नई दिल्ली, 02 जून : अरविंद केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा मिली अंतरिम जमानत खत्म होने के बाद तिहाड़ जेल में आत्मसमर्पण कर दिया है। सरेंडर करने से पहले केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी के कार्यालय में संबोधित किया। जहां उन्होंने भाजपा सरकार निशाना साधा।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज आपका बेटा दोबारा जेल जा रहा हूं। इसलिए नहीं कि मैंने कोई भ्रष्टाचार किया है। बल्कि इसलिए क्योंकि मैंने तानाशाही के लिए आवाज उठाई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने खुद एक इंटरव्यू में कबूल कर लिया कि केजरीवाल के खिलाफ कोई सुबूत नहीं है। उन्होंने मुझे अनुभवी चोर कहा। अरे भई अगर आपके पास कोई सुबूत ही नहीं है तो दिल्ली के इतने भारी बहुमत वाले मुख्यमंत्री को बिना बात जेल में डाल दिया। यही तानाशाही है, इसी के खिलाफ मैंने आवाज उठाई है। हम भगत सिंह के चेले हैं। वो देश को आजाद कराने के लिए जेल गए, मैंने देश बचाने के लिए जा रहा हूं। भगत सिंह फांसी पर चढ़ गए, मैं भी फांसी पर चढ़ने को तैयार हूं। मेरे खून का एक एक कतरा देश के लिए है।
कोर्ट का जताया आभार
माननीय सुप्रीम कोर्ट ने मुझे 21 दिन की मोहलत दी थी। मैं कोर्ट का बहुत बहुत आभार व्यक्त करना चाहता हूं। इन 21 दिनों में मैंने एक भी मिनट खराब नहीं किया, लगातार सभी पार्टियों के देशभर में देश बचाने को प्रचार किया। आम आदमी पार्टी महत्वपूर्ण नहीं, पहले देश है। केजरीवाल ने कहा कि चार तारीख को भी मंगलवार है। भला करेंगे बजरंग बली, इनका नाश करेंगे। मैं हनुमान मंदिर में प्रार्थना करके आया हूं। उनकी कृपा जरूर बनी रहेगी। कल एग्जिट पोल आए हैं, सभी फर्जी हैं। इनमें से एक भी एग्जिट पोल सही साबित नहीं होने वाला कहा जा रहा है कि इन्होंने ईवीएम घोटाला कर दिया। मैं सभी पार्टियों के एजेंटों से कहना चाहूंगा कि मतगणना केंद्र को आखिर तक न छोड़ें। अगर आपका उम्मीदवार हार भी रहा है तो लास्ट तक रूकें। ईवीएम चेक कराकर ही निकलें।
सुप्रीम कोर्ट से मिली थी राहत
सुप्रीम कोर्ट ने आबकारी नीति घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोपी अरविंद केजरीवाल को चुनाव प्रचार में हिस्सा लेने के लिए 10 मई को अंतरिम जमानत पर रिहा किया था और 2 जून को सरेंडर करने के कहा था। हालांकि केजरीवाल इस जमानत अवधि को सात दिन और बढ़ाना चाहते थे, लेकिन उन्हें राहत नहीं मिली।