नई दिल्ली, 14 दिसंबर: दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में वायु प्रदूषण ने एक बार फिर गंभीर रूप ले लिया है। प्रतिकूल मौसम परिस्थितियों के चलते राजधानी की हवा जहरीली हो गई है और कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 500 के पार पहुंच गया है। मंगलवार को दिल्ली का औसत AQI 461 दर्ज किया गया, जो इस मौसम का अब तक का सबसे खराब स्तर माना जा रहा है।
प्रदूषण के बढ़ते स्तर का सीधा असर आम जनजीवन पर दिखाई दे रहा है। सुबह और शाम के समय लोगों को सांस लेने में दिक्कत, आंखों में जलन और गले में खराश की शिकायतें बढ़ गई हैं। अस्पतालों में दमा और सांस संबंधी रोगियों की संख्या में भी इजाफा देखा जा रहा है।
एनसीआर के कई शहर—नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद और गुरुग्राम—देश के सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में शामिल हो गए हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक हवा की गति कम होने, तापमान में गिरावट और नमी बढ़ने के कारण प्रदूषक कण वातावरण में फंस गए हैं, जिससे हालात और बिगड़ गए हैं।
मौसम विभाग का कहना है कि अगले कुछ दिनों तक हालात में खास सुधार की संभावना कम है। वहीं, प्रशासन ने लोगों को अनावश्यक रूप से बाहर निकलने से बचने, मास्क का उपयोग करने और बच्चों व बुजुर्गों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है। बढ़ते प्रदूषण ने एक बार फिर दिल्ली-एनसीआर में स्वच्छ हवा की चुनौती को उजागर कर दिया है।