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भ्रष्टाचार से निपटने के लिए फोरेंसिक विशेषज्ञों की भर्ती को प्राथमिकता दी जाएगी: लोकपाल प्रमुख

नई दिल्ली, 17 जनवरी: भ्रष्टाचार विरोधी निकाय लोकपाल के अध्यक्ष न्यायमूर्ति ए एम खानविलकर ने कहा भ्रष्टाचार की बढ़ती जटिल प्रकृति से निपटने के लिए फोरेंसिक अकाउंटिंग और साइबर जांच में विशेषज्ञों की भर्ती को प्राथमिकता दे रहा है।, इस।

राष्ट्रीय राजधानी में पहले लोकपाल दिवस समारोह को संबोधित करते हुए न्यायमूर्ति खानविलकर ने कहा कि लोकपाल में प्रक्रियाओं को अधिक प्रभावी बनाने के लिए अत्याधुनिक सूचना प्रौद्योगिकी को एकीकृत करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

उन्होंने कहा ‘‘लोकपाल के सामने चुनौतियां लगातार बढ़ रही हैं क्योंकि भ्रष्टाचार का मॉडल विकसित हो रहा है। राजनेताओं, नौकरशाहों और व्यापारिक हितों के बीच गठजोड़ और मजबूत होता जा रहा है। इसके लिए निरंतर सतर्कता और समय पर और प्रभावी निवारक तंत्र की आवश्यकता है। अपने सीमित संसाधनों के बावजूद लोकपाल अपने अधिदेश और अपने मिशन को पूरा करने के लिए अपनी स्थापना के बाद से ही लगन से काम कर रहा है।’’

न्यायमूर्ति खानविलकर ने कहा कि इस दिशा में, लोकपाल के कामकाज को मजबूत करने के लिए बहुआयामी रणनीति अपनाई गई है। लोकपाल प्रमुख ने कहा, ‘‘हम भ्रष्टाचार की बढ़ती जटिल प्रकृति से निपटने के लिए फोरेंसिक अकाउंटिंग और साइबर जांच सहित कार्मिकों और विशेष विशेषज्ञता की भर्ती को प्राथमिकता दे रहे हैं।’’

भारत के प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) न्यायमूर्ति संजीव खन्ना सहित अन्य गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान, भ्रष्टाचार विरोधी कार्यकर्ता अन्ना हजारे, भारत के अटॉर्नी जनरल आर वेंकटरमणी और उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति एन संतोष हेगड़े को भ्रष्टाचार के खिलाफ देश की लड़ाई को मजबूत करने में उनकी भूमिका के लिए सम्मानित किया गया।

पद्म भूषण पुरस्कार विजेता हजारे ने अगस्त 2011 में तत्कालीन सरकार पर भ्रष्टाचार विरोधी कानून लोकपाल को लागू करने के लिए दबाव बनाने के लिए भूख हड़ताल शुरू की थी। इस कार्यक्रम में हजारे महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के अपने गांव रालेगण सिद्धि से वर्चुअली शामिल हुए थे। अपने संबोधन में, न्यायमूर्ति खानविलकर ने यह भी कहा कि लोकपाल के पास शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया को सरल और अधिक पारदर्शी बनाया जा रहा है।

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