से कुछ दिन पहले अटकलें थीं कि भाजपा के स्थायी समिति के तीन सदस्यों में नाराजगी थी, क्योंकि उन्हें पद नहीं मिले। हालांकि, भाजपा के निगम में वरिष्ठ नेताओं ने इन अटकलों को खारिज कर दिया था। गुरुवार को चुनाव में इस तरह की अटकलों के बीच कोई भी उलटफेर नजर नहीं आया। चुनाव संपन्न होने के बाद महापौर राजा इकबाल सिंह, नेता सदन प्रवेश वाही, उपमहापौर जय भगवान यादव, स्थायी समिति की अध्यक्ष सत्या शर्मा और उपाध्यक्ष सुंदर सिंह ने संयुक्त प्रेसवार्ता की। इसमें सत्या शर्मा ने कहा कि एक माह के अंदर नवगठित स्थायी समिति की बैठक करेंगे। इस दौरान निगम की अन्य महत्वपूर्ण समितियों के सदस्यों का चयन किया जाएगा। इस दौरान अहमदाबाद में हुए दुखद हवाई हादसे पर सभी ने संवेदना व्यक्त कर मृतकों को श्रद्धांजलि दी। चार बार पार्षद का चुनाव जीत चुकी हैं सत्या सत्या शर्मा निगम में चौथी बार पार्षद बनी हैं। वह संयुक्त दिल्ली नगर निगम की पहली महिला अध्यक्ष बनी हैं। वह पहले तीन बार उस्मानपुर वार्ड से पार्षद का चुनाव जीत चुकी हैं। उन्हें पूर्ववर्ती पूर्वी दिल्ली नगर निगम की वर्ष 2016 से 2017 तक महापौर रहते हुए निगम के विभिन्न प्रशासनिक कामकाज का अनुभव है। वह निगम में शैक्षणिक समिति, भवन समिति की अध्यक्षा भी रह चुकी हैं। आप से आए सुंदर बने उपाध्यक्ष दिसंबर 2022 में आप के टिकट पर भाटी वार्ड का चुनाव जीते सुंदर सिंह वर्ष 2024 में भाजपा में शामिल हो गए थे। बीते वर्ष 27 सितंबर 2024 को भाजपा ने स्थायी समिति के सदन से चुने जाने वाली छठी सीट के खाली सदस्य के लिए उन्हें उतारा था। उस समय सुंदर सिंह के निर्वाचन के लिए आवश्यक कोटा 58 वोट थे। जबकि उन्हें कुल 115 वोट मिले थे। इससे पहले द्वारका बी वार्ड से पार्षद रह चुकीं कमलजीत सहरावत को स्थायी समिति का सदन से सदस्य चुना गया था। उनके अप्रैल 2024 में पश्चिमी दिल्ली से लोकसभा चुनाव जीतने के बाद यह पद खाली हो गया था। ढाई साल बाद हुआ स्थायी समिति का गठन निगम की स्थायी समिति का चुनाव ढाई वर्ष बाद गठन हुआ। इससे पहले संयुक्त दिल्ली नगर निगम के चुनाव दिसंबर 2022 में हुए थे। इसके बाद फरवरी व मार्च 2023 तक स्थायी समिति का गठन होना था, लेकिन राजनीतिक कारणों से निगम की इस महत्वपूर्ण समिति का गठन नहीं हो सका था। अब अधिकारियों ने उम्मीद जताई है निगम के दो सौ से अधिक परियोजनाओं को आगे बढ़ाने में सहयोग मिलेगा।

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