पटना, 09 नवंबर: बिहार में 13 नवम्बर को विधानसभा की चार सीटों पर उपचुनाव होने हैं। साथ ही 2025 में विधानसभा का आम चुनाव होगा। इसको लेकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने तैयारियों को अमलीजामा पहनाना शुरू कर दिया है। इसी के तहत भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा लोक आस्था के महाप्रव छठ के अवसर पर पटना आए और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ डेढ़ घंटे का समय स्टीमर पर बिताया।
जेपी नड्डा का जुड़ाव पटना से काफी रहा है लेकिन यह पहला मौका है जब वे महापर्व छठ में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ स्टीमर पर घूमे और लोगों को छठ की शुभकामनाएं दीं। इसके साथ भाजपा से जुड़े कई नेताओं के यहां भी वे गए। उनके इस आगमन को लेकर राजनीतिक गलियारों में तरह-तरह कि चर्चा शुरू हो गई। जेपी नड्डा पटना आने के बाद राज्यपाल से भी मिले और लोजपा (रामविलास) सुप्रीमो चिराग पासवान के आवास भी गए। इसके बाद से यह चर्चा तेज है कि क्या नड्डा किसी खास मकसद से पटना आए थे। ऐसे में भाजपा सूत्र बता रहे हैं कि 2025 के विधानसभा चुनाव में राजग के अंदर कौन और कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगा, इसका होमवर्क शुरू हो गया है।
बीते गुरुवार दोपहर में पटना पहुंचने के बाद नड्डा ने पार्टी के शीर्ष नेताओं से विधानसभा की चार सीटों तरारी, रामगढ़, बेलागंज एवं इमामगंज में हो रहे उपचुनाव का फीड बैक लिया। नड्डा ने राजकीय अतिथिशाला में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के अतिरिक्त दोनों उप मुख्यमंत्रियों एवं प्रदेश अध्यक्ष जायसवाल के साथ मंत्रणा की। इसके साथ बिहार में हिंदू बोट बैंक को एकजुट करने की भरपूर कोशिश भी भाजपा कर रही है।
उल्लेखनीय है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में शाहाबाद प्रक्षेत्र में चार की चार सीटों पर राजग उम्मीदवारों की हार हुई है। ऐसे में महागठबंधन से एक भी सीट छीन लेना भाजपा, जदयू एवं हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के उम्मीदवारों के लिए बड़ी उपलब्धि होगी। आरा संसदीय क्षेत्र में लोकसभा चुनाव-2024 में तरारी विधानसभा सीट पर भाजपा उम्मीदवार की 5,773 मतों से हार हुई थी। वहीं, 2020 के विधानसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार यहां तीसरे पायदान पर चले गए थे। ऐसे में इस सीट पर राजग के लिए लड़ाई आसान नहीं है। बक्सर संसदीय सीट के अंदर आने वाले रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र में लोकसभा चुनाव-2024 में भाजपा उम्मीदवार पर राजद ने दस हजार मतों से बढ़त बनाई थी। वर्ष 1985 से इस सीट पर राजद का दबदबा रहा है। राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह व हाल ही में बक्सर से सांसद चुने गए सुधाकर सिंह पिता-पुत्र की इस सीट पर लोकप्रियता के आगे भाजपा के लिए राह आसान नहीं है।