नई दिल्ली, 19 दिसंबर: दिल्ली के गृह मंत्री आशीष सूद ने राजधानी में बढ़ते प्रदूषण को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली का प्रदूषण कोई नई समस्या नहीं है और इसका बड़ा कारण मौसम के साथ-साथ पड़ोसी राज्यों से आने वाला प्रदूषण है, जिस पर दिल्ली सरकार का सीधा नियंत्रण नहीं है।
आशीष सूद ने कहा कि सर्दियों के मौसम में हवा की रफ्तार कम हो जाती है और प्रदूषक तत्व वातावरण में ही फंसे रह जाते हैं, जिससे वायु गुणवत्ता लगातार खराब होती जाती है। उन्होंने स्पष्ट किया कि पराली जलाने, औद्योगिक धुएं और बाहरी वाहनों से निकलने वाला प्रदूषण दिल्ली की हवा को और जहरीला बना रहा है।
गृह मंत्री ने पूर्ववर्ती सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि “पुरानी सरकार ने हवा को साफ करने के बजाय आंकड़ों को साफ करने की कोशिश की। ज़मीनी स्तर पर ठोस कदम उठाने के बजाय सिर्फ कागज़ी दावे किए गए।”
उन्होंने बताया कि मौजूदा सरकार प्रदूषण से निपटने के लिए केंद्र सरकार और पड़ोसी राज्यों के साथ समन्वय बढ़ाने पर काम कर रही है। इसके तहत वाहनों पर नियंत्रण, निर्माण गतिविधियों की निगरानी और प्रदूषण फैलाने वाले स्रोतों पर सख्ती की जा रही है।
आशीष सूद ने यह भी कहा कि दिल्ली में प्रदूषण की समस्या का समाधान केवल एक राज्य के प्रयासों से संभव नहीं है, बल्कि इसके लिए पूरे एनसीआर क्षेत्र में सामूहिक और ठोस कदम उठाने की जरूरत है।