नई दिल्ली, 23 जुलाई: मणिपुर हिंसा के विरोध में दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी (डीपीसीसी) द्वारा आज रविवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर मौन सत्याग्रह का आयोजन किया जा रहा है। मोदी सरकार पर तानाशाही रवैया और लोकतंत्र विरोधी मानसिकता का आरोप लगाते हुए दिल्ली कांग्रेस पार्टी के प्रभारी दीपक बाबरिया और अध्यक्ष अनिल चौधरी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी के नेताओं का जंतर-मंतर पर मौन सत्याग्रह जारी है।
इस मौके पर अनिल चौधरी ने बताया कि पिछले 9 वर्षों में भाजपा की देश विरोधी कूटनीति और पूंजीपतियों को पोषित करने की नीति, तानाशाही शासन की प्रवृति, कार्यपालिका और न्यायपालिका पर संपूर्ण नियंत्रण के कारण देश बर्बाद हो चुका है। कांग्रेस पार्टी के केन्द्रीय नेतृत्व के निर्देश पर दिल्ली के वरिष्ठ नेता, पूर्व सांसद, पूर्व विधायक सहित हजारों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता भाजपा की केन्द्र सरकार के खिलाफ मौन सत्याग्रह में काली पट्टी बांधकर विरोध कर रहे हैं। यह विरोध दर्शाता है कि देश अब तानाशाह के खिलाफ लामबंद हो चुका है।
अनिल चौधरी ने कहा कि हालांकि मणिपुर पिछले ढाई महीने से जल रहा है और अशांति में है, लेकिन मोदी सरकार उत्तर पूर्वी राज्य की गंभीर स्थिति के प्रति तभी जागी जब राहुल गांधी ने मणिपुर का दौरा किया, शांति की सलाह देने के लिए मैतेई और कुकी विस्थापित लोगों से मुलाकात की, और राज्य के राज्यपाल से भी मुलाकात की और उनसे राज्य में शांति और व्यवस्था लाने का अनुरोध किया क्योंकि आम लोगों का जीवन बर्बाद हो गया है। मणिपुर के मुख्यमंत्री और प्रधान मंत्री मोदी दोनों अशांत राज्य में शांति लाने के लिए प्रयास नहीं कर हैं, इस वजह से मणिपुर जैसे संवेदनशील राज्य में जो कुछ हो रहा है उसके ख़िलाफ़ जानता विरोध और आक्रोश।
दीपक बाबरिया ने कहा कि दंगों में दो महिलाओं को नग्न करके दरिंदगी हुई उससे पूरे देश में रोष है। पिछले ढाई महीनों से अधिक समय से मणिपुर जल रहा है और भाजपा की मणिपुर सरकार हिंसा और दंगों पर नियंत्रण पाने में पूरी तरह विफल रही है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष श्री राहुल गांधी जी जब गरीबों की आवाज और इन पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाते है तो उसको दबाने का प्रयास किया जाना अनैतिक है।
इस दौरान अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव तारिक अनवर, पूर्व अध्यक्ष अजय माकन, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष जय प्रकाश अग्रवाल, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली, पूर्व केंद्रीय मंत्री कृष्णा तीरथ, उत्तराखंड प्रभारी देवेंद्र यादव, मेघालय-अरुणाचल प्रदेश के प्रभारी मनीष चतरथ, पूर्व मंत्री हारुन यूसुफ, पूर्व मंत्री डॉ. नरेंद्र नाथ, पूर्व मंत्री डॉ. किरण वालीया, पूर्व सांसद रमेश कुमार, मीडिया कम्युनिकेशन विभाग के चेयरमैन अनिल भारद्वाज सहित पूर्व विधायकों, निगम पार्षदों, पूर्व निगम पार्षदों, जिला अध्यक्ष, ब्लाक अध्यक्ष, जिला को ऑर्डिनेटर व अग्रिम संगठनों, सेल एवं विभागों ने हजारों की संख्या में हिस्सा लिया।