पटना, 09 अगस्त : लगातार बारिश और कई नदियों के बढ़ते जलस्तर के कारण शनिवार को राज्य के कई निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि पटना, वैशाली, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, भोजपुर, खगड़िया, पूर्णिया, मधेपुरा, सहरसा और कटिहार जिलों के कई निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति देखी गई।
जल संसाधन विभाग के ताजा बुलेटिन के अनुसार, ”गंगा नदी मनेर, दानापुर, दीघा घाट, गांधी घाट, बांका घाट और हथीदह जैसे स्थानों पर (शनिवार सुबह नौ बजे तक) खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। पिछले दो-तीन दिन से लगातार बारिश के बाद राज्यभर की अन्य नदियों का जलस्तर भी बढ़ गया है।”
अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार को पटना जिले में 89,000 से अधिक लोगों को निचले इलाकों से निकालकर राहत शिविरों में पहुंचाया गया, जबकि भोजपुर जिले में 21,700 लोगों को निकालकर राहत शिविरों में पहुंचाया गया है।
आपदा प्रबंधन विभाग के बुलेटिन में कहा गया है, ”पटना, भोजपुर, वैशाली, लखीसराय और भागलपुर सहित गंगा के किनारे बसे जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति है और मूसलाधार बारिश के बाद गंगा और कोसी नदी का जलस्तर बढ़ते से निचले इलाकों में रहने वाले लोग प्रभावित हुए हैं।”
इसने कहा, ”भोजपुर जिले की 11 पंचायतों के 21,700 प्रभावित लोगों को निकालकर राहत शिविरों में पहुंचाया गया है, जबकि पटना में शुक्रवार को 89,250 लोगों को शिविरों में पहुंचाया गया।”
आपदा प्रबंधन विभाग ने संबंधित जिलों के प्रशासन को अलर्ट रहने और एहतियाती कदम उठाने को कहा है।
पिछले कुछ दिनों में हुई बारिश के कारण राज्य में गंगा, गंडक, कोसी, बूढ़ी गंडक, महानंदा और कमला नदियों का जलस्तर बढ़ गया है।