नई दिल्ली, 19 जून : कांग्रेस से इस्तीफा देने के अगले ही दिन हरियाणा की वरिष्ठ नेता किरण चौधरी और उनकी बेटी श्रुति चौधरी ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दामन थाम लिया।
यहां पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर और राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ की मौजूदगी में दोनों ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
भाजपा में शामिल होने के बाद किरण चौधरी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘नई शुरुआत, एक नया प्रभात। आज सबका साथ, सबका विकास व सबका विश्वास और एक भारत, श्रेष्ठ भारत की संकल्पना हेतु उन्नत क्षेत्र व प्रदेश के उद्देश्य से अपने कार्यकर्ताओं के साथ भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।’ उन्होंने कहा, ‘हमारा वचन है कि चौधरी बंसीलाल जी के पदचिन्हों का अनुसरण करते हुए हरियाणा व क्षेत्रवासियों के हित में सदैव समर्पित रहेंगे।’
हरियाणा में कांग्रेस को झटका देते हुए चौधरी और उनकी बेटी ने मंगलवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। श्रुति चौधरी कांग्रेस की हरियाणा इकाई की कार्यकारी अध्यक्ष थीं। राज्य में इस साल अक्टूबर में विधानसभा चुनाव होने हैं।
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल की पुत्रवधू किरण चौधरी को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा का चिर प्रतिद्वंद्वी माना जाता है। किरण और उनकी बेटी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को अलग-अलग त्यागपत्र भेजे, जिसमें उन्होंने हुड्डा पर निशाना साधा।
बताया जाता है कि किरण चौधरी हाल में संपन्न लोकसभा चुनाव में भिवानी-महेंद्रगढ़ निर्वाचन क्षेत्र से श्रुति चौधरी को टिकट नहीं दिए जाने के साथ साथ राज्य में पार्टी द्वारा टिकटों के समग्र वितरण को लेकर नाराज थीं।
कांग्रेस ने हरियाणा की 10 लोकसभा सीटों में से नौ पर चुनाव लड़ा था, जबकि कुरुक्षेत्र सीट पर विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (‘इंडिया’) की घटक आम आदमी पार्टी (आप) ने चुनाव लड़ा था, लेकिन उसे हार का सामना करना पड़ा था। चुनावों में कांग्रेस और भाजपा ने पांच-पांच सीटें जीती थीं।
पार्टी ने भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से मौजूदा विधायक और हुड्डा के वफादार राव दान सिंह को टिकट दिया था, जो भाजपा के मौजूदा सांसद धर्मबीर सिंह से हार गए। इस सीट से श्रुति पूर्व में सांसद रह चुकी हैं।