-रात 9 से 10 बजे के आसपास चक्रवात के गुजरात तट से टकराने का अनुमान
-कुल 94 हज़ार से अधिक नागरिकों का सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया
-वन्य प्राणियों की सुरक्षा के लिए वन विभाग की 180 टीमें तैयार
अहमदाबाद/नई दिल्ली, 15 जून: बिपरजॉय समुद्री चक्रवात की आउटर लाइन गुजरात के समुद्री तट से जुड़ने के बाद तेज हवा के साथ बारिश का दौर शुरू हो चुका है। देवभूमि द्वारका, कच्छ और पोरबंदर में मूसलाधार बारिश शुरू हो चुकी है। समुद्र में पानी उफनने से यह तट से बाहर तक फैल चुका है। मौसम विभाग के अनुसार चक्रवात गुरुवार रात 9 बजे से 10 बजे के बीच कच्छ जिले के जखौ बंदरगाह के समीप लैंडफॉल करेगा। इसके बाद 125 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं तबाही ला सकती हैं।
राहत आयुक्त आलोक कुमार पांडे ने बताया कि बिपरजॉय चक्रवात की गति में पिछले कुछ घंटे में कमी दर्ज़ हुई है। मौसम विभाग के अनुसार गति में कमी आने के कारण चक्रवात के अब गुरुवार रात 9 से 10 बजे के आसपास गुजरात तट से टकारने का अनुमान है। संभावित चक्रवात जब धरती से टकरेगा, तब हवा की गति 115-125 किलोमीटर प्रतिघण्टा रहने की संभावना है। चक्रवात की केवल गति घटी है, परंतु संकट अभी टला नहीं होने के कारण प्रशासन ऐहतियात के रूप में संपूर्ण तैयारियां करके सतर्कता बरत रहा है।
पांडे ने बताया कि राज्य सरकार ने स्थानांतरण पर विशेष बल देते हुए 8 ज़िलों में अब तक कुल 94 हज़ार से अधिक नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। इनमें जूनागढ में 4864, कच्छ में 46823, जामनगर में 9942, पोरबंदर में 4379, देवभूमि द्वारका में 10749, गीर सोमनाथ में 1605, मोरबी में 9243 तथा राजकोट में 6822 सहित कुल 94427 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है।