मेरठ, 31 मार्च : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने तीसरे महत्वपूर्ण लोकसभा चुनाव के लिए चुनाव प्रचार का शंखनाद आज पश्चिमी यूपी की धरती मेरठ से कर रहे हैं। यह तीसरा मौका है जब नरेंद्र मोदी ने मेरठ को ही चुनावी आगाज के लिए चुना है। 2014 की रैली दिल्ली रोड स्थित परतापुर के मैदान पर की गई, तो 2019 की रैली का शुभारंभ देश के सबसे बड़े आलू अनुसंधान संस्थान मोदीपुरम मेरठ के पास किया गया, और आज भी वही स्थल रखा गया है।

आज रैली स्थल पर मंच का कुछ माहौल बदला हुआ है। भारत रत्न दिए जाने के बाद पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह का यहां लगा कट आउट इस बात के संकेत दे रहा है, कि पीएम मोदी पश्चिमी यूपी में सबसे अधिक जाटों को साधने का प्रयास कर रहे हैं।

मंच पर लगे बैकड्रॉप पर केवल पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह और वर्तमान पीएम नरेंद्र मोदी की फोटो है। मंच पर पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह की फोटो अलग से रखी गई है, इसके सामने पीएम मोदी दीप जलायेंगे। रातोंरात रैली का नाम बदलकर इसे भारत रत्न चौधरी चरण सिंह जी गौरव रत्न समारोह किया गया है।

गौरतलब है कि मेरठ, सहारनपुर, मुरादाबाद, बरेली, आगरा अलीगढ़ मंडल की 26 लोकसभा सीटों की 72 विधानसभा ऐसी हैं, जहां जाट वोट प्रभावित करता है। माना जाता है कि वेस्ट यूपी में 16.9 प्रतिशत आबादी जाट समुदाय की है। एक और खास बात यह रही है कि 2013 में हुए मुजफ्फरनगर दंगों ने पूरे देश का राजनीतिक माहौल बदल दिया, और भाजपा को इसको सीधा सीधा फायदा मिला। यही वजह रही है कि देशभर में या फिर पश्चिमी यूपी में जब-जब चुनावी रैलियां हुई हैंं, मुजफ्फरनगर दंगों का जिक्र हुआ है। इससे सियासी माहौल को हवा दी गई है, और इसी के सहारे भाजपा अपने वोट बैंक को सबसे ज्यादा मजबूत कर रही है।

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