इंफाल, 20 जून: मणिपुर में जारी जातीय हिंसा की वजह से मंगलवार को वार्षिक रथ यात्रा उत्सव को टाल दिया गया। राज्य में जातीय हिंसा में अब तक 100 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है और हजारों लोग आंतरिक रूप से विस्थापित हो गये।
ब्रह्म सभा के सदस्य नबकुमार शर्मा ने बताया, ”हमने राज्य में अशांति और हिंसा के कारण वार्षिक रथ यात्रा (कांग) आयोजित नहीं करने का फैसला किया है। पिछले साल हमने कोविड महामारी की वजह से इसे स्थगित कर दिया था।” ब्रह्म सभा राज्य में हिंदू धर्म से जुड़े धार्मिक समारोहों से प्रमुख रूप से जुड़ी है।
शर्मा ने कहा, ”इस्कॉन भी इस बार रथ यात्रा नहीं निकालेगा।” राज्य में रथ यात्रा या कांग के अवसर पर भगवान जगन्नाथ, भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा की प्रतिमाओं को इंफाल स्थित श्री गोविंदजी मंदिर से एक रथ पर निकाला जाता है जिसे श्रद्धालु 200 मीटर तक खींचते हैं।
मेइती ब्राह्मण परिवार भी हर साल इस मौके पर विभिन्न स्थानों पर अलग-अलग रथ निकालते हैं। मेइती ब्राह्मण समुदाय से ताल्लुक रखने वाले देवता शर्मा ने कहा, ”अधिकतर लोग इस बार हिंसा में मारे गये लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए अलग-अलग रथ नहीं निकालेंगे।”