सर्दियों में की गई ओवरइटिंग वजन पाचन मधुमेह हृदय और अल्सर कि समस्याओं को पैदा करती है
सर्दियों में की गई ज्यादा फास्टिंग शरीर का ढांचा कमजोर कर देगी
डॉ अर्चिता महाजन न्यूट्रीशन डाइटिशियन एवं चाइल्ड केयर होम्योपैथिक फार्मासिस्ट एवं ट्रेंड योगा टीचर नॉमिनेटेड फॉर पद्मा भूषण राष्ट्रीय पुरस्कार और पंजाब सरकार द्वारा सम्मानित ने बताया कि सर्दी का मौसम आते ही हमारे शरीर और मन पर इसका असर दिखने लगता है. ठंड के इस मौसम में सेहत को बनाए रखना चुनौतीपूर्ण हो सकता है. आयुर्वेद के अनुसार, ऋतु के अनुसार डाइट और डेली रूटीन में बदलाव करना बेहद जरूरी है. सर्दियों में पाचन अग्नि मजबूत होती है, जो खाने-पीने से मिलने वाले पोषक तत्वों को बेहतर तरीके से ऑब्जर्ब करती है. इसलिए ज्यादा फास्टिंग करने से परहेज करना चाहिए। क्योंकि ज्यादा फास्टिंग करने से शरीर को पोषक तत्वों की कमी हो जाएगी। सर्दियों में ओवरइटिंग में से भी बचना चाहिए। सर्दी शुरू नहीं होती कि हम शुरू हो जाते हैं सुबह-सुबह तीन-चार पराठे आलू वाले मूली वाले गाजर वाले गोभी वाले सभी प्रकार के खाना शुरू कर देते हैं परंतु यह ध्यान रखना चाहिए ओवरइटिंग से कई समस्याएं हो सकती हैं:स्वास्थ्य समस्याएं
1. वजन बढ़ना: सर्दियों में ओवरइटिंग से वजन बढ़ सकता है, जो कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।
2. पाचन समस्याएं: अधिक खाने से पाचन समस्याएं हो सकती हैं, जैसे कि कब्ज, गैस, और एसिडिटी।
3. मधुमेह और हृदय रोग: ओवरइटिंग से मधुमेह और हृदय रोग का खतरा बढ़ सकता है।
4. अल्सर और पेट की समस्याएं: अधिक खाने से अल्सर और पेट की समस्याएं हो सकती हैं।
अन्य समस्याएं
1 ऊर्जा की कमी: ओवरइटिंग से ऊर्जा की कमी हो सकती है, जिससे आप थकान और सुस्ती महसूस कर सकते हैं।
2. नींद की समस्याएं: अधिक खाने से नींद की समस्याएं हो सकती हैं, जैसे कि अनिद्रा और नींद की गुणवत्ता में कमी।3. मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव: ओवरइटिंग से मानसिक स्वास्थ्य पर भी प्रभाव पड़ सकता है, जैसे कि तनाव, चिंता, और अवसाद।