नई दिल्ली, 10 दिसंबर: गोवा के चर्चित नाइट क्लब अग्निकांड मामले में एक और गिरफ्तारी हुई है। पुलिस ने कारोबारी अजय गुप्ता को हिरासत में लिया है, जो क्लब में पार्टनर के तौर पर जुड़े थे। घटना के बाद से ही उनकी भूमिका को लेकर कई सवाल उठ रहे थे, जिन्हें लेकर गुप्ता ने अब अपनी सफाई दी है।
गिरफ्तारी के बाद शुरुआती पूछताछ में अजय गुप्ता ने दावा किया कि उनका ऑपरेशन से कोई सीधा संबंध नहीं था। उन्होंने कहा, “मैं सिर्फ पार्टनर था… क्लब के रोज़मर्रा के संचालन में मेरी कोई भूमिका नहीं थी।”
हालाँकि, पुलिस इस बयान को सतही रूप से स्वीकार करने के मूड में नहीं दिख रही। जांच टीम यह पता लगाने में जुटी है कि क्लब में सुरक्षा मानकों और फायर सेफ्टी गाइडलाइन्स का पालन क्यों नहीं किया गया और इसमें किसकी वास्तविक जिम्मेदारी बनती है।
सूत्रों के मुताबिक, पुलिस यह भी खंगाल रही है कि पार्टनर होने के नाते गुप्ता किसी तरह संचालन, तकनीकी अनुमति, या स्टाफ मैनेजमेंट में अप्रत्यक्ष रूप से शामिल थे या नहीं।
वहीं दूसरी ओर, स्थानीय प्रशासन पर भी सवाल उठ रहे हैं कि आग लगने से पहले सुरक्षा खामियों की ओर क्यों ध्यान नहीं दिया गया।
इस चर्चा में यह गिरफ्तारी जांच को नया मोड़ देती दिख रही है। अब उम्मीद है कि आने वाले दिनों में पुलिस और भी खुलासे कर सकती है और यह साफ करेगी कि लापरवाही किस स्तर पर हुई जिसने इस बड़े हादसे को जन्म दिया।