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बिहार घड़ियाल, कछुओं के लिए पहला प्रजनन केंद्र स्थापित करेगा

पटना, 06 जनवरी: बिहार सरकार ने घड़ियाल और कछुओं के लिए राज्य का पहला प्रजनन केंद्र स्थापित करने का निर्णय लिया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।

प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं मुख्य वन्यजीव वार्डन पी.के. गुप्ता ने बताया कि इस संबंध में जल्द ही एक धर्मार्थ संगठन ‘वाइल्डलाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया’ के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए जाएंगे।

उन्होंने कहा, ”राज्य सरकार ने पश्चिम चंपारण जिले के बेतिया में गंडक नदी में घड़ियाल और कछुओं के लिए राज्य का पहला ‘इनक्यूबेशन सेंटर-सह-नेचर इंटरप्रिटेशन सेंटर’ स्थापित करने के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है।”

गुप्ता ने कहा कि ‘एक्स-सीटू’ प्रजनन के माध्यम से जारी संरक्षण प्रयासों को मजबूत करने और घड़ियाल व कछुओं के बच्चों को सुरक्षित रूप से नदी में छोड़ने की प्रक्रिया में सहायता करने को लेकर अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्य स्थित लॉस एंजिलिस चिड़ियाघर ने सहमति जताई है।

गुप्ता ने कहा कि राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के ‘ट्राइ-जंक्शन’ के पास चंबल नदी पर राष्ट्रीय चंबल अभयारण्य के बाद गंडक नदी भारत में घड़ियालों के लिए दूसरा सफल प्रजनन स्थल बन गई है।

उन्होंने कहा, ”पश्चिम चंपारण में वन अधिकारियों को जिला प्रशासन के साथ समन्वय करने और प्रजनन केंद्र के लिए वन विभाग को चिन्हित भूमि के हस्तांतरण के लिए सभी औपचारिकताएं जल्द से जल्द पूरी करने के लिए कहा गया है।”

गुप्ता ने कहा कि ‘एक्स-सीटू’ संरक्षण किसी लुप्तप्राय प्रजाति को उसके प्राकृतिक आवास के बाहर संरक्षित करने की प्रक्रिया है।

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