Headline
योगी ने की मां पाटेश्वरी देवी की पूजा-अर्चना
राष्ट्रपति मुर्मू ने स्वतंत्रता संग्राम, साहित्य में ‘उत्कल केशरी’ महताब के योगदान की सराहना की
गुरु संसार नहीं भ्रम छुड़ाता है : राजेश्वरानंद
हर बच्चे को वर्ल्ड क्लास शिक्षा देना हमारा मकसद : सीएम
बिभव कुमार बने पंजाब सीएम के मुख्य सलाहकार, स्वाति मालीवाल ने पूछा- “पंजाब की महिलाएं सुरक्षित कैसे रहेंगी?”
फ़्रेंच फ़्राइज़ बच्चों के लिए धीमा जहर है: डॉ अर्चिता महाजन
गौतम अडानी, सहयोगियों पर रिश्वतखोरी के आरोप में अडानी पर अमेरिका में मुकदमा, शेयरों में गिरावट
जेम्स एंड ज्वेलरी इंडस्ट्री में महिलाओं के पास अपार संभावनाएं : स्मृति ईरानी
गौतम अडानी को मोदी का संरक्षण इसलिए नहीं होते गिरफ्तार : राहुल

संपत्ति सृजनकर्ताओं पर व्यवस्था की मार नहीं पड़नी चाहिए: धनखड़

नई दिल्ली, 10 नवंबर : उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने रविवार को कहा कि वाणिज्य और व्यवसाय से जुड़े लोगों पर व्यवस्था की मार नहीं पड़नी चाहिए, क्योंकि वे ही नौकरी और संपत्ति के सृजनकर्ता हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ‘आर्थिक राष्ट्रवाद’ का सिद्धांत कुछ व्यक्तियों के वित्तीय लाभ से अधिक महत्वपूर्ण है।

धनखड़ ने यहां एक निजी शैक्षणिक संस्थान के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ”उन्होंने हमेशा इस बात की वकालत की है कि व्यापार, वाणिज्य, उद्योग से जुड़े लोगों पर व्यवस्था की मार नहीं पड़नी चाहिए। उन्हें समाज में सम्मान मिलना चाहिए।”

उपराष्ट्रपति का मानना है कि यह वर्ग नौकरी और संपत्ति का सृजन करता है और सामाजिक सद्भाव में योगदान देता है। उन्होंने कहा, ”वे अर्थव्यवस्था के चालक हैं… उन्होंने इस देश में समाज को कुछ वापस देने की कला सीखी है।” उन्होंने कहा कि भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में भी उद्यमियों का योगदान रहा है। उपराष्ट्रपति ने आर्थिक राष्ट्रवाद के सिद्धांतों का पालन करने की जरूरत पर भी जोर दिया, और कहा कि अनावश्यक आयात पर अंकुश लगाना चाहिए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top