हाजीपुर, 18 नवंबर: बिहार में जिसके जिम्मे शराबबंदी कानून को सफल करने की जिम्मेदारी है, उसी के पास से अब शराब बरामद हो रही है। इसी तरह का एक मामला सोमवार को सामने आया, जब पुलिस ने एंटी लिकर टास्क फोर्स (एएलटीएफ) के सात पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया है। इनके आवासन स्थल से देसी और विदेशी शराब भी बरामद की गई है।
एक अधिकारी ने बताया कि वैशाली पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि महुआ थाना क्षेत्र में तैनात एएलटीएफ के आवासन स्थल पर शराबबंदी कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही है। यहां न केवल शराब का सेवन किया जा रहा है बल्कि शराब का व्यापार कर शराबबंदी कानून को नहीं माना जा रहा है। इसी सूचना के आधार पर पुलिस अधीक्षक हरकिशोर राय के नेतृत्व में आवासन स्थल पर छापेमारी की गई।
वैशाली पुलिस के बयान के मुताबिक, महुआ थाना क्षेत्र के एएलटीएफ-तीन की टीम द्वारा विभिन्न छापेमारी में बरामद शराब में से कुछ शराब ये लोग अपने पास चोरी से रख लेते हैं, जिसे ये लोग स्वयं पीने के लिए रखते थे या उसकी बिक्री कर देते थे।
उक्त सूचना के आधार पर सोमवार को पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में एएलटीएफ-तीन के आवासन स्थल पर छापेमारी की गई, जिसमें 32.50 लीटर देसी शराब एवं पातेपुर थाना क्षेत्र से जब्त विदेशी शराब की खेप की एक बोतल (500 एमएल) बरामद किया गया है।
इस संदर्भ में संलिप्त सभी सात पुलिसकर्मियों निसार अहमद, मुकेश कुमार, प्रिया रानी, महेश राय, रामप्रवेश सिंह, चालक मंतोष कुमार तथा रत्नेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है। बिहार पुलिस ने शराब के धंधे पर नकेल कसने के लिए कई जिलों में एंटी लिकर टास्क फोर्स का गठन किया है।